deshbandhu

deshbandu_logo
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर
deshbandu_logo
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर
Menu
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर
Facebook Twitter Youtube
  • भोपाल
  • इंदौर
  • उज्जैन
  • ग्वालियर
  • जबलपुर
  • रीवा
  • चंबल
  • नर्मदापुरम
  • शहडोल
  • सागर
  • देशबन्धु जनमत
  • पाठक प्रतिक्रियाएं
  • हमें जानें
  • विज्ञापन दरें
ADVERTISEMENT
Home अंतरराष्ट्रीय

पाकिस्तानी शहरों में पब्लिक लेक्चर देगा भारत का भगोड़ा जाकिर नाइक, शहबाज शरीफ सरकार ने दिया न्योता

by
September 22, 2024
in अंतरराष्ट्रीय
0
पाकिस्तानी शहरों में पब्लिक लेक्चर देगा भारत का भगोड़ा जाकिर नाइक, शहबाज शरीफ सरकार ने दिया न्योता
0
SHARES
2
VIEWS
Share on FacebookShare on Whatsapp
ADVERTISEMENT

इस्लामाबाद, 22 सितंबर (आईएएनएस)। विवादास्पद इस्लामी उपदेशक और भारत का वांछित भगोड़ा जाकिर नाइक शहबाज शरीफ सरकार के निमंत्रण पर पाकिस्तान का दौरा करने वाला है। अगले महीने वह कई पाकिस्तानी शहरों में पब्लिक लेक्चर देगा।

नाइक ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया पेज पर इस बारे में जानकारी दी है। वह अपने बेटे फारिक नाइक के साथ इस्लामाबाद, लाहौर और कराची में जनसभाएं करेगा।

READ ALSO

ईरान पर प्रतिबंध लगाने के लिए स्नैपबैक मैकेनिज्म को बताया जाल, यूरोप पर साधा निशाना

यूनेस्को ने चीन के दो नए क्षेत्रों को विश्व बायोस्फीयर रिजर्व के रूप में मान्यता दी

नाइक के पाकिस्तान दौरे की शुरुआत 5 अक्टूबर को कराची से होगी और 20 अक्टूबर को इस्लामाबाद में यह खत्म होगा।

नाइक का कराची में कार्यक्रम बाग-ए-कायद में होगा। यह जगह पाकिस्तान के संस्थापक मुहम्मद अली जिन्ना की मजार के सामने स्थित है।

नाइक को पाकिस्तानी सरकार का निमंत्रण मिलने के बाद ऐसी संभावना है कि कराची और लाहौर में संबंधित मुख्यमंत्री उसका स्वागत करेंगे। उसकी इस्लामाबाद में प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ से भी मुलाकात हो सकती है।

नाइक भारत में एक वांछित भगोड़ा है जो कई वर्षों से मलेशिया में रह रहा है। 2017 में, बांग्लादेश के अधिकारियों ने दावा किया था कि ढाका के एक कैफे पर हमला करने वालों में से एक, जाकिर नाइक से प्रेरित था। इस घटना में 22 लोग मारे गए थे।

बाद में उसी वर्ष, भारत की एनआईए ने भी नाइक पर गैरकानूनी गतिविधियों में लिप्त होने और धार्मिक घृणा को बढ़ावा देने का आरोप लगाया।

इसके बाद से नाइक मलेशिया में रह रहा है क्योंकि यहां की सरकार ने उसे संरक्षण दिया है।

हालांकि जाकिर को पाकिस्तान में व्यापक समर्थन प्राप्त है, लेकिन विभिन्न संप्रदायों से कई धार्मिक आवाजें ऐसी भी हैं, जो उससे सहमत नहीं हैं और एक धार्मिक उपदेशक के रूप में उसका विरोध करती हैं।

भारत छोड़ने के बाद नाइक का पसंदीदा ठिकाना पाकिस्तान था। हालांकि, उसने मलेशिया जाने का फैसला किया और तर्क दिया कि अगर वह पाकिस्तान चला जाता, तो उसे आईएसआई एजेंट करार दे दिया जाता।

नाइक ने हाल ही में एक इंटरव्यू में कहा, “शरिया हमें बड़े नुकसान से बचने के लिए कम नुकसान को स्वीकार करना सिखाता है। अगर मैं पाकिस्तान चला जाता तो भारत मुझे आईएसआई एजेंट करार दे देता और मेरी संस्था को बंद कर देता।”

जाकिर की अगले महीने होने वाली यात्रा एक बार फिर नई दिल्ली इन दावों को मजबूती देती है कि पाकिस्तान भारत में वांछित व्यक्तियों का स्वागत करता है और उन्हें सुविधाएं प्रदान करता है।

राजनीतिक विश्लेषक कामरान यूसुफ ने कहते हैं, “डॉ. नाइक की यात्रा पाकिस्तान में एक बड़ी घटना होगी, लेकिन इससे भारत के साथ संबंधों में और खिंचाव आएगा। भारत पहले से ही दावा करता रहा है कि पाकिस्तान ओसामा बिन लादेन, हाफिज सईद, दाऊद इब्राहिम और भारत विरोधी एजेंडे वाले अन्य लोगों के लिए एक सुरक्षित पनाहगाह है। अब जब नाइक का देश में स्वागत होगा, तो इससे पाकिस्तान के खिलाफ भारत के आरोपों को बल मिलेगा।”

–आईएएनएस

एमके/

ADVERTISEMENT

इस्लामाबाद, 22 सितंबर (आईएएनएस)। विवादास्पद इस्लामी उपदेशक और भारत का वांछित भगोड़ा जाकिर नाइक शहबाज शरीफ सरकार के निमंत्रण पर पाकिस्तान का दौरा करने वाला है। अगले महीने वह कई पाकिस्तानी शहरों में पब्लिक लेक्चर देगा।

नाइक ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया पेज पर इस बारे में जानकारी दी है। वह अपने बेटे फारिक नाइक के साथ इस्लामाबाद, लाहौर और कराची में जनसभाएं करेगा।

नाइक के पाकिस्तान दौरे की शुरुआत 5 अक्टूबर को कराची से होगी और 20 अक्टूबर को इस्लामाबाद में यह खत्म होगा।

नाइक का कराची में कार्यक्रम बाग-ए-कायद में होगा। यह जगह पाकिस्तान के संस्थापक मुहम्मद अली जिन्ना की मजार के सामने स्थित है।

नाइक को पाकिस्तानी सरकार का निमंत्रण मिलने के बाद ऐसी संभावना है कि कराची और लाहौर में संबंधित मुख्यमंत्री उसका स्वागत करेंगे। उसकी इस्लामाबाद में प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ से भी मुलाकात हो सकती है।

नाइक भारत में एक वांछित भगोड़ा है जो कई वर्षों से मलेशिया में रह रहा है। 2017 में, बांग्लादेश के अधिकारियों ने दावा किया था कि ढाका के एक कैफे पर हमला करने वालों में से एक, जाकिर नाइक से प्रेरित था। इस घटना में 22 लोग मारे गए थे।

बाद में उसी वर्ष, भारत की एनआईए ने भी नाइक पर गैरकानूनी गतिविधियों में लिप्त होने और धार्मिक घृणा को बढ़ावा देने का आरोप लगाया।

इसके बाद से नाइक मलेशिया में रह रहा है क्योंकि यहां की सरकार ने उसे संरक्षण दिया है।

हालांकि जाकिर को पाकिस्तान में व्यापक समर्थन प्राप्त है, लेकिन विभिन्न संप्रदायों से कई धार्मिक आवाजें ऐसी भी हैं, जो उससे सहमत नहीं हैं और एक धार्मिक उपदेशक के रूप में उसका विरोध करती हैं।

भारत छोड़ने के बाद नाइक का पसंदीदा ठिकाना पाकिस्तान था। हालांकि, उसने मलेशिया जाने का फैसला किया और तर्क दिया कि अगर वह पाकिस्तान चला जाता, तो उसे आईएसआई एजेंट करार दे दिया जाता।

नाइक ने हाल ही में एक इंटरव्यू में कहा, “शरिया हमें बड़े नुकसान से बचने के लिए कम नुकसान को स्वीकार करना सिखाता है। अगर मैं पाकिस्तान चला जाता तो भारत मुझे आईएसआई एजेंट करार दे देता और मेरी संस्था को बंद कर देता।”

जाकिर की अगले महीने होने वाली यात्रा एक बार फिर नई दिल्ली इन दावों को मजबूती देती है कि पाकिस्तान भारत में वांछित व्यक्तियों का स्वागत करता है और उन्हें सुविधाएं प्रदान करता है।

