मालदा (पश्चिम बंगाल), 11 अगस्त (आईएएनएस)। पश्चिम बंगाल के मालदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल में जूनियर डॉक्टर और हाउस स्टाफ हड़ताल पर हैं। सैकड़ों डॉक्टर और छात्र इस आंदोलन में हिस्सा ले रहे हैं। नतीजतन, आपातकालीन और प्रसूति विभाग में चिकित्सा सेवाएं प्रभावित हैं।
हड़ताली डॉक्टर एवं कर्मचारी आरजी कर मेडिकल कॉलेज घटना के दोषियों को कड़ी सजा देने की मांग कर रहे हैं। इसके अलावा मालदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल में सुरक्षा बढ़ाने की मांग की गई है।
गड़बड़ी रोकने के लिए अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की गई। मालदा मेडिकल कॉलेज के अधीक्षक ने स्वीकार किया कि जूनियर डॉक्टरों और कर्मचारियों की हड़ताल के कारण सेवाएं प्रभावित होंगी। स्वास्थ्य विभाग ने प्रदर्शनकारियों की मांगों पर चर्चा करने के लिए अधिकारियों को संदेश भेजा।
कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज के अधीक्षक को स्वास्थ्य विभाग ने हटाने का आदेश दिया है। डॉ. संजय वशिष्ठ लंबे समय से इसके प्रभारी थे। उनकी जगह अस्पताल की डीन बुलबुल मुखर्जी को जिम्मेदारी दी गई थी। शुक्रवार को अस्पताल से एक डॉक्टर का शव बरामद होने के बाद अधीक्षक को हटाने की मांग उठने लगी थी। घटना के 48 घंटे बाद स्वास्थ्य विभाग ने अधीक्षक को हटाने का आदेश जारी किया।
राजधानी कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल के सेमिनार रूम में शुक्रवार सुबह एक महिला डॉक्टर मृत पाई गई। पीड़ित परिवार ने लड़की के साथ दुष्कर्म और हत्या का संदेह जताया है, जिस पर पुलिस ने शिकायत भी दर्ज कर ली है।
दूसरी ओर, महिला डॉक्टर की निर्मम हत्या को लेकर पश्चिम बंगाल के सभी मेडिकल कॉलेजों में डॉक्टरों ने विरोध-प्रदर्शन शुरू कर दिया है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मामले की सुनवाई फास्ट ट्रैक कोर्ट में भेजने की घोषणा की है।
–आईएएनएस
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