पटना, 19 जनवरी (आईएएनएस)। रालोजपा अध्यक्ष पशुपति कुमार पारस की राजद प्रमुख लालू यादव से मुलाकात के बाद बिहार की सियासत में चर्चाओं का बाजार गर्म है। इन दोनों नेताओं की मुलाकात को राजद के राज्यसभा सांसद संजय यादव ने शिष्टाचार मुलाकात बताया है।
उन्होंने कहा कि पशुपति कुमार और लालू यादव के बीच पारिवारिक संबंध रहे हैं। दही चूड़ा भोज पर गए दोनों नेताओं की शिष्टाचार मुलाकात हुई थी। वे दोनों राजनीतिक व्यक्ति हैं, तो एक-दूसरे से मिलना-जुलना लगा रहता है।
पशुपति पारस के महागठबंधन में आने के सवाल पर संजय यादव ने कहा कि यह पार्टी के शीर्ष नेतृत्व का विषय है, मैं इस पर कोई टिप्पणी नहीं करूंगा। पशुपति पारस का लंबा राजनीतिक अनुभव रहा है, उन्होंने लंबे समय तक जनता की सेवा की है। वह किसी महागठबंधन का हिस्सा बनते हैं, तो निश्चित तौर पर फायदा होगा।
राजद कार्यकारिणी बैठक में तेजस्वी यादव को पार्टी का कमान देने पर डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी ने सवाल खड़ा किया है। इस पर पलटवार करते हुए संजय यादव ने कहा कि सम्राट चौधरी दर्पण के सामने खड़ा होकर देखें, वह किसके बेटे हैं। उनकी मां चुनाव कहां से लड़ी थी। उनके परिवार में जितने लोग हैं, सब राजनीति में सक्रिय हैं।
2020 में तेजस्वी यादव ने अकेले अपने दम पर विधानसभा चुनाव लड़ा था। सम्राट चौधरी लालू यादव के पॉलिटिकल स्कूल से पढ़े हैं और उनकी उपलब्धि यह है कि जीवन में वो दो बार चुनाव जीते हैं और दोनों बार राजद के सिंबल पर जीते हैं। 15 साल से सम्राट चौधरी ने कोई चुनाव नहीं जीता है।
आपको बता दें बिहार में राष्ट्रीय जनता दल की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक शनिवार को संपन्न हुई। कार्यकारिणी ने तेजस्वी यादव को राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के बराबर अधिकार दे दिए हैं। पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव आलोक मेहता ने पार्टी के संविधान में संशोधन का प्रस्ताव पेश किया। इसके बाद यह प्रस्ताव सर्वसम्मति से पास हो गया।
–आईएएनएस
एकेएस/सीबीटी