राजनीतिक विश्लेषक कामरान यूसुफ ने कहते हैं, “डॉ. नाइक की यात्रा पाकिस्तान में एक बड़ी घटना होगी, लेकिन इससे भारत के साथ संबंधों में और खिंचाव आएगा। भारत पहले से ही दावा करता रहा है कि पाकिस्तान ओसामा बिन लादेन, हाफिज सईद, दाऊद इब्राहिम और भारत विरोधी एजेंडे वाले अन्य लोगों के लिए एक सुरक्षित पनाहगाह है। अब जब नाइक का देश में स्वागत होगा, तो इससे पाकिस्तान के खिलाफ भारत के आरोपों को बल मिलेगा।”

–आईएएनएस

एमके/

ADVERTISEMENT

इस्लामाबाद, 22 सितंबर (आईएएनएस)। विवादास्पद इस्लामी उपदेशक और भारत का वांछित भगोड़ा जाकिर नाइक शहबाज शरीफ सरकार के निमंत्रण पर पाकिस्तान का दौरा करने वाला है। अगले महीने वह कई पाकिस्तानी शहरों में पब्लिक लेक्चर देगा।

नाइक ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया पेज पर इस बारे में जानकारी दी है। वह अपने बेटे फारिक नाइक के साथ इस्लामाबाद, लाहौर और कराची में जनसभाएं करेगा।

नाइक के पाकिस्तान दौरे की शुरुआत 5 अक्टूबर को कराची से होगी और 20 अक्टूबर को इस्लामाबाद में यह खत्म होगा।

नाइक का कराची में कार्यक्रम बाग-ए-कायद में होगा। यह जगह पाकिस्तान के संस्थापक मुहम्मद अली जिन्ना की मजार के सामने स्थित है।

नाइक को पाकिस्तानी सरकार का निमंत्रण मिलने के बाद ऐसी संभावना है कि कराची और लाहौर में संबंधित मुख्यमंत्री उसका स्वागत करेंगे। उसकी इस्लामाबाद में प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ से भी मुलाकात हो सकती है।

नाइक भारत में एक वांछित भगोड़ा है जो कई वर्षों से मलेशिया में रह रहा है। 2017 में, बांग्लादेश के अधिकारियों ने दावा किया था कि ढाका के एक कैफे पर हमला करने वालों में से एक, जाकिर नाइक से प्रेरित था। इस घटना में 22 लोग मारे गए थे।

बाद में उसी वर्ष, भारत की एनआईए ने भी नाइक पर गैरकानूनी गतिविधियों में लिप्त होने और धार्मिक घृणा को बढ़ावा देने का आरोप लगाया।

इसके बाद से नाइक मलेशिया में रह रहा है क्योंकि यहां की सरकार ने उसे संरक्षण दिया है।

हालांकि जाकिर को पाकिस्तान में व्यापक समर्थन प्राप्त है, लेकिन विभिन्न संप्रदायों से कई धार्मिक आवाजें ऐसी भी हैं, जो उससे सहमत नहीं हैं और एक धार्मिक उपदेशक के रूप में उसका विरोध करती हैं।

भारत छोड़ने के बाद नाइक का पसंदीदा ठिकाना पाकिस्तान था। हालांकि, उसने मलेशिया जाने का फैसला किया और तर्क दिया कि अगर वह पाकिस्तान चला जाता, तो उसे आईएसआई एजेंट करार दे दिया जाता।

नाइक ने हाल ही में एक इंटरव्यू में कहा, “शरिया हमें बड़े नुकसान से बचने के लिए कम नुकसान को स्वीकार करना सिखाता है। अगर मैं पाकिस्तान चला जाता तो भारत मुझे आईएसआई एजेंट करार दे देता और मेरी संस्था को बंद कर देता।”

जाकिर की अगले महीने होने वाली यात्रा एक बार फिर नई दिल्ली इन दावों को मजबूती देती है कि पाकिस्तान भारत में वांछित व्यक्तियों का स्वागत करता है और उन्हें सुविधाएं प्रदान करता है।

राजनीतिक विश्लेषक कामरान यूसुफ ने कहते हैं, “डॉ. नाइक की यात्रा पाकिस्तान में एक बड़ी घटना होगी, लेकिन इससे भारत के साथ संबंधों में और खिंचाव आएगा। भारत पहले से ही दावा करता रहा है कि पाकिस्तान ओसामा बिन लादेन, हाफिज सईद, दाऊद इब्राहिम और भारत विरोधी एजेंडे वाले अन्य लोगों के लिए एक सुरक्षित पनाहगाह है। अब जब नाइक का देश में स्वागत होगा, तो इससे पाकिस्तान के खिलाफ भारत के आरोपों को बल मिलेगा।”

–आईएएनएस

एमके/

ADVERTISEMENT

इस्लामाबाद, 22 सितंबर (आईएएनएस)। विवादास्पद इस्लामी उपदेशक और भारत का वांछित भगोड़ा जाकिर नाइक शहबाज शरीफ सरकार के निमंत्रण पर पाकिस्तान का दौरा करने वाला है। अगले महीने वह कई पाकिस्तानी शहरों में पब्लिक लेक्चर देगा।

नाइक ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया पेज पर इस बारे में जानकारी दी है। वह अपने बेटे फारिक नाइक के साथ इस्लामाबाद, लाहौर और कराची में जनसभाएं करेगा।

नाइक के पाकिस्तान दौरे की शुरुआत 5 अक्टूबर को कराची से होगी और 20 अक्टूबर को इस्लामाबाद में यह खत्म होगा।

नाइक का कराची में कार्यक्रम बाग-ए-कायद में होगा। यह जगह पाकिस्तान के संस्थापक मुहम्मद अली जिन्ना की मजार के सामने स्थित है।

नाइक को पाकिस्तानी सरकार का निमंत्रण मिलने के बाद ऐसी संभावना है कि कराची और लाहौर में संबंधित मुख्यमंत्री उसका स्वागत करेंगे। उसकी इस्लामाबाद में प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ से भी मुलाकात हो सकती है।

नाइक भारत में एक वांछित भगोड़ा है जो कई वर्षों से मलेशिया में रह रहा है। 2017 में, बांग्लादेश के अधिकारियों ने दावा किया था कि ढाका के एक कैफे पर हमला करने वालों में से एक, जाकिर नाइक से प्रेरित था। इस घटना में 22 लोग मारे गए थे।

बाद में उसी वर्ष, भारत की एनआईए ने भी नाइक पर गैरकानूनी गतिविधियों में लिप्त होने और धार्मिक घृणा को बढ़ावा देने का आरोप लगाया।

इसके बाद से नाइक मलेशिया में रह रहा है क्योंकि यहां की सरकार ने उसे संरक्षण दिया है।

हालांकि जाकिर को पाकिस्तान में व्यापक समर्थन प्राप्त है, लेकिन विभिन्न संप्रदायों से कई धार्मिक आवाजें ऐसी भी हैं, जो उससे सहमत नहीं हैं और एक धार्मिक उपदेशक के रूप में उसका विरोध करती हैं।

भारत छोड़ने के बाद नाइक का पसंदीदा ठिकाना पाकिस्तान था। हालांकि, उसने मलेशिया जाने का फैसला किया और तर्क दिया कि अगर वह पाकिस्तान चला जाता, तो उसे आईएसआई एजेंट करार दे दिया जाता।

नाइक ने हाल ही में एक इंटरव्यू में कहा, “शरिया हमें बड़े नुकसान से बचने के लिए कम नुकसान को स्वीकार करना सिखाता है। अगर मैं पाकिस्तान चला जाता तो भारत मुझे आईएसआई एजेंट करार दे देता और मेरी संस्था को बंद कर देता।”

जाकिर की अगले महीने होने वाली यात्रा एक बार फिर नई दिल्ली इन दावों को मजबूती देती है कि पाकिस्तान भारत में वांछित व्यक्तियों का स्वागत करता है और उन्हें सुविधाएं प्रदान करता है।

राजनीतिक विश्लेषक कामरान यूसुफ ने कहते हैं, “डॉ. नाइक की यात्रा पाकिस्तान में एक बड़ी घटना होगी, लेकिन इससे भारत के साथ संबंधों में और खिंचाव आएगा। भारत पहले से ही दावा करता रहा है कि पाकिस्तान ओसामा बिन लादेन, हाफिज सईद, दाऊद इब्राहिम और भारत विरोधी एजेंडे वाले अन्य लोगों के लिए एक सुरक्षित पनाहगाह है। अब जब नाइक का देश में स्वागत होगा, तो इससे पाकिस्तान के खिलाफ भारत के आरोपों को बल मिलेगा।”

