नई दिल्ली, 6 सितंबर (आईएएनएस)। भाजपा राष्ट्रीय प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने कांग्रेस नेता एवं कर्नाटक के गृह मंत्री परमेश्वर के बयान को तमिलनाडु के मंत्री उदयनिधि स्टालिन के बयान की श्रृंखला बताया है।
उन्होंने कहा है कि इस घमंडिया गठबंधन के लोगों को अगर सनातन में डेंगू, मलेरिया और कोरोना जैसा रोग नज़र आता है और सनातन हिन्दू धर्म के समूल नाश के बयान में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता नज़र आती है, तो इसका मतलब बिल्कुल साफ है कि रोग उनके दिमाग में है कहीं और नहीं है।
सुधांशु त्रिवेदी ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि कांग्रेस नेता और कर्नाटक के गृह मंत्री परमेश्वर को यदि हिन्दू धर्म की मूल और उत्पत्ति समझ में नहीं आ रही है और इस घमंडिया गठबंधन के नाम के अनुरूप घमंड की पराकाष्ठा दिखाते हुए इस गठबंधन के प्रमुख सहयोगी तमिलनाडु के मंत्री उदयनिधि स्टालिन को यदि सनातन धर्म रोग की तरह नज़र आ रहा है और वे उसका समूल नाश करने की बात कर रहे हैं तो वह कांग्रेस और इस गठबंधन के लोगों के लिए कहते हैं कि परमेश्वर का यह बयान उदयनिधि के बयान की श्रृंखला का ही एक हिस्सा है।
उन्होंने दोनों नेताओं की तीखी आलोचना करते हुए यह भी कहा वे भगवान से ऐसा बयान देने वालों को कुछ बुद्धि देने की प्रार्थना करेंगे क्योंकि एटम बम के अविष्कारक रॉबर्ट को गीता में प्रेरणा नज़र आती है।
एटॉमिक स्ट्रक्चर मॉडल देने वाले नील्ज बोर ने कहा था कि वे प्रश्नों के उत्तर के लिए उपनिषदों को पढ़ते थे। अनिश्चतता का सिद्धांत देने वाले वेर्नेर को वेदों में अपने सिद्धांत का समाधान नज़र आता है।
भाजपा राष्ट्रीय प्रवक्ता ने आगे कहा कि अगर इन सारे महानतम वैज्ञानिकों को सनातन धर्म के ग्रंथों में इतना गहरा ज्ञान नज़र आ रहा है तो भाजपा के प्रति नफ़रत और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रति विद्वेष में कांग्रेस और इस घमंडिया गठबंधन के लोगों को अगर सनातन में डेंगू, मलेरिया और कोरोना जैसा रोग नज़र आता है और सनातन हिन्दू धर्म के समूल नाश के बयान में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता नज़र आती है , तो इसका मतलब बिल्कुल साफ है कि रोग उनके दिमाग में है कहीं और नहीं है।
–आईएएनएस
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