कोलकाता, 5 फरवरी (आईएएनएस)। पश्चिम बंगाल के पश्चिम बर्दवान जिले के रानीगंज इलाके में स्थित ईस्टर्न कोलफील्ड लिमिटेड की परित्यक्त खुली कोयला खदान में सोमवार को भूस्खलन होने से दो लोगों की मौत हो गई और दो अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए।
स्थानीय लोगों का आरोप है कि इस खुली खदान को अनुपयोगी घोषित किया जा चुका था, लेकिन इसके बावजूद भी इस खुले खदान को भरने के लिए किसी भी प्रकार के एहतियाती कदम नहीं उठाए गए।
स्थानीय लोगों ने कहा, “खुले खदान को भरने के लिए ना ही रेत और पानी के मिश्रण का इस्तेमाल किया गया और ना ही कभी अवैध खनन पर अंकुश लगाने की दिशा में कोई कदम उठाया गया।”
हादसे के तुरंत बाद फैशन डिजाइनर से राजनीतिज्ञ बनी आसनसोल (दक्षिण) से बीजेपी विधायक अग्निमित्रा पॉल अपने समर्थकों के साथ मौके पर पहुंची और मौजूदा हालात का जायजा लिया। इसके साथ ही उन्होंने शव को बाहर निकालने और घायलों को बचाने की प्रक्रिया के बारे में भी जानकारी ली।
उन्होंने बताया कि जमीन धंसने से खदान में चार लोग फंस गए, जिसमें से दो की मौके पर ही मौत हो गई और अन्य दो गंभीर रूप से घायल हो गए।
मृतकों की पहचान बिनोद भुंइया (31) और राजेश तुरी (30) के रूप में हुई है। इसके अलावा घायलों की पहचान प्रोबेश बर्नवाल और कारू भुइयां के रूप में हुई है। घायलों को आसनसोल स्थित अस्पताल में भर्ती करवाया गया है, जहां उनका उपचार जारी है। चिकित्सकीय सूत्रों के मुताबिक, घायलों की हालत अभी नाजुक बनी हुई है।
इससे पहले गत वर्ष अक्टूबर माह में रानीगंज स्थित ईसीएल की नारायणकुरी खदान में कुछ इसी तरह का भूस्खलन हुआ था, जिसकी जद में आकर तीन लोगों की मौत हो गई थी।
–आईएएनएस
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