लखनऊ, 28 नवंबर (आईएएनएस)। अपना दल (कमेरावादी) की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और सिराथू की सपा विधायक पल्लवी पटेल ने शीतकालीन सत्र में योगी सरकार को घेरने की रणनीति बनाई है। उन्होंने विधानमंडल के शीतकालीन सत्र में जातिवार जनगणना को लेकर असरकारी विधेयक सदन के पटल पर रखने का फैसला किया है।
जातिवार जनगणना कराने का जो असरकारी विधेयक उन्होंने तैयार किया है, उसे उन्होंने विधानसभा सचिवालय को उपलब्ध कराया है। पल्लवी पटेल ने बताया कि इस निजी विधेयक में सरकार से मांग की गई है कि सरकार जातीय आंकड़ों को प्रस्तुत करें। उन्होंने कहा कि सदन का कोई भी सदस्य निजी विधेयक पेश कर सकता है। ऐसा विधेयक अध्यक्ष के पास जाता है। फिर वह इसे स्वीकृत करते हैं फिर इसे विधायी के पास भेजा जाता है। वह इस पर स्टडी करेंगे। इसके बाद वह संशोधन को बताएंगे। यह अप्रूव्ड होकर विधायी कमेटी के पास चला गया है।
इस निजी विधेयक की मिली कॉपी के अनुसार जातिवार जनगणना के आंकड़े उप्र राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग को उपलब्ध कराए जाएंगे। राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग इन आंकड़ों का विश्लेषण करेगा और राज्य सरकार को विभिन्न जातियों के सामाजिक-आर्थिक आधार पर एक रिपोर्ट देगा। इसके अलावा इस विधेयक में गलत सूचना देने वाले व्यक्ति के खिलाफ कानून के तहत कार्रवाई करने की बात भी लिखी गई है।
पल्लवी के मुताबिक जातिवार जनगणना में व्यक्ति का नाम, उसके पिता या पति का नाम, पता, लिंग, आयु, धर्म, जाति, शैक्षिक योग्यता, व्यवसाय और वार्षिक आय के बारे में जानकारी जुटाई जाएगी। इसमें यह भी प्राविधान किया गया है कि यदि कोई व्यक्ति जान-बूझकर या लापरवाही से किसी व्यक्ति के बारे में कोई गलत तथ्य देता है तो वह दो वर्ष तक के कारावास और पांच हजार रुपये तक के जुर्माने से दंडनीय हो सकता है।
–आईएएनएस
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