–आईएएनएस

एमके/

ADVERTISEMENT

इस्लामाबाद, 22 सितंबर (आईएएनएस)। विवादास्पद इस्लामी उपदेशक और भारत का वांछित भगोड़ा जाकिर नाइक शहबाज शरीफ सरकार के निमंत्रण पर पाकिस्तान का दौरा करने वाला है। अगले महीने वह कई पाकिस्तानी शहरों में पब्लिक लेक्चर देगा।

नाइक ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया पेज पर इस बारे में जानकारी दी है। वह अपने बेटे फारिक नाइक के साथ इस्लामाबाद, लाहौर और कराची में जनसभाएं करेगा।

नाइक के पाकिस्तान दौरे की शुरुआत 5 अक्टूबर को कराची से होगी और 20 अक्टूबर को इस्लामाबाद में यह खत्म होगा।

नाइक का कराची में कार्यक्रम बाग-ए-कायद में होगा। यह जगह पाकिस्तान के संस्थापक मुहम्मद अली जिन्ना की मजार के सामने स्थित है।

नाइक को पाकिस्तानी सरकार का निमंत्रण मिलने के बाद ऐसी संभावना है कि कराची और लाहौर में संबंधित मुख्यमंत्री उसका स्वागत करेंगे। उसकी इस्लामाबाद में प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ से भी मुलाकात हो सकती है।

नाइक भारत में एक वांछित भगोड़ा है जो कई वर्षों से मलेशिया में रह रहा है। 2017 में, बांग्लादेश के अधिकारियों ने दावा किया था कि ढाका के एक कैफे पर हमला करने वालों में से एक, जाकिर नाइक से प्रेरित था। इस घटना में 22 लोग मारे गए थे।

बाद में उसी वर्ष, भारत की एनआईए ने भी नाइक पर गैरकानूनी गतिविधियों में लिप्त होने और धार्मिक घृणा को बढ़ावा देने का आरोप लगाया।

इसके बाद से नाइक मलेशिया में रह रहा है क्योंकि यहां की सरकार ने उसे संरक्षण दिया है।

हालांकि जाकिर को पाकिस्तान में व्यापक समर्थन प्राप्त है, लेकिन विभिन्न संप्रदायों से कई धार्मिक आवाजें ऐसी भी हैं, जो उससे सहमत नहीं हैं और एक धार्मिक उपदेशक के रूप में उसका विरोध करती हैं।

भारत छोड़ने के बाद नाइक का पसंदीदा ठिकाना पाकिस्तान था। हालांकि, उसने मलेशिया जाने का फैसला किया और तर्क दिया कि अगर वह पाकिस्तान चला जाता, तो उसे आईएसआई एजेंट करार दे दिया जाता।

नाइक ने हाल ही में एक इंटरव्यू में कहा, “शरिया हमें बड़े नुकसान से बचने के लिए कम नुकसान को स्वीकार करना सिखाता है। अगर मैं पाकिस्तान चला जाता तो भारत मुझे आईएसआई एजेंट करार दे देता और मेरी संस्था को बंद कर देता।”

जाकिर की अगले महीने होने वाली यात्रा एक बार फिर नई दिल्ली इन दावों को मजबूती देती है कि पाकिस्तान भारत में वांछित व्यक्तियों का स्वागत करता है और उन्हें सुविधाएं प्रदान करता है।

राजनीतिक विश्लेषक कामरान यूसुफ ने कहते हैं, “डॉ. नाइक की यात्रा पाकिस्तान में एक बड़ी घटना होगी, लेकिन इससे भारत के साथ संबंधों में और खिंचाव आएगा। भारत पहले से ही दावा करता रहा है कि पाकिस्तान ओसामा बिन लादेन, हाफिज सईद, दाऊद इब्राहिम और भारत विरोधी एजेंडे वाले अन्य लोगों के लिए एक सुरक्षित पनाहगाह है। अब जब नाइक का देश में स्वागत होगा, तो इससे पाकिस्तान के खिलाफ भारत के आरोपों को बल मिलेगा।”

–आईएएनएस

एमके/

ADVERTISEMENT

इस्लामाबाद, 22 सितंबर (आईएएनएस)। विवादास्पद इस्लामी उपदेशक और भारत का वांछित भगोड़ा जाकिर नाइक शहबाज शरीफ सरकार के निमंत्रण पर पाकिस्तान का दौरा करने वाला है। अगले महीने वह कई पाकिस्तानी शहरों में पब्लिक लेक्चर देगा।

नाइक ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया पेज पर इस बारे में जानकारी दी है। वह अपने बेटे फारिक नाइक के साथ इस्लामाबाद, लाहौर और कराची में जनसभाएं करेगा।

नाइक के पाकिस्तान दौरे की शुरुआत 5 अक्टूबर को कराची से होगी और 20 अक्टूबर को इस्लामाबाद में यह खत्म होगा।

नाइक का कराची में कार्यक्रम बाग-ए-कायद में होगा। यह जगह पाकिस्तान के संस्थापक मुहम्मद अली जिन्ना की मजार के सामने स्थित है।

नाइक को पाकिस्तानी सरकार का निमंत्रण मिलने के बाद ऐसी संभावना है कि कराची और लाहौर में संबंधित मुख्यमंत्री उसका स्वागत करेंगे। उसकी इस्लामाबाद में प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ से भी मुलाकात हो सकती है।

नाइक भारत में एक वांछित भगोड़ा है जो कई वर्षों से मलेशिया में रह रहा है। 2017 में, बांग्लादेश के अधिकारियों ने दावा किया था कि ढाका के एक कैफे पर हमला करने वालों में से एक, जाकिर नाइक से प्रेरित था। इस घटना में 22 लोग मारे गए थे।

बाद में उसी वर्ष, भारत की एनआईए ने भी नाइक पर गैरकानूनी गतिविधियों में लिप्त होने और धार्मिक घृणा को बढ़ावा देने का आरोप लगाया।

इसके बाद से नाइक मलेशिया में रह रहा है क्योंकि यहां की सरकार ने उसे संरक्षण दिया है।

हालांकि जाकिर को पाकिस्तान में व्यापक समर्थन प्राप्त है, लेकिन विभिन्न संप्रदायों से कई धार्मिक आवाजें ऐसी भी हैं, जो उससे सहमत नहीं हैं और एक धार्मिक उपदेशक के रूप में उसका विरोध करती हैं।

भारत छोड़ने के बाद नाइक का पसंदीदा ठिकाना पाकिस्तान था। हालांकि, उसने मलेशिया जाने का फैसला किया और तर्क दिया कि अगर वह पाकिस्तान चला जाता, तो उसे आईएसआई एजेंट करार दे दिया जाता।

नाइक ने हाल ही में एक इंटरव्यू में कहा, “शरिया हमें बड़े नुकसान से बचने के लिए कम नुकसान को स्वीकार करना सिखाता है। अगर मैं पाकिस्तान चला जाता तो भारत मुझे आईएसआई एजेंट करार दे देता और मेरी संस्था को बंद कर देता।”

जाकिर की अगले महीने होने वाली यात्रा एक बार फिर नई दिल्ली इन दावों को मजबूती देती है कि पाकिस्तान भारत में वांछित व्यक्तियों का स्वागत करता है और उन्हें सुविधाएं प्रदान करता है।

राजनीतिक विश्लेषक कामरान यूसुफ ने कहते हैं, “डॉ. नाइक की यात्रा पाकिस्तान में एक बड़ी घटना होगी, लेकिन इससे भारत के साथ संबंधों में और खिंचाव आएगा। भारत पहले से ही दावा करता रहा है कि पाकिस्तान ओसामा बिन लादेन, हाफिज सईद, दाऊद इब्राहिम और भारत विरोधी एजेंडे वाले अन्य लोगों के लिए एक सुरक्षित पनाहगाह है। अब जब नाइक का देश में स्वागत होगा, तो इससे पाकिस्तान के खिलाफ भारत के आरोपों को बल मिलेगा।”

–आईएएनएस

एमके/

ADVERTISEMENT

इस्लामाबाद, 22 सितंबर (आईएएनएस)। विवादास्पद इस्लामी उपदेशक और भारत का वांछित भगोड़ा जाकिर नाइक शहबाज शरीफ सरकार के निमंत्रण पर पाकिस्तान का दौरा करने वाला है। अगले महीने वह कई पाकिस्तानी शहरों में पब्लिक लेक्चर देगा।

नाइक ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया पेज पर इस बारे में जानकारी दी है। वह अपने बेटे फारिक नाइक के साथ इस्लामाबाद, लाहौर और कराची में जनसभाएं करेगा।

