लाहौर, 14 जुलाई (आईएएनएस)। पाकिस्तान पंजाब के आंतरिक विभाग ने कहा है कि जैसे-जैसे बच्चों के यौन शोषण के मामले बढ़ रहे हैं, लड़कियों की तुलना में अधिक लड़के ऐसे अपराधों का शिकार बन रहे हैं।
जियो न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, जनवरी से 15 जून 2023 तक ऐसे मामलों की संख्या पर संकलित एक रिपोर्ट से पता चला है कि छह महीने से भी कम समय में, प्रांत में बाल शोषण के 1,390 मामले सामने आए हैं, जो अपने आप में एक भयावह संख्या है।
रिपोर्ट के अनुसार, दर्ज किए गए मामलों में से करीब 69 प्रतिशत (959 मामले) में नाबालिग लड़के शामिल थे, जबकि शेष 31 प्रतिशत (431 मामले) में लड़कियां शामिल थीं। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार इसके अलावा रिपोर्ट में कहा गया है कि मुकदमे का सामना करने वालों में से 55 प्रतिशत पीड़ितों के पड़ोसी थे, 13 प्रतिशत रिश्तेदार थे और 32 प्रतिशत अजनबी थे।
बच्चों के यौन शोषण के मामलों की शहर-वार व्यापकता के बारे में रिपोर्ट में कहा गया, पंजाब में सबसे अधिक 220 बलात्कार के मामले गुजरांवाला में दर्ज किए गए हैं। जियो न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, रावलपिंडी में बलात्कार के सबसे कम 69 और लाहौर में 89 मामले दर्ज किए गए हैं।
इसके अलावा पाकिस्तान के डेरा गाजी खान से 199, फैसलाबाद से 186, मुल्तान से 140, बहावलपुर से 129, शेखूपुरा से 128, साहीवाल से 127 और सरगोधा से 103 मामले सामने आए हैं। राष्ट्रीय बाल अधिकार आयोग (एनसीआरसी) की पूर्व अध्यक्ष अफशां तहसीन ने कहा कि बाल शोषण की व्यापकता सीधे तौर पर गरीबी के कारण होते हैं।
–आईएएनएस
एफजेड/एबीएम
लाहौर, 14 जुलाई (आईएएनएस)। पाकिस्तान पंजाब के आंतरिक विभाग ने कहा है कि जैसे-जैसे बच्चों के यौन शोषण के मामले बढ़ रहे हैं, लड़कियों की तुलना में अधिक लड़के ऐसे अपराधों का शिकार बन रहे हैं।
जियो न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, जनवरी से 15 जून 2023 तक ऐसे मामलों की संख्या पर संकलित एक रिपोर्ट से पता चला है कि छह महीने से भी कम समय में, प्रांत में बाल शोषण के 1,390 मामले सामने आए हैं, जो अपने आप में एक भयावह संख्या है।
रिपोर्ट के अनुसार, दर्ज किए गए मामलों में से करीब 69 प्रतिशत (959 मामले) में नाबालिग लड़के शामिल थे, जबकि शेष 31 प्रतिशत (431 मामले) में लड़कियां शामिल थीं। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार इसके अलावा रिपोर्ट में कहा गया है कि मुकदमे का सामना करने वालों में से 55 प्रतिशत पीड़ितों के पड़ोसी थे, 13 प्रतिशत रिश्तेदार थे और 32 प्रतिशत अजनबी थे।
बच्चों के यौन शोषण के मामलों की शहर-वार व्यापकता के बारे में रिपोर्ट में कहा गया, पंजाब में सबसे अधिक 220 बलात्कार के मामले गुजरांवाला में दर्ज किए गए हैं। जियो न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, रावलपिंडी में बलात्कार के सबसे कम 69 और लाहौर में 89 मामले दर्ज किए गए हैं।
इसके अलावा पाकिस्तान के डेरा गाजी खान से 199, फैसलाबाद से 186, मुल्तान से 140, बहावलपुर से 129, शेखूपुरा से 128, साहीवाल से 127 और सरगोधा से 103 मामले सामने आए हैं। राष्ट्रीय बाल अधिकार आयोग (एनसीआरसी) की पूर्व अध्यक्ष अफशां तहसीन ने कहा कि बाल शोषण की व्यापकता सीधे तौर पर गरीबी के कारण होते हैं।
–आईएएनएस
एफजेड/एबीएम