पलामू, 19 फरवरी (आईएएनएस)। झारखंड के पलामू जिले के नावाजयपुर थाना क्षेत्र से लापता 14 वर्षीय हर्ष कुमार का शव बुधवार को जंगल से क्षत-विक्षत स्थिति में बरामद किए जाने के बाद लोगों का गुस्सा फूट पड़ा। उसकी हत्या का आरोप लगाते हुए मोहलिया गांव के लोगों ने नावाजयपुर अखाड़ा चौक पर घंटों प्रदर्शन किया।
लोग वारदात को अंजाम देने वाले अपराधियों की तत्काल गिरफ्तारी की मांग कर रहे थे। बाद में पुलिस अधिकारियों की ओर से मामले में कार्रवाई के आश्वासन के बाद लोगों ने जाम हटाया। हर्ष 27 जनवरी से ही लापता था।
परिजनों का कहना है कि अपराधियों ने अपहरण करने के बाद उसकी हत्या की है। ऐसी आशंका जताते हुए उन्होंने थाने में एफआईआर दर्ज कराई थी, लेकिन उसका कोई पता नहीं चल पा रहा था।
24 दिनों के बाद उसका शव मोहलिया गांव के पास स्थित जंगली इलाके से बरामद किया गया। कुछ लोगों ने बुधवार को जंगल में शव पड़े होने की सूचना दी। इसके बाद पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव बरामद किया। परिजनों ने उसकी पहचान हर्ष के रूप में की।
शव बरामदगी के बाद प्रदर्शन कर रहे आक्रोशित लोगों का कहना था कि पुलिस ने इस मामले में सही समय पर कार्रवाई की होती तो शायद हर्ष जीवित होता।
हर्ष के पिता अभिमन्यु प्रसाद के मुताबिक, हर्ष 27 जनवरी को शाम चार-पांच बजे के बीच शौच जाने की बात कह घर से निकला था, लेकिन इसके बाद नहीं लौटा। उन्हें जानकारी मिली थी कि अखाड़ा टोला के पास उसका अपहरण कर लिया गया था।
थाना प्रभारी कमल कुमार पांडेय का कहना है कि पुलिस घटनाक्रम से जुड़े सभी पहलुओं की छानबीन कर रही है। जल्द ही इस वारदात को अंजाम देने वालों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
बुधवार को झारखंड के दुमका जिला मुख्यालय के जरूआडीह गांव में भी ऐसी ही घटना सामने आई। यहां पेड़ पर मो. आर्यन नामक 22 वर्षीय युवक का शव लटकता पाया गया। वह एक दिन पहले लापता हुआ था। उसके परिजनों ने भी उसकी हत्या का आरोप लगाया है।
–आईएएनएस
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