नाइक के पाकिस्तान दौरे की शुरुआत 5 अक्टूबर को कराची से होगी और 20 अक्टूबर को इस्लामाबाद में यह खत्म होगा।

नाइक का कराची में कार्यक्रम बाग-ए-कायद में होगा। यह जगह पाकिस्तान के संस्थापक मुहम्मद अली जिन्ना की मजार के सामने स्थित है।

नाइक को पाकिस्तानी सरकार का निमंत्रण मिलने के बाद ऐसी संभावना है कि कराची और लाहौर में संबंधित मुख्यमंत्री उसका स्वागत करेंगे। उसकी इस्लामाबाद में प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ से भी मुलाकात हो सकती है।

नाइक भारत में एक वांछित भगोड़ा है जो कई वर्षों से मलेशिया में रह रहा है। 2017 में, बांग्लादेश के अधिकारियों ने दावा किया था कि ढाका के एक कैफे पर हमला करने वालों में से एक, जाकिर नाइक से प्रेरित था। इस घटना में 22 लोग मारे गए थे।

बाद में उसी वर्ष, भारत की एनआईए ने भी नाइक पर गैरकानूनी गतिविधियों में लिप्त होने और धार्मिक घृणा को बढ़ावा देने का आरोप लगाया।

इसके बाद से नाइक मलेशिया में रह रहा है क्योंकि यहां की सरकार ने उसे संरक्षण दिया है।

हालांकि जाकिर को पाकिस्तान में व्यापक समर्थन प्राप्त है, लेकिन विभिन्न संप्रदायों से कई धार्मिक आवाजें ऐसी भी हैं, जो उससे सहमत नहीं हैं और एक धार्मिक उपदेशक के रूप में उसका विरोध करती हैं।

भारत छोड़ने के बाद नाइक का पसंदीदा ठिकाना पाकिस्तान था। हालांकि, उसने मलेशिया जाने का फैसला किया और तर्क दिया कि अगर वह पाकिस्तान चला जाता, तो उसे आईएसआई एजेंट करार दे दिया जाता।

नाइक ने हाल ही में एक इंटरव्यू में कहा, “शरिया हमें बड़े नुकसान से बचने के लिए कम नुकसान को स्वीकार करना सिखाता है। अगर मैं पाकिस्तान चला जाता तो भारत मुझे आईएसआई एजेंट करार दे देता और मेरी संस्था को बंद कर देता।”

जाकिर की अगले महीने होने वाली यात्रा एक बार फिर नई दिल्ली इन दावों को मजबूती देती है कि पाकिस्तान भारत में वांछित व्यक्तियों का स्वागत करता है और उन्हें सुविधाएं प्रदान करता है।

राजनीतिक विश्लेषक कामरान यूसुफ ने कहते हैं, “डॉ. नाइक की यात्रा पाकिस्तान में एक बड़ी घटना होगी, लेकिन इससे भारत के साथ संबंधों में और खिंचाव आएगा। भारत पहले से ही दावा करता रहा है कि पाकिस्तान ओसामा बिन लादेन, हाफिज सईद, दाऊद इब्राहिम और भारत विरोधी एजेंडे वाले अन्य लोगों के लिए एक सुरक्षित पनाहगाह है। अब जब नाइक का देश में स्वागत होगा, तो इससे पाकिस्तान के खिलाफ भारत के आरोपों को बल मिलेगा।”

–आईएएनएस

एमके/

ADVERTISEMENT

इस्लामाबाद, 22 सितंबर (आईएएनएस)। विवादास्पद इस्लामी उपदेशक और भारत का वांछित भगोड़ा जाकिर नाइक शहबाज शरीफ सरकार के निमंत्रण पर पाकिस्तान का दौरा करने वाला है। अगले महीने वह कई पाकिस्तानी शहरों में पब्लिक लेक्चर देगा।

नाइक ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया पेज पर इस बारे में जानकारी दी है। वह अपने बेटे फारिक नाइक के साथ इस्लामाबाद, लाहौर और कराची में जनसभाएं करेगा।

नाइक के पाकिस्तान दौरे की शुरुआत 5 अक्टूबर को कराची से होगी और 20 अक्टूबर को इस्लामाबाद में यह खत्म होगा।

नाइक का कराची में कार्यक्रम बाग-ए-कायद में होगा। यह जगह पाकिस्तान के संस्थापक मुहम्मद अली जिन्ना की मजार के सामने स्थित है।

नाइक को पाकिस्तानी सरकार का निमंत्रण मिलने के बाद ऐसी संभावना है कि कराची और लाहौर में संबंधित मुख्यमंत्री उसका स्वागत करेंगे। उसकी इस्लामाबाद में प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ से भी मुलाकात हो सकती है।

नाइक भारत में एक वांछित भगोड़ा है जो कई वर्षों से मलेशिया में रह रहा है। 2017 में, बांग्लादेश के अधिकारियों ने दावा किया था कि ढाका के एक कैफे पर हमला करने वालों में से एक, जाकिर नाइक से प्रेरित था। इस घटना में 22 लोग मारे गए थे।

बाद में उसी वर्ष, भारत की एनआईए ने भी नाइक पर गैरकानूनी गतिविधियों में लिप्त होने और धार्मिक घृणा को बढ़ावा देने का आरोप लगाया।

इसके बाद से नाइक मलेशिया में रह रहा है क्योंकि यहां की सरकार ने उसे संरक्षण दिया है।

हालांकि जाकिर को पाकिस्तान में व्यापक समर्थन प्राप्त है, लेकिन विभिन्न संप्रदायों से कई धार्मिक आवाजें ऐसी भी हैं, जो उससे सहमत नहीं हैं और एक धार्मिक उपदेशक के रूप में उसका विरोध करती हैं।

भारत छोड़ने के बाद नाइक का पसंदीदा ठिकाना पाकिस्तान था। हालांकि, उसने मलेशिया जाने का फैसला किया और तर्क दिया कि अगर वह पाकिस्तान चला जाता, तो उसे आईएसआई एजेंट करार दे दिया जाता।

नाइक ने हाल ही में एक इंटरव्यू में कहा, “शरिया हमें बड़े नुकसान से बचने के लिए कम नुकसान को स्वीकार करना सिखाता है। अगर मैं पाकिस्तान चला जाता तो भारत मुझे आईएसआई एजेंट करार दे देता और मेरी संस्था को बंद कर देता।”

जाकिर की अगले महीने होने वाली यात्रा एक बार फिर नई दिल्ली इन दावों को मजबूती देती है कि पाकिस्तान भारत में वांछित व्यक्तियों का स्वागत करता है और उन्हें सुविधाएं प्रदान करता है।

राजनीतिक विश्लेषक कामरान यूसुफ ने कहते हैं, “डॉ. नाइक की यात्रा पाकिस्तान में एक बड़ी घटना होगी, लेकिन इससे भारत के साथ संबंधों में और खिंचाव आएगा। भारत पहले से ही दावा करता रहा है कि पाकिस्तान ओसामा बिन लादेन, हाफिज सईद, दाऊद इब्राहिम और भारत विरोधी एजेंडे वाले अन्य लोगों के लिए एक सुरक्षित पनाहगाह है। अब जब नाइक का देश में स्वागत होगा, तो इससे पाकिस्तान के खिलाफ भारत के आरोपों को बल मिलेगा।”

–आईएएनएस

एमके/

इस्लामाबाद, 22 सितंबर (आईएएनएस)। विवादास्पद इस्लामी उपदेशक और भारत का वांछित भगोड़ा जाकिर नाइक शहबाज शरीफ सरकार के निमंत्रण पर पाकिस्तान का दौरा करने वाला है। अगले महीने वह कई पाकिस्तानी शहरों में पब्लिक लेक्चर देगा।

नाइक ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया पेज पर इस बारे में जानकारी दी है। वह अपने बेटे फारिक नाइक के साथ इस्लामाबाद, लाहौर और कराची में जनसभाएं करेगा।

नाइक के पाकिस्तान दौरे की शुरुआत 5 अक्टूबर को कराची से होगी और 20 अक्टूबर को इस्लामाबाद में यह खत्म होगा।

नाइक का कराची में कार्यक्रम बाग-ए-कायद में होगा। यह जगह पाकिस्तान के संस्थापक मुहम्मद अली जिन्ना की मजार के सामने स्थित है।

नाइक को पाकिस्तानी सरकार का निमंत्रण मिलने के बाद ऐसी संभावना है कि कराची और लाहौर में संबंधित मुख्यमंत्री उसका स्वागत करेंगे। उसकी इस्लामाबाद में प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ से भी मुलाकात हो सकती है।

