पन्ना. पुलिस अधीक्षक पन्ना साईं कृष्णा एस. थोटा के निर्देशन एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पन्ना श्रीमती आरती सिंह व अनुविभागीय अधिकारी पुलिस अजयगढ़ राजीव सिंह भदौरिया के मार्गदर्शन एवं थाना प्रभारी अजयगढ़ उनि रवि सिंह जादौन के नेतृत्व में थाना अजयगढ़ पुलिस टीम द्वारा फरियादी के साथ धोखाधड़ी करने के मामले में 01 आरोपी को पटना से गिरफ्तार किया गया है.
दिनांक 18/08/22 को फरियादी मयंक दुबे उम्र 29 वर्ष निवासी उदयपुर द्वारा थाना अजयगढ़ में रिपोर्ट की गई कि मेरी बहिन द्वारा एजीबीटी दिल्ली में स्टेनोग्राफर की बैकेन्सी के लिये ऑफलाइन तरीके से आवेदन जमा किये जाने हेतु स्पीड पोस्ट किया गया था. आवेदन भेजने के कुछ दिनो के बाद एक अज्ञात व्यक्ति द्वारा मुझे फोन करके बोला गया कि आपने जो आवेदन स्पीड पोस्ट किया है उसमें कुछ कमी रह गई है.
कमी पूर्ती हेतु उस व्यक्ति द्वारा मुझे व्हाट्सएप पर एक लिंक भेजी गई. मेरे द्वारा उस लिंक में चाही गई जानकारी भरी गई जिसके बाद मेरे एस.बी.आई. बैंक खाता से कुल 99771 रूपये की राशि उक्त अज्ञात व्यक्ति द्वारा छलपूर्वक आहरित कर ली गई है. फरियादी की रिपोर्ट पर अज्ञात आरोपी के विरूद्ध अप.क्र. 410/22 धारा 420 भादवि का कायम किया जाकर विवेचना में लिया गया. पुलिस अधीक्षक पन्ना साई कृष्णा एस. थोटा द्वारा मामले को गंभीरता से लिया गया.
मामले में पुलिस अधीक्षक पन्ना के निर्देशानुसार अजयगढ़ थाना स्तर पर एक पुलिस टीम का गठन किया गया. पुलिस टीम की सहायतार्थ पुलिस सायबर सेल टीम पन्ना को पुलिस टीम में शामिल किया गया. मामले में गठित पुलिस टीम द्वारा अज्ञात आरोपी की तलाश पतारसी एवं फरियादी के बैंक खाता से आहरित राशि वापस दिलाये जाने हेतु लगातार प्रयास किये गये. पुलिस टीम द्वारा मामले में अपने मुखबिर तंत्र को सक्रिय किया गया.
पुलिस सायबर सेल टीम पन्ना एवं मुखबिर सूचना के आधार पर गठित पुलिस टीम द्वारा दिनांक 29/12/24 को मामले में एक संदेही व्यक्ति को थाना बहादुरपुर पटना बिहार से पुलिस अभिरक्षा में लिया जाकर पूँछताछ की गई. जिसके द्वारा फरियादी के साथ धोखाधड़ी किया जाना स्वीकार किया गया. पुलिस टीम द्वारा एक आरोपी को गिरफ्तार किया गया.
जिसने अपना नाम मनीष कुमार पासवान उम्र 28 वर्ष निवासी रामपुर थाना बहादुरपुर, पटना बिहार बताया है. आरोपी के कब्जे से धोखाधड़ी पूर्वक आहरित किये गये रूपयों से खरीदा गया मोबाइल एवं 1 हजार रूये नगद जप्त किये गये है. शेष राशि आऱोपी द्वारा दैनिक खर्चो में खर्च करना बताया गया है. उक्त मामले में विवेचना अभी जारी है.