मास्को, 15 सितंबर(आईएएनएस)। रूसी सुरक्षा परिषद के उपाध्यक्ष दिमित्री मेदवेदेव ने कहा है कि पश्चिमी देशों की दखलंदाजी से रूस का धैर्य खत्म हो रहा है। मेदवेदेव ने टेलीग्राम चैनल के जरिए चेतावनी भरे अंदाज में ये बात कही।
मेदवेदेव ने कहा कि “परमाणु संघर्ष किसी के हित में नहीं है। रूस ने खासतौर पर रूसी क्षेत्र में बहुत अंदर तक सटीक हमले करने के मामले में अब तक पश्चिमी देशों की दखलंदाजी के जवाब में अपनी परमाणु क्षमताओं का इस्तेमाल करने में संयम बरता है। हालांकि, उन्होंने चेतावनी दी कि ‘सबसे बड़े धैर्य की भी अपनी सीमाएं’ होती हैं।
समाचार एजेंसी शिन्हुआ के अनुसार, यह चेतावनी यूक्रेनी सेना को सामरिक मिसाइल प्रणाली प्रदान करने के संबंध में अमेरिका द्वारा की गई चर्चा के बाद आई है।
रूसी उप विदेश मंत्री सर्गेई रयाबकोव ने दावा किया कि पश्चिमी नेताओं ने पहले ही निर्णय ले लिया है कि यूक्रेन को लंबी दूरी की मिसाइलों के इस्तेमाल की अनुमति दी जाए- उन्होंने कीव को भी इसकी जानकारी दे दी है, जिसके बाद मॉस्को को अपनी तरह से जवाब देने के लिए मजबूर होना पड़ेगा।
सरकारी समाचार एजेंसी आरआईए के अनुसार रयाबकोव ने कहा, “निर्णय हो चुका है, पूर्ण स्वतंत्रता और सभी रियायतें (कीव को) दे दी गई है, इसलिए हम हर चीज के लिए तैयार हैं।”
क्रेमलिन ने भी बढ़ते खतरे को भांपते हुए सजग रहने का संकेत दिया है, क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने कहा कि रूस जवाबी कार्रवाई की तैयारी कर रहा है।
-आईएएनएस
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