नाइक भारत में एक वांछित भगोड़ा है जो कई वर्षों से मलेशिया में रह रहा है। 2017 में, बांग्लादेश के अधिकारियों ने दावा किया था कि ढाका के एक कैफे पर हमला करने वालों में से एक, जाकिर नाइक से प्रेरित था। इस घटना में 22 लोग मारे गए थे।

बाद में उसी वर्ष, भारत की एनआईए ने भी नाइक पर गैरकानूनी गतिविधियों में लिप्त होने और धार्मिक घृणा को बढ़ावा देने का आरोप लगाया।

इसके बाद से नाइक मलेशिया में रह रहा है क्योंकि यहां की सरकार ने उसे संरक्षण दिया है।

हालांकि जाकिर को पाकिस्तान में व्यापक समर्थन प्राप्त है, लेकिन विभिन्न संप्रदायों से कई धार्मिक आवाजें ऐसी भी हैं, जो उससे सहमत नहीं हैं और एक धार्मिक उपदेशक के रूप में उसका विरोध करती हैं।

भारत छोड़ने के बाद नाइक का पसंदीदा ठिकाना पाकिस्तान था। हालांकि, उसने मलेशिया जाने का फैसला किया और तर्क दिया कि अगर वह पाकिस्तान चला जाता, तो उसे आईएसआई एजेंट करार दे दिया जाता।

नाइक ने हाल ही में एक इंटरव्यू में कहा, “शरिया हमें बड़े नुकसान से बचने के लिए कम नुकसान को स्वीकार करना सिखाता है। अगर मैं पाकिस्तान चला जाता तो भारत मुझे आईएसआई एजेंट करार दे देता और मेरी संस्था को बंद कर देता।”

जाकिर की अगले महीने होने वाली यात्रा एक बार फिर नई दिल्ली इन दावों को मजबूती देती है कि पाकिस्तान भारत में वांछित व्यक्तियों का स्वागत करता है और उन्हें सुविधाएं प्रदान करता है।

राजनीतिक विश्लेषक कामरान यूसुफ ने कहते हैं, “डॉ. नाइक की यात्रा पाकिस्तान में एक बड़ी घटना होगी, लेकिन इससे भारत के साथ संबंधों में और खिंचाव आएगा। भारत पहले से ही दावा करता रहा है कि पाकिस्तान ओसामा बिन लादेन, हाफिज सईद, दाऊद इब्राहिम और भारत विरोधी एजेंडे वाले अन्य लोगों के लिए एक सुरक्षित पनाहगाह है। अब जब नाइक का देश में स्वागत होगा, तो इससे पाकिस्तान के खिलाफ भारत के आरोपों को बल मिलेगा।”

–आईएएनएस

एमके/

ADVERTISEMENT

इस्लामाबाद, 22 सितंबर (आईएएनएस)। विवादास्पद इस्लामी उपदेशक और भारत का वांछित भगोड़ा जाकिर नाइक शहबाज शरीफ सरकार के निमंत्रण पर पाकिस्तान का दौरा करने वाला है। अगले महीने वह कई पाकिस्तानी शहरों में पब्लिक लेक्चर देगा।

नाइक ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया पेज पर इस बारे में जानकारी दी है। वह अपने बेटे फारिक नाइक के साथ इस्लामाबाद, लाहौर और कराची में जनसभाएं करेगा।

नाइक के पाकिस्तान दौरे की शुरुआत 5 अक्टूबर को कराची से होगी और 20 अक्टूबर को इस्लामाबाद में यह खत्म होगा।

नाइक का कराची में कार्यक्रम बाग-ए-कायद में होगा। यह जगह पाकिस्तान के संस्थापक मुहम्मद अली जिन्ना की मजार के सामने स्थित है।

नाइक को पाकिस्तानी सरकार का निमंत्रण मिलने के बाद ऐसी संभावना है कि कराची और लाहौर में संबंधित मुख्यमंत्री उसका स्वागत करेंगे। उसकी इस्लामाबाद में प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ से भी मुलाकात हो सकती है।

नाइक भारत में एक वांछित भगोड़ा है जो कई वर्षों से मलेशिया में रह रहा है। 2017 में, बांग्लादेश के अधिकारियों ने दावा किया था कि ढाका के एक कैफे पर हमला करने वालों में से एक, जाकिर नाइक से प्रेरित था। इस घटना में 22 लोग मारे गए थे।

बाद में उसी वर्ष, भारत की एनआईए ने भी नाइक पर गैरकानूनी गतिविधियों में लिप्त होने और धार्मिक घृणा को बढ़ावा देने का आरोप लगाया।

इसके बाद से नाइक मलेशिया में रह रहा है क्योंकि यहां की सरकार ने उसे संरक्षण दिया है।

हालांकि जाकिर को पाकिस्तान में व्यापक समर्थन प्राप्त है, लेकिन विभिन्न संप्रदायों से कई धार्मिक आवाजें ऐसी भी हैं, जो उससे सहमत नहीं हैं और एक धार्मिक उपदेशक के रूप में उसका विरोध करती हैं।

भारत छोड़ने के बाद नाइक का पसंदीदा ठिकाना पाकिस्तान था। हालांकि, उसने मलेशिया जाने का फैसला किया और तर्क दिया कि अगर वह पाकिस्तान चला जाता, तो उसे आईएसआई एजेंट करार दे दिया जाता।

नाइक ने हाल ही में एक इंटरव्यू में कहा, “शरिया हमें बड़े नुकसान से बचने के लिए कम नुकसान को स्वीकार करना सिखाता है। अगर मैं पाकिस्तान चला जाता तो भारत मुझे आईएसआई एजेंट करार दे देता और मेरी संस्था को बंद कर देता।”

जाकिर की अगले महीने होने वाली यात्रा एक बार फिर नई दिल्ली इन दावों को मजबूती देती है कि पाकिस्तान भारत में वांछित व्यक्तियों का स्वागत करता है और उन्हें सुविधाएं प्रदान करता है।

राजनीतिक विश्लेषक कामरान यूसुफ ने कहते हैं, “डॉ. नाइक की यात्रा पाकिस्तान में एक बड़ी घटना होगी, लेकिन इससे भारत के साथ संबंधों में और खिंचाव आएगा। भारत पहले से ही दावा करता रहा है कि पाकिस्तान ओसामा बिन लादेन, हाफिज सईद, दाऊद इब्राहिम और भारत विरोधी एजेंडे वाले अन्य लोगों के लिए एक सुरक्षित पनाहगाह है। अब जब नाइक का देश में स्वागत होगा, तो इससे पाकिस्तान के खिलाफ भारत के आरोपों को बल मिलेगा।”

–आईएएनएस

एमके/

ADVERTISEMENT

इस्लामाबाद, 22 सितंबर (आईएएनएस)। विवादास्पद इस्लामी उपदेशक और भारत का वांछित भगोड़ा जाकिर नाइक शहबाज शरीफ सरकार के निमंत्रण पर पाकिस्तान का दौरा करने वाला है। अगले महीने वह कई पाकिस्तानी शहरों में पब्लिक लेक्चर देगा।

नाइक ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया पेज पर इस बारे में जानकारी दी है। वह अपने बेटे फारिक नाइक के साथ इस्लामाबाद, लाहौर और कराची में जनसभाएं करेगा।

नाइक के पाकिस्तान दौरे की शुरुआत 5 अक्टूबर को कराची से होगी और 20 अक्टूबर को इस्लामाबाद में यह खत्म होगा।

नाइक का कराची में कार्यक्रम बाग-ए-कायद में होगा। यह जगह पाकिस्तान के संस्थापक मुहम्मद अली जिन्ना की मजार के सामने स्थित है।

नाइक को पाकिस्तानी सरकार का निमंत्रण मिलने के बाद ऐसी संभावना है कि कराची और लाहौर में संबंधित मुख्यमंत्री उसका स्वागत करेंगे। उसकी इस्लामाबाद में प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ से भी मुलाकात हो सकती है।

नाइक भारत में एक वांछित भगोड़ा है जो कई वर्षों से मलेशिया में रह रहा है। 2017 में, बांग्लादेश के अधिकारियों ने दावा किया था कि ढाका के एक कैफे पर हमला करने वालों में से एक, जाकिर नाइक से प्रेरित था। इस घटना में 22 लोग मारे गए थे।

बाद में उसी वर्ष, भारत की एनआईए ने भी नाइक पर गैरकानूनी गतिविधियों में लिप्त होने और धार्मिक घृणा को बढ़ावा देने का आरोप लगाया।

