इस्लामाबाद, 19 दिसंबर (आईएएनएस) । पाकिस्तान ने अमेरिका पर दोहरे मापदंड अपनाने और भेदभावपूर्ण व्यवहार करने का आरोप लगाया। इस्लामाबाद ने गुरुवार को कहा कि बाइडेन प्रशासन की तरफ से देश के बैलिस्टिक मिसाइल प्रोग्राम से जुड़ी चार संस्थाओं पर लगाए गए नवीनतम प्रतिबंध ‘पक्षपातपूर्ण’ और ‘दुर्भाग्यपूर्ण’ हैं।
पाकिस्तान के विदेश कार्यालय ने जोर देकर कहा कि सामरिक क्षमताएं उसकी संप्रभुता की रक्षा के लिए हैं।
पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय की ओर से जारी एक बयान में कहा गया, “पाकिस्तान, नेशनल डेवलपमेंट कॉम्प्लेक्स (एनडीसी) और तीन वाणिज्यिक संस्थाओं पर प्रतिबंध लगाने के अमेरिकी फैसले को दुर्भाग्यपूर्ण और पक्षपातपूर्ण मानता है। पाकिस्तान की रणनीतिक क्षमताएं उसकी संप्रभुता की रक्षा करने और दक्षिण एशिया में शांति और स्थिरता बनाए रखने के लिए हैं।”
बयान में कहा गया, “नवीनतम प्रतिबंध सैन्य विषमताओं को बढ़ाते हैं और शांति-सुरक्षा के उद्देश्य को चुनौती देते हैं। पाकिस्तान का रणनीतिक कार्यक्रम 240 मिलियन लोगों की तरफ उसके नेतृत्व पर जताए गए विश्वास का प्रतीक है। इस विश्वास की पवित्रता से समझौता नहीं किया जा सकता है।”
इससे पहले दिन में, अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने कहा कि पाकिस्तान के लंबी दूरी के मिसाइल कार्यक्रम से होने वाले खतरे के मद्देनजर अमेरिका ने चार संस्थाओं पर प्रतिबंध लगा रहा है।
इन संस्थाओं में पाकिस्तान का नेशनल डेवलपमेंट कॉम्प्लेक्स शामिल है – जो पाकिस्तान के बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रम के लिए जिम्मेदार है और जिसने पाकिस्तान के लंबी दूरी के बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रम को आगे बढ़ाने के लिए संसाधनों को हासिल करने का काम किया है। इसके अलावा एफिलिएट्स इंटरनेशनल, अख्तर एंड संस प्राइवेट लिमिटेड, और रॉकसाइड एंटरप्राइज पर प्रतिबंध लगाए गए हैं।
अमेरिकी विदेश विभाग ने कहा कि संयुक्त राज्य अमेरिका इस मामले पर अपनी चिंताओं के बारे में लगातार कहता रहा है। विदेश विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा। “हम अपनी चिंताओं के बारे में स्पष्ट और सुसंगत रहे हैं, और हम इन मुद्दों पर पाकिस्तान के साथ रचनात्मक रूप से जुड़ना जारी रखेंगे।”
–आईएएनएस
एमके/
ADVERTISEMENT
इस्लामाबाद, 19 दिसंबर (आईएएनएस) । पाकिस्तान ने अमेरिका पर दोहरे मापदंड अपनाने और भेदभावपूर्ण व्यवहार करने का आरोप लगाया। इस्लामाबाद ने गुरुवार को कहा कि बाइडेन प्रशासन की तरफ से देश के बैलिस्टिक मिसाइल प्रोग्राम से जुड़ी चार संस्थाओं पर लगाए गए नवीनतम प्रतिबंध ‘पक्षपातपूर्ण’ और ‘दुर्भाग्यपूर्ण’ हैं।
पाकिस्तान के विदेश कार्यालय ने जोर देकर कहा कि सामरिक क्षमताएं उसकी संप्रभुता की रक्षा के लिए हैं।
पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय की ओर से जारी एक बयान में कहा गया, “पाकिस्तान, नेशनल डेवलपमेंट कॉम्प्लेक्स (एनडीसी) और तीन वाणिज्यिक संस्थाओं पर प्रतिबंध लगाने के अमेरिकी फैसले को दुर्भाग्यपूर्ण और पक्षपातपूर्ण मानता है। पाकिस्तान की रणनीतिक क्षमताएं उसकी संप्रभुता की रक्षा करने और दक्षिण एशिया में शांति और स्थिरता बनाए रखने के लिए हैं।”
बयान में कहा गया, “नवीनतम प्रतिबंध सैन्य विषमताओं को बढ़ाते हैं और शांति-सुरक्षा के उद्देश्य को चुनौती देते हैं। पाकिस्तान का रणनीतिक कार्यक्रम 240 मिलियन लोगों की तरफ उसके नेतृत्व पर जताए गए विश्वास का प्रतीक है। इस विश्वास की पवित्रता से समझौता नहीं किया जा सकता है।”
