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Home ताज़ा समाचार

पहली शेरपा बैठक के तीसरे दिन भारत की जी20 प्राथमिकताओं पर हुई चर्चा

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December 6, 2022
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पहली शेरपा बैठक के तीसरे दिन भारत की जी20 प्राथमिकताओं पर हुई चर्चा
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नई दिल्ली, 6 दिसंबर (आईएएनएस)। भारत की जी20 अध्यक्षता की पहली शेरपा बैठक राजस्थान के उदयपुर में हुई। बैठक के तीसरे दिन मंगलवार को समावेशी विकास, बहुपक्षवाद और महिलाओं के नेतृत्व वाले विकास के प्रमुख वैश्विक मुद्दों के साथ-साथ 3एफ (खाद्य, ईंधन और उर्वरक), पर्यटन और संस्कृति जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा हुई।

शेरपा बैठक के सभी पांच मूल सत्रों का समापन मंगलवार को हुआ। चर्चा की शुरुआत करते हुए नीति आयोग के मुख्य कार्यकारी अमिताभ कांत ने कहा कि जी20 शेरपा ने कृषि, व्यापार और निवेश, रोजगार, भ्रष्टाचार-विरोधी, पर्यटन और संस्कृति पर छह अलग-अलग कार्य समूहों में उपरोक्त विषयों पर भारत की जी20 प्राथमिकताओं का अवलोकन प्रदान किया, साथ ही साथ इसे मजबूत करने के तरीके भी बताए।

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उन्होंने कृषि, व्यापार, रोजगार, भ्रष्टाचार और आर्थिक अपराधों से निपटने में परिवर्तनकारी प्रयासों की जरूरत पर जोर दिया।

प्रतिनिधियों ने आर्थिक विकास में वैश्विक बाधाओं पर चर्चा के दौरान दीर्घकालिक समाधान और सार्थक साझेदारी के माध्यम से लचीला विकास प्राप्त करने के महत्व को रेखांकित किया।

कांत ने भारत द्वारा निर्धारित प्राथमिकताओं की विस्तृत श्रृंखला पर प्रतिनिधिमंडलों द्वारा दिए गए समर्थन की सराहना की।

इसके बाद सत्र 4 में बहुपक्षीय सुधारों और ऐसी संस्थाओं के निर्माण की जरूरत पर ध्यान केंद्रित किया गया, जो जरूरतों और महत्वाकांक्षाओं को समझने में सक्षम हों और दुनिया भर के सभी क्षेत्रों और देशों की प्राथमिकताओं को प्रतिबिंबित करें और चुनौतियों का समाधान करें।

व्यवधानों को दूर करने और खाद्य, ईंधन और उर्वरक आपूर्ति की सुरक्षा को बढ़ावा देने से संबंधित मुद्दों पर विचार-विमर्श किया गया। साथ ही, बहुपक्षीय विकास बैंकों के जनादेश और संसाधनों को सुदृढ़ करना और बढ़ाना, विश्व व्यापार संगठन में सुधार करना, हरित ऊर्जा प्राप्त करने में हरित हाइड्रोजन का महत्व, प्रमुख क्षेत्रों में शांति और सद्भाव के लिए बहुपक्षवाद में सुधार पर चर्चा की गई।

समकालीन वैश्विक सामाजिक-आर्थिक और भू-राजनीतिक चिंताओं को देखते हुए इस बात पर प्रकाश डाला गया कि चर्चा सामयिक और बहुत महत्वपूर्ण है।

भारत के जी20 शेरपा बैठक में पिछले तीन दिनों के उपयोगी विचार-विमर्श को आगे बढ़ाते हुए चर्चा के प्रमुख क्षेत्रों पर प्रकाश डाला गया और जी20 देशों की सामूहिक कार्रवाई की जरूरत पर जोर दिया गया।

भारत के अध्यक्ष पद की व्यापक थीम – वसुधैव कुटुम्बकम् – एक पृथ्वी। एक परिवार। एक भविष्य – कार्यवाही के दौरान गूंजती रही।

–आईएएनएस

एसजीके/एएनएम

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नई दिल्ली, 6 दिसंबर (आईएएनएस)। भारत की जी20 अध्यक्षता की पहली शेरपा बैठक राजस्थान के उदयपुर में हुई। बैठक के तीसरे दिन मंगलवार को समावेशी विकास, बहुपक्षवाद और महिलाओं के नेतृत्व वाले विकास के प्रमुख वैश्विक मुद्दों के साथ-साथ 3एफ (खाद्य, ईंधन और उर्वरक), पर्यटन और संस्कृति जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा हुई।

शेरपा बैठक के सभी पांच मूल सत्रों का समापन मंगलवार को हुआ। चर्चा की शुरुआत करते हुए नीति आयोग के मुख्य कार्यकारी अमिताभ कांत ने कहा कि जी20 शेरपा ने कृषि, व्यापार और निवेश, रोजगार, भ्रष्टाचार-विरोधी, पर्यटन और संस्कृति पर छह अलग-अलग कार्य समूहों में उपरोक्त विषयों पर भारत की जी20 प्राथमिकताओं का अवलोकन प्रदान किया, साथ ही साथ इसे मजबूत करने के तरीके भी बताए।