इसके बाद से नाइक मलेशिया में रह रहा है क्योंकि यहां की सरकार ने उसे संरक्षण दिया है।

हालांकि जाकिर को पाकिस्तान में व्यापक समर्थन प्राप्त है, लेकिन विभिन्न संप्रदायों से कई धार्मिक आवाजें ऐसी भी हैं, जो उससे सहमत नहीं हैं और एक धार्मिक उपदेशक के रूप में उसका विरोध करती हैं।

भारत छोड़ने के बाद नाइक का पसंदीदा ठिकाना पाकिस्तान था। हालांकि, उसने मलेशिया जाने का फैसला किया और तर्क दिया कि अगर वह पाकिस्तान चला जाता, तो उसे आईएसआई एजेंट करार दे दिया जाता।

नाइक ने हाल ही में एक इंटरव्यू में कहा, “शरिया हमें बड़े नुकसान से बचने के लिए कम नुकसान को स्वीकार करना सिखाता है। अगर मैं पाकिस्तान चला जाता तो भारत मुझे आईएसआई एजेंट करार दे देता और मेरी संस्था को बंद कर देता।”

जाकिर की अगले महीने होने वाली यात्रा एक बार फिर नई दिल्ली इन दावों को मजबूती देती है कि पाकिस्तान भारत में वांछित व्यक्तियों का स्वागत करता है और उन्हें सुविधाएं प्रदान करता है।

राजनीतिक विश्लेषक कामरान यूसुफ ने कहते हैं, “डॉ. नाइक की यात्रा पाकिस्तान में एक बड़ी घटना होगी, लेकिन इससे भारत के साथ संबंधों में और खिंचाव आएगा। भारत पहले से ही दावा करता रहा है कि पाकिस्तान ओसामा बिन लादेन, हाफिज सईद, दाऊद इब्राहिम और भारत विरोधी एजेंडे वाले अन्य लोगों के लिए एक सुरक्षित पनाहगाह है। अब जब नाइक का देश में स्वागत होगा, तो इससे पाकिस्तान के खिलाफ भारत के आरोपों को बल मिलेगा।”

–आईएएनएस

एमके/

ADVERTISEMENT

इस्लामाबाद, 22 सितंबर (आईएएनएस)। विवादास्पद इस्लामी उपदेशक और भारत का वांछित भगोड़ा जाकिर नाइक शहबाज शरीफ सरकार के निमंत्रण पर पाकिस्तान का दौरा करने वाला है। अगले महीने वह कई पाकिस्तानी शहरों में पब्लिक लेक्चर देगा।

नाइक ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया पेज पर इस बारे में जानकारी दी है। वह अपने बेटे फारिक नाइक के साथ इस्लामाबाद, लाहौर और कराची में जनसभाएं करेगा।

नाइक के पाकिस्तान दौरे की शुरुआत 5 अक्टूबर को कराची से होगी और 20 अक्टूबर को इस्लामाबाद में यह खत्म होगा।

नाइक का कराची में कार्यक्रम बाग-ए-कायद में होगा। यह जगह पाकिस्तान के संस्थापक मुहम्मद अली जिन्ना की मजार के सामने स्थित है।

नाइक को पाकिस्तानी सरकार का निमंत्रण मिलने के बाद ऐसी संभावना है कि कराची और लाहौर में संबंधित मुख्यमंत्री उसका स्वागत करेंगे। उसकी इस्लामाबाद में प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ से भी मुलाकात हो सकती है।

नाइक भारत में एक वांछित भगोड़ा है जो कई वर्षों से मलेशिया में रह रहा है। 2017 में, बांग्लादेश के अधिकारियों ने दावा किया था कि ढाका के एक कैफे पर हमला करने वालों में से एक, जाकिर नाइक से प्रेरित था। इस घटना में 22 लोग मारे गए थे।

बाद में उसी वर्ष, भारत की एनआईए ने भी नाइक पर गैरकानूनी गतिविधियों में लिप्त होने और धार्मिक घृणा को बढ़ावा देने का आरोप लगाया।

इसके बाद से नाइक मलेशिया में रह रहा है क्योंकि यहां की सरकार ने उसे संरक्षण दिया है।

हालांकि जाकिर को पाकिस्तान में व्यापक समर्थन प्राप्त है, लेकिन विभिन्न संप्रदायों से कई धार्मिक आवाजें ऐसी भी हैं, जो उससे सहमत नहीं हैं और एक धार्मिक उपदेशक के रूप में उसका विरोध करती हैं।

भारत छोड़ने के बाद नाइक का पसंदीदा ठिकाना पाकिस्तान था। हालांकि, उसने मलेशिया जाने का फैसला किया और तर्क दिया कि अगर वह पाकिस्तान चला जाता, तो उसे आईएसआई एजेंट करार दे दिया जाता।

नाइक ने हाल ही में एक इंटरव्यू में कहा, “शरिया हमें बड़े नुकसान से बचने के लिए कम नुकसान को स्वीकार करना सिखाता है। अगर मैं पाकिस्तान चला जाता तो भारत मुझे आईएसआई एजेंट करार दे देता और मेरी संस्था को बंद कर देता।”

जाकिर की अगले महीने होने वाली यात्रा एक बार फिर नई दिल्ली इन दावों को मजबूती देती है कि पाकिस्तान भारत में वांछित व्यक्तियों का स्वागत करता है और उन्हें सुविधाएं प्रदान करता है।

राजनीतिक विश्लेषक कामरान यूसुफ ने कहते हैं, “डॉ. नाइक की यात्रा पाकिस्तान में एक बड़ी घटना होगी, लेकिन इससे भारत के साथ संबंधों में और खिंचाव आएगा। भारत पहले से ही दावा करता रहा है कि पाकिस्तान ओसामा बिन लादेन, हाफिज सईद, दाऊद इब्राहिम और भारत विरोधी एजेंडे वाले अन्य लोगों के लिए एक सुरक्षित पनाहगाह है। अब जब नाइक का देश में स्वागत होगा, तो इससे पाकिस्तान के खिलाफ भारत के आरोपों को बल मिलेगा।”

–आईएएनएस

एमके/

ADVERTISEMENT

इस्लामाबाद, 22 सितंबर (आईएएनएस)। विवादास्पद इस्लामी उपदेशक और भारत का वांछित भगोड़ा जाकिर नाइक शहबाज शरीफ सरकार के निमंत्रण पर पाकिस्तान का दौरा करने वाला है। अगले महीने वह कई पाकिस्तानी शहरों में पब्लिक लेक्चर देगा।

नाइक ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया पेज पर इस बारे में जानकारी दी है। वह अपने बेटे फारिक नाइक के साथ इस्लामाबाद, लाहौर और कराची में जनसभाएं करेगा।

नाइक के पाकिस्तान दौरे की शुरुआत 5 अक्टूबर को कराची से होगी और 20 अक्टूबर को इस्लामाबाद में यह खत्म होगा।

नाइक का कराची में कार्यक्रम बाग-ए-कायद में होगा। यह जगह पाकिस्तान के संस्थापक मुहम्मद अली जिन्ना की मजार के सामने स्थित है।

नाइक को पाकिस्तानी सरकार का निमंत्रण मिलने के बाद ऐसी संभावना है कि कराची और लाहौर में संबंधित मुख्यमंत्री उसका स्वागत करेंगे। उसकी इस्लामाबाद में प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ से भी मुलाकात हो सकती है।

नाइक भारत में एक वांछित भगोड़ा है जो कई वर्षों से मलेशिया में रह रहा है। 2017 में, बांग्लादेश के अधिकारियों ने दावा किया था कि ढाका के एक कैफे पर हमला करने वालों में से एक, जाकिर नाइक से प्रेरित था। इस घटना में 22 लोग मारे गए थे।

बाद में उसी वर्ष, भारत की एनआईए ने भी नाइक पर गैरकानूनी गतिविधियों में लिप्त होने और धार्मिक घृणा को बढ़ावा देने का आरोप लगाया।

इसके बाद से नाइक मलेशिया में रह रहा है क्योंकि यहां की सरकार ने उसे संरक्षण दिया है।

हालांकि जाकिर को पाकिस्तान में व्यापक समर्थन प्राप्त है, लेकिन विभिन्न संप्रदायों से कई धार्मिक आवाजें ऐसी भी हैं, जो उससे सहमत नहीं हैं और एक धार्मिक उपदेशक के रूप में उसका विरोध करती हैं।