इससे पहले दिन में, अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने कहा कि पाकिस्तान के लंबी दूरी के मिसाइल कार्यक्रम से होने वाले खतरे के मद्देनजर अमेरिका ने चार संस्थाओं पर प्रतिबंध लगा रहा है।
इन संस्थाओं में पाकिस्तान का नेशनल डेवलपमेंट कॉम्प्लेक्स शामिल है – जो पाकिस्तान के बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रम के लिए जिम्मेदार है और जिसने पाकिस्तान के लंबी दूरी के बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रम को आगे बढ़ाने के लिए संसाधनों को हासिल करने का काम किया है। इसके अलावा एफिलिएट्स इंटरनेशनल, अख्तर एंड संस प्राइवेट लिमिटेड, और रॉकसाइड एंटरप्राइज पर प्रतिबंध लगाए गए हैं।
अमेरिकी विदेश विभाग ने कहा कि संयुक्त राज्य अमेरिका इस मामले पर अपनी चिंताओं के बारे में लगातार कहता रहा है। विदेश विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा। “हम अपनी चिंताओं के बारे में स्पष्ट और सुसंगत रहे हैं, और हम इन मुद्दों पर पाकिस्तान के साथ रचनात्मक रूप से जुड़ना जारी रखेंगे।”
–आईएएनएस
एमके/
ADVERTISEMENT
इस्लामाबाद, 19 दिसंबर (आईएएनएस) । पाकिस्तान ने अमेरिका पर दोहरे मापदंड अपनाने और भेदभावपूर्ण व्यवहार करने का आरोप लगाया। इस्लामाबाद ने गुरुवार को कहा कि बाइडेन प्रशासन की तरफ से देश के बैलिस्टिक मिसाइल प्रोग्राम से जुड़ी चार संस्थाओं पर लगाए गए नवीनतम प्रतिबंध ‘पक्षपातपूर्ण’ और ‘दुर्भाग्यपूर्ण’ हैं।
पाकिस्तान के विदेश कार्यालय ने जोर देकर कहा कि सामरिक क्षमताएं उसकी संप्रभुता की रक्षा के लिए हैं।
पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय की ओर से जारी एक बयान में कहा गया, “पाकिस्तान, नेशनल डेवलपमेंट कॉम्प्लेक्स (एनडीसी) और तीन वाणिज्यिक संस्थाओं पर प्रतिबंध लगाने के अमेरिकी फैसले को दुर्भाग्यपूर्ण और पक्षपातपूर्ण मानता है। पाकिस्तान की रणनीतिक क्षमताएं उसकी संप्रभुता की रक्षा करने और दक्षिण एशिया में शांति और स्थिरता बनाए रखने के लिए हैं।”
बयान में कहा गया, “नवीनतम प्रतिबंध सैन्य विषमताओं को बढ़ाते हैं और शांति-सुरक्षा के उद्देश्य को चुनौती देते हैं। पाकिस्तान का रणनीतिक कार्यक्रम 240 मिलियन लोगों की तरफ उसके नेतृत्व पर जताए गए विश्वास का प्रतीक है। इस विश्वास की पवित्रता से समझौता नहीं किया जा सकता है।”
इससे पहले दिन में, अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने कहा कि पाकिस्तान के लंबी दूरी के मिसाइल कार्यक्रम से होने वाले खतरे के मद्देनजर अमेरिका ने चार संस्थाओं पर प्रतिबंध लगा रहा है।
इन संस्थाओं में पाकिस्तान का नेशनल डेवलपमेंट कॉम्प्लेक्स शामिल है – जो पाकिस्तान के बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रम के लिए जिम्मेदार है और जिसने पाकिस्तान के लंबी दूरी के बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रम को आगे बढ़ाने के लिए संसाधनों को हासिल करने का काम किया है। इसके अलावा एफिलिएट्स इंटरनेशनल, अख्तर एंड संस प्राइवेट लिमिटेड, और रॉकसाइड एंटरप्राइज पर प्रतिबंध लगाए गए हैं।
अमेरिकी विदेश विभाग ने कहा कि संयुक्त राज्य अमेरिका इस मामले पर अपनी चिंताओं के बारे में लगातार कहता रहा है। विदेश विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा। “हम अपनी चिंताओं के बारे में स्पष्ट और सुसंगत रहे हैं, और हम इन मुद्दों पर पाकिस्तान के साथ रचनात्मक रूप से जुड़ना जारी रखेंगे।”
–आईएएनएस
एमके/
ADVERTISEMENT