उन्होंने कृषि, व्यापार, रोजगार, भ्रष्टाचार और आर्थिक अपराधों से निपटने में परिवर्तनकारी प्रयासों की जरूरत पर जोर दिया।

प्रतिनिधियों ने आर्थिक विकास में वैश्विक बाधाओं पर चर्चा के दौरान दीर्घकालिक समाधान और सार्थक साझेदारी के माध्यम से लचीला विकास प्राप्त करने के महत्व को रेखांकित किया।

कांत ने भारत द्वारा निर्धारित प्राथमिकताओं की विस्तृत श्रृंखला पर प्रतिनिधिमंडलों द्वारा दिए गए समर्थन की सराहना की।

इसके बाद सत्र 4 में बहुपक्षीय सुधारों और ऐसी संस्थाओं के निर्माण की जरूरत पर ध्यान केंद्रित किया गया, जो जरूरतों और महत्वाकांक्षाओं को समझने में सक्षम हों और दुनिया भर के सभी क्षेत्रों और देशों की प्राथमिकताओं को प्रतिबिंबित करें और चुनौतियों का समाधान करें।

व्यवधानों को दूर करने और खाद्य, ईंधन और उर्वरक आपूर्ति की सुरक्षा को बढ़ावा देने से संबंधित मुद्दों पर विचार-विमर्श किया गया। साथ ही, बहुपक्षीय विकास बैंकों के जनादेश और संसाधनों को सुदृढ़ करना और बढ़ाना, विश्व व्यापार संगठन में सुधार करना, हरित ऊर्जा प्राप्त करने में हरित हाइड्रोजन का महत्व, प्रमुख क्षेत्रों में शांति और सद्भाव के लिए बहुपक्षवाद में सुधार पर चर्चा की गई।

समकालीन वैश्विक सामाजिक-आर्थिक और भू-राजनीतिक चिंताओं को देखते हुए इस बात पर प्रकाश डाला गया कि चर्चा सामयिक और बहुत महत्वपूर्ण है।

भारत के जी20 शेरपा बैठक में पिछले तीन दिनों के उपयोगी विचार-विमर्श को आगे बढ़ाते हुए चर्चा के प्रमुख क्षेत्रों पर प्रकाश डाला गया और जी20 देशों की सामूहिक कार्रवाई की जरूरत पर जोर दिया गया।

भारत के अध्यक्ष पद की व्यापक थीम – वसुधैव कुटुम्बकम् – एक पृथ्वी। एक परिवार। एक भविष्य – कार्यवाही के दौरान गूंजती रही।

–आईएएनएस

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व्यवधानों को दूर करने और खाद्य, ईंधन और उर्वरक आपूर्ति की सुरक्षा को बढ़ावा देने से संबंधित मुद्दों पर विचार-विमर्श किया गया। साथ ही, बहुपक्षीय विकास बैंकों के जनादेश और संसाधनों को सुदृढ़ करना और बढ़ाना, विश्व व्यापार संगठन में सुधार करना, हरित ऊर्जा प्राप्त करने में हरित हाइड्रोजन का महत्व, प्रमुख क्षेत्रों में शांति और सद्भाव के लिए बहुपक्षवाद में सुधार पर चर्चा की गई।

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भारत के जी20 शेरपा बैठक में पिछले तीन दिनों के उपयोगी विचार-विमर्श को आगे बढ़ाते हुए चर्चा के प्रमुख क्षेत्रों पर प्रकाश डाला गया और जी20 देशों की सामूहिक कार्रवाई की जरूरत पर जोर दिया गया।

भारत के अध्यक्ष पद की व्यापक थीम – वसुधैव कुटुम्बकम् – एक पृथ्वी। एक परिवार। एक भविष्य – कार्यवाही के दौरान गूंजती रही।

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शेरपा बैठक के सभी पांच मूल सत्रों का समापन मंगलवार को हुआ। चर्चा की शुरुआत करते हुए नीति आयोग के मुख्य कार्यकारी अमिताभ कांत ने कहा कि जी20 शेरपा ने कृषि, व्यापार और निवेश, रोजगार, भ्रष्टाचार-विरोधी, पर्यटन और संस्कृति पर छह अलग-अलग कार्य समूहों में उपरोक्त विषयों पर भारत की जी20 प्राथमिकताओं का अवलोकन प्रदान किया, साथ ही साथ इसे मजबूत करने के तरीके भी बताए।

उन्होंने कृषि, व्यापार, रोजगार, भ्रष्टाचार और आर्थिक अपराधों से निपटने में परिवर्तनकारी प्रयासों की जरूरत पर जोर दिया।

प्रतिनिधियों ने आर्थिक विकास में वैश्विक बाधाओं पर चर्चा के दौरान दीर्घकालिक समाधान और सार्थक साझेदारी के माध्यम से लचीला विकास प्राप्त करने के महत्व को रेखांकित किया।