भारत छोड़ने के बाद नाइक का पसंदीदा ठिकाना पाकिस्तान था। हालांकि, उसने मलेशिया जाने का फैसला किया और तर्क दिया कि अगर वह पाकिस्तान चला जाता, तो उसे आईएसआई एजेंट करार दे दिया जाता।

नाइक ने हाल ही में एक इंटरव्यू में कहा, “शरिया हमें बड़े नुकसान से बचने के लिए कम नुकसान को स्वीकार करना सिखाता है। अगर मैं पाकिस्तान चला जाता तो भारत मुझे आईएसआई एजेंट करार दे देता और मेरी संस्था को बंद कर देता।”

जाकिर की अगले महीने होने वाली यात्रा एक बार फिर नई दिल्ली इन दावों को मजबूती देती है कि पाकिस्तान भारत में वांछित व्यक्तियों का स्वागत करता है और उन्हें सुविधाएं प्रदान करता है।

राजनीतिक विश्लेषक कामरान यूसुफ ने कहते हैं, “डॉ. नाइक की यात्रा पाकिस्तान में एक बड़ी घटना होगी, लेकिन इससे भारत के साथ संबंधों में और खिंचाव आएगा। भारत पहले से ही दावा करता रहा है कि पाकिस्तान ओसामा बिन लादेन, हाफिज सईद, दाऊद इब्राहिम और भारत विरोधी एजेंडे वाले अन्य लोगों के लिए एक सुरक्षित पनाहगाह है। अब जब नाइक का देश में स्वागत होगा, तो इससे पाकिस्तान के खिलाफ भारत के आरोपों को बल मिलेगा।”

–आईएएनएस

एमके/

ADVERTISEMENT

इस्लामाबाद, 22 सितंबर (आईएएनएस)। विवादास्पद इस्लामी उपदेशक और भारत का वांछित भगोड़ा जाकिर नाइक शहबाज शरीफ सरकार के निमंत्रण पर पाकिस्तान का दौरा करने वाला है। अगले महीने वह कई पाकिस्तानी शहरों में पब्लिक लेक्चर देगा।

नाइक ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया पेज पर इस बारे में जानकारी दी है। वह अपने बेटे फारिक नाइक के साथ इस्लामाबाद, लाहौर और कराची में जनसभाएं करेगा।

नाइक के पाकिस्तान दौरे की शुरुआत 5 अक्टूबर को कराची से होगी और 20 अक्टूबर को इस्लामाबाद में यह खत्म होगा।

नाइक का कराची में कार्यक्रम बाग-ए-कायद में होगा। यह जगह पाकिस्तान के संस्थापक मुहम्मद अली जिन्ना की मजार के सामने स्थित है।

नाइक को पाकिस्तानी सरकार का निमंत्रण मिलने के बाद ऐसी संभावना है कि कराची और लाहौर में संबंधित मुख्यमंत्री उसका स्वागत करेंगे। उसकी इस्लामाबाद में प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ से भी मुलाकात हो सकती है।

नाइक भारत में एक वांछित भगोड़ा है जो कई वर्षों से मलेशिया में रह रहा है। 2017 में, बांग्लादेश के अधिकारियों ने दावा किया था कि ढाका के एक कैफे पर हमला करने वालों में से एक, जाकिर नाइक से प्रेरित था। इस घटना में 22 लोग मारे गए थे।

बाद में उसी वर्ष, भारत की एनआईए ने भी नाइक पर गैरकानूनी गतिविधियों में लिप्त होने और धार्मिक घृणा को बढ़ावा देने का आरोप लगाया।

इसके बाद से नाइक मलेशिया में रह रहा है क्योंकि यहां की सरकार ने उसे संरक्षण दिया है।

हालांकि जाकिर को पाकिस्तान में व्यापक समर्थन प्राप्त है, लेकिन विभिन्न संप्रदायों से कई धार्मिक आवाजें ऐसी भी हैं, जो उससे सहमत नहीं हैं और एक धार्मिक उपदेशक के रूप में उसका विरोध करती हैं।

भारत छोड़ने के बाद नाइक का पसंदीदा ठिकाना पाकिस्तान था। हालांकि, उसने मलेशिया जाने का फैसला किया और तर्क दिया कि अगर वह पाकिस्तान चला जाता, तो उसे आईएसआई एजेंट करार दे दिया जाता।

नाइक ने हाल ही में एक इंटरव्यू में कहा, “शरिया हमें बड़े नुकसान से बचने के लिए कम नुकसान को स्वीकार करना सिखाता है। अगर मैं पाकिस्तान चला जाता तो भारत मुझे आईएसआई एजेंट करार दे देता और मेरी संस्था को बंद कर देता।”

जाकिर की अगले महीने होने वाली यात्रा एक बार फिर नई दिल्ली इन दावों को मजबूती देती है कि पाकिस्तान भारत में वांछित व्यक्तियों का स्वागत करता है और उन्हें सुविधाएं प्रदान करता है।

राजनीतिक विश्लेषक कामरान यूसुफ ने कहते हैं, “डॉ. नाइक की यात्रा पाकिस्तान में एक बड़ी घटना होगी, लेकिन इससे भारत के साथ संबंधों में और खिंचाव आएगा। भारत पहले से ही दावा करता रहा है कि पाकिस्तान ओसामा बिन लादेन, हाफिज सईद, दाऊद इब्राहिम और भारत विरोधी एजेंडे वाले अन्य लोगों के लिए एक सुरक्षित पनाहगाह है। अब जब नाइक का देश में स्वागत होगा, तो इससे पाकिस्तान के खिलाफ भारत के आरोपों को बल मिलेगा।”

–आईएएनएस

एमके/

ADVERTISEMENT

इस्लामाबाद, 22 सितंबर (आईएएनएस)। विवादास्पद इस्लामी उपदेशक और भारत का वांछित भगोड़ा जाकिर नाइक शहबाज शरीफ सरकार के निमंत्रण पर पाकिस्तान का दौरा करने वाला है। अगले महीने वह कई पाकिस्तानी शहरों में पब्लिक लेक्चर देगा।

नाइक ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया पेज पर इस बारे में जानकारी दी है। वह अपने बेटे फारिक नाइक के साथ इस्लामाबाद, लाहौर और कराची में जनसभाएं करेगा।

नाइक के पाकिस्तान दौरे की शुरुआत 5 अक्टूबर को कराची से होगी और 20 अक्टूबर को इस्लामाबाद में यह खत्म होगा।

नाइक का कराची में कार्यक्रम बाग-ए-कायद में होगा। यह जगह पाकिस्तान के संस्थापक मुहम्मद अली जिन्ना की मजार के सामने स्थित है।

नाइक को पाकिस्तानी सरकार का निमंत्रण मिलने के बाद ऐसी संभावना है कि कराची और लाहौर में संबंधित मुख्यमंत्री उसका स्वागत करेंगे। उसकी इस्लामाबाद में प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ से भी मुलाकात हो सकती है।

नाइक भारत में एक वांछित भगोड़ा है जो कई वर्षों से मलेशिया में रह रहा है। 2017 में, बांग्लादेश के अधिकारियों ने दावा किया था कि ढाका के एक कैफे पर हमला करने वालों में से एक, जाकिर नाइक से प्रेरित था। इस घटना में 22 लोग मारे गए थे।

बाद में उसी वर्ष, भारत की एनआईए ने भी नाइक पर गैरकानूनी गतिविधियों में लिप्त होने और धार्मिक घृणा को बढ़ावा देने का आरोप लगाया।

इसके बाद से नाइक मलेशिया में रह रहा है क्योंकि यहां की सरकार ने उसे संरक्षण दिया है।

हालांकि जाकिर को पाकिस्तान में व्यापक समर्थन प्राप्त है, लेकिन विभिन्न संप्रदायों से कई धार्मिक आवाजें ऐसी भी हैं, जो उससे सहमत नहीं हैं और एक धार्मिक उपदेशक के रूप में उसका विरोध करती हैं।

भारत छोड़ने के बाद नाइक का पसंदीदा ठिकाना पाकिस्तान था। हालांकि, उसने मलेशिया जाने का फैसला किया और तर्क दिया कि अगर वह पाकिस्तान चला जाता, तो उसे आईएसआई एजेंट करार दे दिया जाता।

नाइक ने हाल ही में एक इंटरव्यू में कहा, “शरिया हमें बड़े नुकसान से बचने के लिए कम नुकसान को स्वीकार करना सिखाता है। अगर मैं पाकिस्तान चला जाता तो भारत मुझे आईएसआई एजेंट करार दे देता और मेरी संस्था को बंद कर देता।”

