नई दिल्ली, 16 अक्टूबर (आईएएनएस)। पाकिस्तान के पूर्व विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो ने भारत के साथ द्विपक्षीय वार्ता की वकालत की है। बिलावल भुट्टो के बयान पर अब कांग्रेस के वरिष्ठ नेता करण सिंह ने बुधवार को प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि वार्ता तभी होगी जब वे आतंकवादियों को भेजना बंद करेंगे।
कांग्रेस नेता करण सिंह ने कहा, “यह एक समझदारी भरा कदम है। मैं इसका स्वागत करता हूं। भुट्टो को लगता है कि आगे बढ़ने का रास्ता भारत के साथ अच्छे संबंधों को बढ़ावा देना है। हालांकि, वार्ता तभी होगी जब वे आतंकवादियों को भेजना बंद करेंगे।”
उन्होंने कहा, “आप पाकिस्तान के साथ अच्छे संबंध और लगातार आतंकवाद जैसे दोनों मामलों को एक साथ नहीं रख सकते। वे हमारे पड़ोसी हैं और हम शांतिपूर्ण संबंध चाहते हैं, लेकिन आतंकवाद मुख्य समस्या है। यदि वे आतंकवाद को रोकते हैं, तो बातचीत आगे बढ़ सकती है।”
बिलावल भुट्टो ने मंगलवार को भारत और पाकिस्तान के बीच विशेष रूप से जलवायु परिवर्तन और आतंकवाद के मुद्दे पर एक आम बिंदु तक पहुंचने की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि बातचीत जरूरी है।
करण सिंह ने जम्मू-कश्मीर में उमर अब्दुल्ला सरकार को कांग्रेस द्वारा बाहर से समर्थन दिए जाने के फैसले पर खुशी जाहिर की।
उन्होंने कहा, “जम्मू-कश्मीर में 10 साल बाद चुनाव शांतिपूर्ण और निष्पक्ष तरीके से हुए हैं, जो एक सकारात्मक परिणाम है। कांग्रेस ने केवल छह सीटें जीतीं, जो उम्मीद से कम थी। इसलिए उन्होंने अपनी मांगों के बारे में सोचा होगा। कांग्रेस के बिना भी उमर अब्दुल्ला के पास बहुमत स्पष्ट है।”
उन्होंने कहा, “एक मजबूत सरकार की जरूरत है और इसे लोगों की बेहतरी के लिए काम करना चाहिए। अब हम राज्य का दर्जा बहाल होने का इंतजार कर रहे हैं।”
कांग्रेस नेता ने वायनाड सीट से प्रियंका गांधी के चुनाव लड़ने पर कहा, “मैं बचपन से प्रियंका और राहुल को जानता हूं। प्रियंका एक अच्छी वक्ता हैं और अपने किरदार में काफी सक्रिय हैं। मुझे खुशी है कि वह चुनाव लड़ रही हैं। मेरी शुभकामनाएं और आशीर्वाद उनके साथ हैं।”
–आईएएनएस
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