कोलकाता, 23 मई (आईएएनएस)। पश्चिम बंगाल के मालदा जिले के इंग्लिश बाजार में मंगलवार तड़के अवैध पटाखों के गोदाम में आग लग गई। इस दुर्घटना में दो लोगों की मौत हो गई। जबकि दो अन्य घायल हुए हैं।
दोनों घायलों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां वह जिंदगी और मौत के बीच जूझ रहे हैं।
राज्य अग्निशमन विभाग के सूत्रों के मुताबिक, अवैध गोदाम में आग लगने के नौ घंटे से अधिक समय बीत चुका है, लेकिन दमकलकर्मी अभी तक आग पर पूरी तरह से काबू नहीं पा सके हैं। संकरा रास्ता होने के कारण दमकल कर्मियों को आग बुझाने में समस्या का सामना करना पड़ रहा है।
अधिकारियों का कहना है कि भीड़भाड़ वाले इलाके में कुछ पटाखों की दुकानों सहित ज्वलनशील वस्तुओं से सटी दुकानों के कारण आग फैल गई थी।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, पिछले सात दिनों के दौरान राज्य में अवैध पटाखा इकाइयों में विस्फोट का यह तीसरा बड़ा मामला है। इन तीनों हादसों को मिलाकर अब तक मरने वालों की कुल संख्या 17 हो गई है।
पूर्वी मिदनापुर में 16 मई को एक अवैध पटाखा फैक्ट्री एगरा में हुए विस्फोट में कुल 12 लोगों की मौत हो गई थी। 21 मई की रात दक्षिण 24 परगना जिले के महेशतला में पटाखों के एक अवैध गोदाम में इसी तरह का विस्फोट हुआ था, जिसमें एक नाबालिग लड़की समेत तीन लोगों की मौत हो गई थी। अब मालदा में दो लोगों की मौत के बाद पिछले सात दिनों में मरने वालों की संख्या 17 हो गई है।
इस बीच, हमेशा की तरह मालदा में हुए हादसे को लेकर राजनीतिक बयानबाजी शुरू हो गई है। राज्य में भाजपा प्रवक्ता सामिक भट्टाचार्य के अनुसार, पश्चिम बंगाल इन अवैध पटाखों के निर्माण और स्टोरेज संस्थाओं के कारण एक ज्वालामुखी पर खड़ा है, जो सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस और स्थानीय प्रशासन की मिलीभगत के कारण हो रहा है। ऐसी कई फैक्ट्रियों में पटाखों के अलावा देसी बम भी बनते हैं।
–आईएएनएस
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