जाकिर की अगले महीने होने वाली यात्रा एक बार फिर नई दिल्ली इन दावों को मजबूती देती है कि पाकिस्तान भारत में वांछित व्यक्तियों का स्वागत करता है और उन्हें सुविधाएं प्रदान करता है।

राजनीतिक विश्लेषक कामरान यूसुफ ने कहते हैं, “डॉ. नाइक की यात्रा पाकिस्तान में एक बड़ी घटना होगी, लेकिन इससे भारत के साथ संबंधों में और खिंचाव आएगा। भारत पहले से ही दावा करता रहा है कि पाकिस्तान ओसामा बिन लादेन, हाफिज सईद, दाऊद इब्राहिम और भारत विरोधी एजेंडे वाले अन्य लोगों के लिए एक सुरक्षित पनाहगाह है। अब जब नाइक का देश में स्वागत होगा, तो इससे पाकिस्तान के खिलाफ भारत के आरोपों को बल मिलेगा।”

–आईएएनएस

एमके/

ADVERTISEMENT

इस्लामाबाद, 22 सितंबर (आईएएनएस)। विवादास्पद इस्लामी उपदेशक और भारत का वांछित भगोड़ा जाकिर नाइक शहबाज शरीफ सरकार के निमंत्रण पर पाकिस्तान का दौरा करने वाला है। अगले महीने वह कई पाकिस्तानी शहरों में पब्लिक लेक्चर देगा।

नाइक ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया पेज पर इस बारे में जानकारी दी है। वह अपने बेटे फारिक नाइक के साथ इस्लामाबाद, लाहौर और कराची में जनसभाएं करेगा।

नाइक के पाकिस्तान दौरे की शुरुआत 5 अक्टूबर को कराची से होगी और 20 अक्टूबर को इस्लामाबाद में यह खत्म होगा।

नाइक का कराची में कार्यक्रम बाग-ए-कायद में होगा। यह जगह पाकिस्तान के संस्थापक मुहम्मद अली जिन्ना की मजार के सामने स्थित है।

नाइक को पाकिस्तानी सरकार का निमंत्रण मिलने के बाद ऐसी संभावना है कि कराची और लाहौर में संबंधित मुख्यमंत्री उसका स्वागत करेंगे। उसकी इस्लामाबाद में प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ से भी मुलाकात हो सकती है।

नाइक भारत में एक वांछित भगोड़ा है जो कई वर्षों से मलेशिया में रह रहा है। 2017 में, बांग्लादेश के अधिकारियों ने दावा किया था कि ढाका के एक कैफे पर हमला करने वालों में से एक, जाकिर नाइक से प्रेरित था। इस घटना में 22 लोग मारे गए थे।

बाद में उसी वर्ष, भारत की एनआईए ने भी नाइक पर गैरकानूनी गतिविधियों में लिप्त होने और धार्मिक घृणा को बढ़ावा देने का आरोप लगाया।

इसके बाद से नाइक मलेशिया में रह रहा है क्योंकि यहां की सरकार ने उसे संरक्षण दिया है।

हालांकि जाकिर को पाकिस्तान में व्यापक समर्थन प्राप्त है, लेकिन विभिन्न संप्रदायों से कई धार्मिक आवाजें ऐसी भी हैं, जो उससे सहमत नहीं हैं और एक धार्मिक उपदेशक के रूप में उसका विरोध करती हैं।

भारत छोड़ने के बाद नाइक का पसंदीदा ठिकाना पाकिस्तान था। हालांकि, उसने मलेशिया जाने का फैसला किया और तर्क दिया कि अगर वह पाकिस्तान चला जाता, तो उसे आईएसआई एजेंट करार दे दिया जाता।

नाइक ने हाल ही में एक इंटरव्यू में कहा, “शरिया हमें बड़े नुकसान से बचने के लिए कम नुकसान को स्वीकार करना सिखाता है। अगर मैं पाकिस्तान चला जाता तो भारत मुझे आईएसआई एजेंट करार दे देता और मेरी संस्था को बंद कर देता।”

जाकिर की अगले महीने होने वाली यात्रा एक बार फिर नई दिल्ली इन दावों को मजबूती देती है कि पाकिस्तान भारत में वांछित व्यक्तियों का स्वागत करता है और उन्हें सुविधाएं प्रदान करता है।

राजनीतिक विश्लेषक कामरान यूसुफ ने कहते हैं, “डॉ. नाइक की यात्रा पाकिस्तान में एक बड़ी घटना होगी, लेकिन इससे भारत के साथ संबंधों में और खिंचाव आएगा। भारत पहले से ही दावा करता रहा है कि पाकिस्तान ओसामा बिन लादेन, हाफिज सईद, दाऊद इब्राहिम और भारत विरोधी एजेंडे वाले अन्य लोगों के लिए एक सुरक्षित पनाहगाह है। अब जब नाइक का देश में स्वागत होगा, तो इससे पाकिस्तान के खिलाफ भारत के आरोपों को बल मिलेगा।”

–आईएएनएस

एमके/

Related Posts

ईरान पर प्रतिबंध लगाने के लिए स्नैपबैक मैकेनिज्म को बताया जाल, यूरोप पर साधा निशाना
अंतरराष्ट्रीय

ईरान पर प्रतिबंध लगाने के लिए स्नैपबैक मैकेनिज्म को बताया जाल, यूरोप पर साधा निशाना

September 28, 2025
यूनेस्को ने चीन के दो नए क्षेत्रों को विश्व बायोस्फीयर रिजर्व के रूप में मान्यता दी
अंतरराष्ट्रीय

यूनेस्को ने चीन के दो नए क्षेत्रों को विश्व बायोस्फीयर रिजर्व के रूप में मान्यता दी

September 28, 2025
चीन ऑटोमोटिव उद्योग में खुलेपन और सहयोग को और बढ़ाएगा
अंतरराष्ट्रीय

चीन ऑटोमोटिव उद्योग में खुलेपन और सहयोग को और बढ़ाएगा

September 28, 2025
सीएमजी ने मकाओ में विभिन्न क्षेत्रों के साथ सहयोग को नई गहराई दी
अंतरराष्ट्रीय

सीएमजी ने मकाओ में विभिन्न क्षेत्रों के साथ सहयोग को नई गहराई दी

September 28, 2025
नदियों के संरक्षण और संवर्धन पर चीन दे रहा है बहुत ध्यान
अंतरराष्ट्रीय

नदियों के संरक्षण और संवर्धन पर चीन दे रहा है बहुत ध्यान

September 28, 2025
चीन और क्यूबा के राष्ट्रपतियों ने राजनयिक संबंधों की 65वीं वर्षगांठ पर बधाई संदेशों का आदान-प्रदान
अंतरराष्ट्रीय

चीन और क्यूबा के राष्ट्रपतियों ने राजनयिक संबंधों की 65वीं वर्षगांठ पर बधाई संदेशों का आदान-प्रदान

September 28, 2025
Next Post
भारतीय सेना ने पुंछ में पाकिस्तानी घुसपैठिए को किया गिरफ्तार

भारतीय सेना ने पुंछ में पाकिस्तानी घुसपैठिए को किया गिरफ्तार

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

ADVERTISEMENT

Contact us

Address

Deshbandhu Complex, Naudra Bridge Jabalpur 482001

Mail

deshbandhump@gmail.com

Mobile

9425156056

Important links

  • राशि-भविष्य
  • वर्गीकृत विज्ञापन
  • लाइफ स्टाइल
  • मनोरंजन
  • ब्लॉग

Important links

  • देशबन्धु जनमत
  • पाठक प्रतिक्रियाएं
  • हमें जानें
  • विज्ञापन दरें
  • ई पेपर

Related Links

  • Mayaram Surjan
  • Swayamsiddha
  • Deshbandhu

Social Links

115232
Total views : 6022839
Powered By WPS Visitor Counter

Published by Abhas Surjan on behalf of Patrakar Prakashan Pvt.Ltd., Deshbandhu Complex, Naudra Bridge, Jabalpur – 482001 |T:+91 761 4006577 |M: +91 9425156056 Disclaimer, Privacy Policy & Other Terms & Conditions The contents of this website is for reading only. Any unauthorised attempt to temper / edit / change the contents of this website comes under cyber crime and is punishable.

Copyright @ 2022 Deshbandhu. All rights are reserved.

  • Disclaimer, Privacy Policy & Other Terms & Conditions
No Result
View All Result
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर

Copyright @ 2022 Deshbandhu-MP All rights are reserved.

Welcome Back!

Login to your account below

Forgotten Password? Sign Up

Create New Account!

Fill the forms below to register

All fields are required. Log In

Retrieve your password

Please enter your username or email address to reset your password.

Log In