बीजिंग, 5 जून (आईएएनएस)। 5 जून विश्व पर्यावरण दिवस के रूप में मनाया जाता है। मिस्र के जलवायु और पर्यावरण विशेषज्ञ और अरब पर्यावरण विशेषज्ञ संघ के महासचिव माग्दी आलम ने हाल ही में काहिरा में चीनी समाचार एजेंसी शिनहुआ को दिए एक साक्षात्कार में कहा कि चीन का उन्नत पर्यावरण संरक्षण अनुभव और प्रौद्योगिकी मिस्र को तेजी से गंभीर घरेलू प्रदूषण की समस्याओं पर अंकुश लगाने और मिस्र की गोइंग ग्रीन पहल द्वारा निर्धारित लक्ष्यों को जल्द से जल्द हासिल करने में मदद करेगी।
उन्होंने कहा कि चीन और मिस्र जैसे विकासशील देशों के बीच सहयोग का एक लंबा इतिहास रहा है और यह विभिन्न क्षेत्रों में विस्तार कर रहा है, जिनमें से सबसे महत्वपूर्ण कृषि, उद्योग और ऊर्जा के क्षेत्र हैं। पिछले दस वर्षो में चीन के वन संसाधनों में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। वनीकरण में चीन की विशेषज्ञता और अनुभव मिस्र से सीखने लायक हैं।
जानकारी के अनुसार, चीन वनीकरण आयोग के कार्यालय ने इस वर्ष मार्च में 2022 चीन में भूमि हरियाली स्थिति बुलेटिन जारी किया, जिससे पता चला है कि 24.02 प्रतिशत की वन कवरेज दर के साथ चीन में वनों का क्षेत्रफल 23.1 करोड़ हेक्टेयर है। चीन दुनिया में वन संसाधनों में सबसे बड़ी वृद्धि वाला देश बन गया है।
माग्दी आलम के विचार में वनीकरण में आदान-प्रदान और सहयोग के अलावा मिस्र चीन से उन्नत नवीकरणीय ऊर्जा प्रौद्योगिकियों का भी आयात कर सकता है, खास तौर पर सौर ऊर्जा के क्षेत्र में। उन्होंने कहा कि सौर ऊर्जा के क्षेत्र में चीन विश्व में अग्रणी है, मिस्र ने चीन से बहुत सारे सौर उपकरण आयात किया है। इसके साथ ही, दोनों देशों के बीच हाइड्रोजन ऊर्जा के क्षेत्र में भी साझेदारी स्थापित हुई है।
(साभार : चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)
–आईएएनएस
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