इस्लामाबाद, 19 दिसंबर (आईएएनएस) । पाकिस्तान ने अमेरिका पर दोहरे मापदंड अपनाने और भेदभावपूर्ण व्यवहार करने का आरोप लगाया। इस्लामाबाद ने गुरुवार को कहा कि बाइडेन प्रशासन की तरफ से देश के बैलिस्टिक मिसाइल प्रोग्राम से जुड़ी चार संस्थाओं पर लगाए गए नवीनतम प्रतिबंध ‘पक्षपातपूर्ण’ और ‘दुर्भाग्यपूर्ण’ हैं।
पाकिस्तान के विदेश कार्यालय ने जोर देकर कहा कि सामरिक क्षमताएं उसकी संप्रभुता की रक्षा के लिए हैं।
पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय की ओर से जारी एक बयान में कहा गया, “पाकिस्तान, नेशनल डेवलपमेंट कॉम्प्लेक्स (एनडीसी) और तीन वाणिज्यिक संस्थाओं पर प्रतिबंध लगाने के अमेरिकी फैसले को दुर्भाग्यपूर्ण और पक्षपातपूर्ण मानता है। पाकिस्तान की रणनीतिक क्षमताएं उसकी संप्रभुता की रक्षा करने और दक्षिण एशिया में शांति और स्थिरता बनाए रखने के लिए हैं।”
बयान में कहा गया, “नवीनतम प्रतिबंध सैन्य विषमताओं को बढ़ाते हैं और शांति-सुरक्षा के उद्देश्य को चुनौती देते हैं। पाकिस्तान का रणनीतिक कार्यक्रम 240 मिलियन लोगों की तरफ उसके नेतृत्व पर जताए गए विश्वास का प्रतीक है। इस विश्वास की पवित्रता से समझौता नहीं किया जा सकता है।”
इससे पहले दिन में, अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने कहा कि पाकिस्तान के लंबी दूरी के मिसाइल कार्यक्रम से होने वाले खतरे के मद्देनजर अमेरिका ने चार संस्थाओं पर प्रतिबंध लगा रहा है।
इन संस्थाओं में पाकिस्तान का नेशनल डेवलपमेंट कॉम्प्लेक्स शामिल है – जो पाकिस्तान के बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रम के लिए जिम्मेदार है और जिसने पाकिस्तान के लंबी दूरी के बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रम को आगे बढ़ाने के लिए संसाधनों को हासिल करने का काम किया है। इसके अलावा एफिलिएट्स इंटरनेशनल, अख्तर एंड संस प्राइवेट लिमिटेड, और रॉकसाइड एंटरप्राइज पर प्रतिबंध लगाए गए हैं।
अमेरिकी विदेश विभाग ने कहा कि संयुक्त राज्य अमेरिका इस मामले पर अपनी चिंताओं के बारे में लगातार कहता रहा है। विदेश विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा। “हम अपनी चिंताओं के बारे में स्पष्ट और सुसंगत रहे हैं, और हम इन मुद्दों पर पाकिस्तान के साथ रचनात्मक रूप से जुड़ना जारी रखेंगे।”
–आईएएनएस
एमके/
ADVERTISEMENT
इस्लामाबाद, 19 दिसंबर (आईएएनएस) । पाकिस्तान ने अमेरिका पर दोहरे मापदंड अपनाने और भेदभावपूर्ण व्यवहार करने का आरोप लगाया। इस्लामाबाद ने गुरुवार को कहा कि बाइडेन प्रशासन की तरफ से देश के बैलिस्टिक मिसाइल प्रोग्राम से जुड़ी चार संस्थाओं पर लगाए गए नवीनतम प्रतिबंध ‘पक्षपातपूर्ण’ और ‘दुर्भाग्यपूर्ण’ हैं।
पाकिस्तान के विदेश कार्यालय ने जोर देकर कहा कि सामरिक क्षमताएं उसकी संप्रभुता की रक्षा के लिए हैं।
पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय की ओर से जारी एक बयान में कहा गया, “पाकिस्तान, नेशनल डेवलपमेंट कॉम्प्लेक्स (एनडीसी) और तीन वाणिज्यिक संस्थाओं पर प्रतिबंध लगाने के अमेरिकी फैसले को दुर्भाग्यपूर्ण और पक्षपातपूर्ण मानता है। पाकिस्तान की रणनीतिक क्षमताएं उसकी संप्रभुता की रक्षा करने और दक्षिण एशिया में शांति और स्थिरता बनाए रखने के लिए हैं।”
बयान में कहा गया, “नवीनतम प्रतिबंध सैन्य विषमताओं को बढ़ाते हैं और शांति-सुरक्षा के उद्देश्य को चुनौती देते हैं। पाकिस्तान का रणनीतिक कार्यक्रम 240 मिलियन लोगों की तरफ उसके नेतृत्व पर जताए गए विश्वास का प्रतीक है। इस विश्वास की पवित्रता से समझौता नहीं किया जा सकता है।”