कांत ने भारत द्वारा निर्धारित प्राथमिकताओं की विस्तृत श्रृंखला पर प्रतिनिधिमंडलों द्वारा दिए गए समर्थन की सराहना की।

इसके बाद सत्र 4 में बहुपक्षीय सुधारों और ऐसी संस्थाओं के निर्माण की जरूरत पर ध्यान केंद्रित किया गया, जो जरूरतों और महत्वाकांक्षाओं को समझने में सक्षम हों और दुनिया भर के सभी क्षेत्रों और देशों की प्राथमिकताओं को प्रतिबिंबित करें और चुनौतियों का समाधान करें।

व्यवधानों को दूर करने और खाद्य, ईंधन और उर्वरक आपूर्ति की सुरक्षा को बढ़ावा देने से संबंधित मुद्दों पर विचार-विमर्श किया गया। साथ ही, बहुपक्षीय विकास बैंकों के जनादेश और संसाधनों को सुदृढ़ करना और बढ़ाना, विश्व व्यापार संगठन में सुधार करना, हरित ऊर्जा प्राप्त करने में हरित हाइड्रोजन का महत्व, प्रमुख क्षेत्रों में शांति और सद्भाव के लिए बहुपक्षवाद में सुधार पर चर्चा की गई।

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भारत के अध्यक्ष पद की व्यापक थीम – वसुधैव कुटुम्बकम् – एक पृथ्वी। एक परिवार। एक भविष्य – कार्यवाही के दौरान गूंजती रही।

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शेरपा बैठक के सभी पांच मूल सत्रों का समापन मंगलवार को हुआ। चर्चा की शुरुआत करते हुए नीति आयोग के मुख्य कार्यकारी अमिताभ कांत ने कहा कि जी20 शेरपा ने कृषि, व्यापार और निवेश, रोजगार, भ्रष्टाचार-विरोधी, पर्यटन और संस्कृति पर छह अलग-अलग कार्य समूहों में उपरोक्त विषयों पर भारत की जी20 प्राथमिकताओं का अवलोकन प्रदान किया, साथ ही साथ इसे मजबूत करने के तरीके भी बताए।

उन्होंने कृषि, व्यापार, रोजगार, भ्रष्टाचार और आर्थिक अपराधों से निपटने में परिवर्तनकारी प्रयासों की जरूरत पर जोर दिया।

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कांत ने भारत द्वारा निर्धारित प्राथमिकताओं की विस्तृत श्रृंखला पर प्रतिनिधिमंडलों द्वारा दिए गए समर्थन की सराहना की।

इसके बाद सत्र 4 में बहुपक्षीय सुधारों और ऐसी संस्थाओं के निर्माण की जरूरत पर ध्यान केंद्रित किया गया, जो जरूरतों और महत्वाकांक्षाओं को समझने में सक्षम हों और दुनिया भर के सभी क्षेत्रों और देशों की प्राथमिकताओं को प्रतिबिंबित करें और चुनौतियों का समाधान करें।

व्यवधानों को दूर करने और खाद्य, ईंधन और उर्वरक आपूर्ति की सुरक्षा को बढ़ावा देने से संबंधित मुद्दों पर विचार-विमर्श किया गया। साथ ही, बहुपक्षीय विकास बैंकों के जनादेश और संसाधनों को सुदृढ़ करना और बढ़ाना, विश्व व्यापार संगठन में सुधार करना, हरित ऊर्जा प्राप्त करने में हरित हाइड्रोजन का महत्व, प्रमुख क्षेत्रों में शांति और सद्भाव के लिए बहुपक्षवाद में सुधार पर चर्चा की गई।

समकालीन वैश्विक सामाजिक-आर्थिक और भू-राजनीतिक चिंताओं को देखते हुए इस बात पर प्रकाश डाला गया कि चर्चा सामयिक और बहुत महत्वपूर्ण है।

भारत के जी20 शेरपा बैठक में पिछले तीन दिनों के उपयोगी विचार-विमर्श को आगे बढ़ाते हुए चर्चा के प्रमुख क्षेत्रों पर प्रकाश डाला गया और जी20 देशों की सामूहिक कार्रवाई की जरूरत पर जोर दिया गया।

भारत के अध्यक्ष पद की व्यापक थीम – वसुधैव कुटुम्बकम् – एक पृथ्वी। एक परिवार। एक भविष्य – कार्यवाही के दौरान गूंजती रही।

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शेरपा बैठक के सभी पांच मूल सत्रों का समापन मंगलवार को हुआ। चर्चा की शुरुआत करते हुए नीति आयोग के मुख्य कार्यकारी अमिताभ कांत ने कहा कि जी20 शेरपा ने कृषि, व्यापार और निवेश, रोजगार, भ्रष्टाचार-विरोधी, पर्यटन और संस्कृति पर छह अलग-अलग कार्य समूहों में उपरोक्त विषयों पर भारत की जी20 प्राथमिकताओं का अवलोकन प्रदान किया, साथ ही साथ इसे मजबूत करने के तरीके भी बताए।

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