सोल, 1 नवंबर (आईएएनएस)। उत्तर कोरिया की विदेश मंत्री चोई सोन-हुई ने शुक्रवार को कहा कि कोरियाई प्रायद्वीप की वर्तमान स्थिति के मद्देनजर प्योंगयांग को परमाणु हमले के खिलाफ अपनी तैयारी मजबूत करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि देश अपनी परमाणु नीति में कोई बदलाव नहीं करेगा।
स्पुतनिक की एक रिपोर्ट के अनुसार, चोई ने रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव के साथ अपनी बैठक के दौरान यह टिप्पणी की।
रूसी समाचार एजेंसी ने चोई के हवाले से कहा कि मौजूदा स्थिति और भविष्य के खतरों और चुनौतियों के लिए, ‘हमारे परमाणु हथियारों को मजबूत करने के साथ-साथ परमाणु प्रतिक्रिया के लिए हमारी तत्परता में सुधार करने की पहले से कहीं अधिक जरूरत है।’
उत्तर कोरियाई अधिकारी ने यह भी कहा कि कोरियाई प्रायद्वीप पर स्थिति ‘किसी भी समय विस्फोटक’ हो सकती है, क्योंकि ‘संयुक्त राज्य अमेरिका और दक्षिण कोरिया का सैन्य गठबंधन परमाणु घटक वाले सैन्य गठबंधन में बदल रहा है।
चोई ने यह भी कहा कि प्योंगयांग को यूक्रेन के खिलाफ युद्ध में रूस की जीत का भरोसा है और उत्तर कोरिया हमेशा रूसी साथियों के साथ मजबूती से खड़ा रहेगा।
वहीं रूसी विदेश मंत्री ने कहा कि प्योंगयांग और मॉस्को के बीच ‘सैन्य और सुरक्षा सेवाओं’ के संदर्भ में ‘बहुत करीबी सहयोग’ स्थापित हुआ है।
दोनों विदेश मंत्रियों की यह बैठक ऐसे वक्त में हुई है जब अमेरिका और दक्षिण कोरिया लगातार यह दावा कर रहे हैं कि उत्तर कोरिया ने रूस में अपने हजारों सैनिकों को तैनात किया है।
अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने गुरुवार को कहा है कि रूस के पश्चिमी सीमावर्ती कुर्स्क क्षेत्र में 8,000 उत्तर कोरियाई सैनिकों को तैनात किया गया है और ‘आने वाले दिनों में’ उनके युद्ध में उतरने की उम्मीद है। उन्होंने चेतावनी दी कि वे ‘वैध’ सैन्य लक्ष्य बन जाएंगे।
ब्लिंकन ने कहा, “अब हमारा आकलन है कि रूस में कुल मिलाकर लगभग 10,000 उत्तर कोरियाई सैनिक हैं, और सबसे हालिया जानकारी से संकेत मिलता है कि उनमें से 8,000 उत्तर कोरियाई सैनिकों को कुर्स्क क्षेत्र में तैनात किया गया है।” उन्होंने कहा, “हमने अभी तक इन सैनिकों को यूक्रेनी सैनिकों के खिलाफ़ युद्ध में तैनात होते नहीं देखा है, लेकिन हम आने वाले दिनों में ऐसा होने की उम्मीद है।”
–आईएएनएस
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