नई दिल्ली, 25 अप्रैल (आईएएनएस)। पहलगाम आतंकी हमले को लेकर देशभर में गुस्से का माहौल है। हर कोई आतंकियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहा है। इस बीच, शुक्रवार को दिल्ली समेत देश के कई राज्यों में जुमे की नमाज के दौरान मुस्लिम समुदाय के लोगों ने हाथ पर काली पट्टी बांधकर विरोध जताया। साथ ही उन्होंने सरकार से आतंकियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की।
एआईएमआईएम प्रवक्ता शोएब जमई ने आईएएनएस से बात करते हुए कहा, “पहलगाम में जो हुआ, वह देश के लिए बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है और इस जघन्य घटना को अंजाम देने वाले आतंकवादियों पर हम लानत भेजते हैं। हमारी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने पहलगाम आतंकी हमले को लेकर विरोध जताया। उन्होंने गुरुवार को हुई ऑल पार्टी मीटिंग में भी सरकार के हर कदम के साथ खड़े होने की बात कही है। आज पहलगाम हमले के विरोध में हाथों पर काली पट्टी बांधकर जुमे की नमाज अदा की गई।”
उन्होंने आगे कहा, “सरकार से सवाल भी पूछा जाना चाहिए कि जम्मू-कश्मीर अति संवेदनशील इलाका है और इसके बावजूद सुरक्षा-व्यवस्था क्यों नहीं थी? पर्यटकों ने खुद कहा है कि कश्मीरियों ने हमारी मदद की और जान बचाई। मगर, घटना के एक घंटे के बाद तक लोग तड़पते रहे, लेकिन उन तक कोई राहत नहीं पहुंची। सरकार ने भी माना है कि सुरक्षा में चूक हुई है, लेकिन सरकार आतंकियों को खत्म करने में जो भी एक्शन लेगी, हम सरकार के साथ खड़े हैं। हालांकि, हमारे देश में बैठे कुछ लोग इस घटना की आड़ में हिंदुओं और मुसलमानों के बीच खाई पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं, जो हमारे लिए चिंता का विषय है।”
उत्तर प्रदेश के वाराणसी में जामा मस्जिद में जुमे की नमाज शांतिपूर्वक अदा की गई। इस दौरान देश में अमन-चैन और पहलगाम हमले में मारे गए पर्यटकों की आत्मा की शांति के लिए भी दुआ की गई।
नमाजी जीशान अंसारी ने आईएएनएस से बातचीत में कहा कि जुमे की नमाज के दौरान पहलगाम के पीड़ितों के लिए दुआ की गई। हम अपील करते हैं कि देश के अंदर सुख-शांति बनी रहे और जो भी लोग पहलगाम में मारे गए हैं, उनके प्रति संवेदना व्यक्त करते हैं।
नमाजी मोहम्मद असलम ने कहा कि पहलगाम में इंसानियत का कत्ल हुआ है। पहलगाम हमले में न कोई हिंदू मरा है और न कोई मुसलमान मरा है, बल्कि वहां सिर्फ इंसानियत को मारा गया है। मुझे पर्यटकों की मौत का दुख है और सभी से अपील करूंगा कि मृतकों के परिवार के लिए दुआ करें।
नमाजी सैफ कुरैशी ने पहलगाम हमले की निंदा की। उन्होंने बताया कि जुमे की नमाज के दौरान जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में मारे गए मृतकों के लिए दुआ की गई। पहलगाम की घटना निंदनीय है, आतंकवादियों का कोई धर्म या जाति नहीं होती है। इस आतंकी घटना का हम विरोध करते हैं और मांग करते हैं कि सरकार आतंकियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करे।
इसके अलावा, एक अन्य नमाजी ने बताया कि इमाम साहब ने जुमे की नमाज में पहलगाम आतंकी हमले में मारे गए लोगों के लिए दुआ कराई। उन्होंने देश में भाईचारा और अमन कायम रखने की अपील की।
यूपी की राजधानी लखनऊ में आसिफी मस्जिद के बाहर मुस्लिम समुदाय के लोगों ने जुमे की नमाज के बाद विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान उन्होंने आतंकवादियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की। साथ ही पाकिस्तान के खिलाफ मुर्दाबाद के नारे भी लगाए।
लखनऊ की टीले वाली मस्जिद में भी पहलगाम में हुए आतंकी हमले को लेकर प्रदर्शन किया गया। टीले वाली मस्जिद के इमाम फजलुल मन्नान रहमानी ने आईएएनएस से बातचीत में कहा, “मैंने पहलगाम आतंकी हमले के विरोध में सभी लोगों से अपील करते हुए कहा था कि जुमे की नमाज के दौरान हाथों पर काली पट्टी बांधकर नमाज पढ़ने के लिए आएं। आज हमने काली पट्टी बांधकर जुमे की नमाज अदा की है। मैं पहलगाम हमले की निंदा करता हूं और मैं यही कहूंगा कि भारत सरकार जो भी निर्णय लेगी, देश का मुसलमान उनके साथ खड़ा है। अगर हिंदुस्तान युद्ध करता है, तो हमारा सेना को पूरा समर्थन है।”
मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में मुस्लिम समुदाय के लोगों ने काली पट्टी बांधकर जुमे की नमाज अदा की। इस दौरान उन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की।
नमाजी ने आईएएनएस से बातचीत में कहा कि कश्मीर में जिस तरीके से कायराना हरकत की गई है, उसकी हम निंदा करते हैं। पाकिस्तान नहीं चाहता है कि कश्मीर विकसित हो, इसलिए पाकिस्तान लगातार आतंकियों को तैयार करता है और हमारे यहां हमले कराता है। मैं सरकार से अपील करूंगा कि उन्हें बॉर्डर वाले क्षेत्र में और भी कड़ा पहरा करना चाहिए, ताकि कोई भी बिना इजाजत के भारत में न घुस पाए।
नमाजी अरबाज ने कहा कि पहलगाम हमले के बाद से हमारा खून खौल रहा है, जिस तरीके से आतंकियों ने हमारे भाइयों का खून बहाया है। केंद्र सरकार को उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए।
–आईएएनएस
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