पटना, 20 मार्च (आईएएनएस)। विश्व गौरैया दिवस के अवसर पर गुरुवार को पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग ने संजय गांधी जैविक उद्यान में एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया। कार्यक्रम का उद्घाटन विभाग के मंत्री सुनील कुमार और विभाग की सचिव बंदना प्रेयषी ने किया।
इस अवसर पर मंत्री ने गौरैया संरक्षण और पर्यावरण संवर्धन को लेकर प्रदेशवासियों को संकल्प दिलाया और ‘हर रविवार, पर्यावरण के नाम’ अभियान की शुरुआत करने का आह्वान किया।
कार्यक्रम में नेचर एजुकेशन लाइब्रेरी का अवलोकन किया गया, जो पर्यावरण संरक्षण और जैव विविधता के प्रति जागरूकता बढ़ाने का एक प्रभावी माध्यम होगा।
मंत्री सुनील कुमार ने गौरैया के संरक्षण और उसके महत्व पर चर्चा करते हुए कहा, “गौरैया केवल एक पक्षी नहीं, बल्कि हमारे पारिस्थितिकी तंत्र का महत्वपूर्ण हिस्सा है। यह हमें पर्यावरण के प्रति अपनी जिम्मेदारी का एहसास कराती है। पर्यावरण संरक्षण की दिशा में हमें तेजी से काम करने की जरूरत है। पटना से लेकर सुदूर गांवों तक लोगों को जागरूक करना हमारा कर्तव्य है।”
मंत्री ने बिहार के लोगों से राज्य सरकार द्वारा 2028 तक निर्धारित 17 प्रतिशत हरित आवरण के लक्ष्य को समय से पहले प्राप्त करने में योगदान देने की अपील की। उन्होंने सुझाव दिया कि प्रत्येक परिवार हर रविवार को अपने परिजनों के नाम पर पौधरोपण करे और इस अभियान को एक जन आंदोलन बनाए।
उन्होंने कहा कि अगर हम सब मिलकर अपने परिवार के नाम से एक पौधा लगाएं और उसकी देखभाल करें तो आने वाले वर्षों में बिहार को हरियाली से भर सकते हैं।
कार्यक्रम के दौरान विशेषज्ञों ने भी गौरैया संरक्षण के लिए घरों में नेस्ट बॉक्स लगाने, खुले में दाना-पानी रखने और जैव विविधता को संरक्षित करने के उपायों पर चर्चा की।
इस मौके पर “गौरैया बिहार” मोबाइल ऐप को भी लॉन्च किया गया। यह ऐप गौरैया संरक्षण से संबंधित जानकारी प्रदान करने के साथ-साथ आम नागरिकों को भी इसके संरक्षण अभियान से जोड़ने का कार्य करेगा।
–आईएएनएस
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