इससे पहले दिन में, अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने कहा कि पाकिस्तान के लंबी दूरी के मिसाइल कार्यक्रम से होने वाले खतरे के मद्देनजर अमेरिका ने चार संस्थाओं पर प्रतिबंध लगा रहा है।
इन संस्थाओं में पाकिस्तान का नेशनल डेवलपमेंट कॉम्प्लेक्स शामिल है – जो पाकिस्तान के बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रम के लिए जिम्मेदार है और जिसने पाकिस्तान के लंबी दूरी के बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रम को आगे बढ़ाने के लिए संसाधनों को हासिल करने का काम किया है। इसके अलावा एफिलिएट्स इंटरनेशनल, अख्तर एंड संस प्राइवेट लिमिटेड, और रॉकसाइड एंटरप्राइज पर प्रतिबंध लगाए गए हैं।
अमेरिकी विदेश विभाग ने कहा कि संयुक्त राज्य अमेरिका इस मामले पर अपनी चिंताओं के बारे में लगातार कहता रहा है। विदेश विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा। “हम अपनी चिंताओं के बारे में स्पष्ट और सुसंगत रहे हैं, और हम इन मुद्दों पर पाकिस्तान के साथ रचनात्मक रूप से जुड़ना जारी रखेंगे।”
–आईएएनएस
एमके/
ADVERTISEMENT
इस्लामाबाद, 19 दिसंबर (आईएएनएस) । पाकिस्तान ने अमेरिका पर दोहरे मापदंड अपनाने और भेदभावपूर्ण व्यवहार करने का आरोप लगाया। इस्लामाबाद ने गुरुवार को कहा कि बाइडेन प्रशासन की तरफ से देश के बैलिस्टिक मिसाइल प्रोग्राम से जुड़ी चार संस्थाओं पर लगाए गए नवीनतम प्रतिबंध ‘पक्षपातपूर्ण’ और ‘दुर्भाग्यपूर्ण’ हैं।
पाकिस्तान के विदेश कार्यालय ने जोर देकर कहा कि सामरिक क्षमताएं उसकी संप्रभुता की रक्षा के लिए हैं।
पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय की ओर से जारी एक बयान में कहा गया, “पाकिस्तान, नेशनल डेवलपमेंट कॉम्प्लेक्स (एनडीसी) और तीन वाणिज्यिक संस्थाओं पर प्रतिबंध लगाने के अमेरिकी फैसले को दुर्भाग्यपूर्ण और पक्षपातपूर्ण मानता है। पाकिस्तान की रणनीतिक क्षमताएं उसकी संप्रभुता की रक्षा करने और दक्षिण एशिया में शांति और स्थिरता बनाए रखने के लिए हैं।”
बयान में कहा गया, “नवीनतम प्रतिबंध सैन्य विषमताओं को बढ़ाते हैं और शांति-सुरक्षा के उद्देश्य को चुनौती देते हैं। पाकिस्तान का रणनीतिक कार्यक्रम 240 मिलियन लोगों की तरफ उसके नेतृत्व पर जताए गए विश्वास का प्रतीक है। इस विश्वास की पवित्रता से समझौता नहीं किया जा सकता है।”
इससे पहले दिन में, अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने कहा कि पाकिस्तान के लंबी दूरी के मिसाइल कार्यक्रम से होने वाले खतरे के मद्देनजर अमेरिका ने चार संस्थाओं पर प्रतिबंध लगा रहा है।
इन संस्थाओं में पाकिस्तान का नेशनल डेवलपमेंट कॉम्प्लेक्स शामिल है – जो पाकिस्तान के बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रम के लिए जिम्मेदार है और जिसने पाकिस्तान के लंबी दूरी के बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रम को आगे बढ़ाने के लिए संसाधनों को हासिल करने का काम किया है। इसके अलावा एफिलिएट्स इंटरनेशनल, अख्तर एंड संस प्राइवेट लिमिटेड, और रॉकसाइड एंटरप्राइज पर प्रतिबंध लगाए गए हैं।
अमेरिकी विदेश विभाग ने कहा कि संयुक्त राज्य अमेरिका इस मामले पर अपनी चिंताओं के बारे में लगातार कहता रहा है। विदेश विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा। “हम अपनी चिंताओं के बारे में स्पष्ट और सुसंगत रहे हैं, और हम इन मुद्दों पर पाकिस्तान के साथ रचनात्मक रूप से जुड़ना जारी रखेंगे।”
–आईएएनएस
एमके/
ADVERTISEMENT
इस्लामाबाद, 19 दिसंबर (आईएएनएस) । पाकिस्तान ने अमेरिका पर दोहरे मापदंड अपनाने और भेदभावपूर्ण व्यवहार करने का आरोप लगाया। इस्लामाबाद ने गुरुवार को कहा कि बाइडेन प्रशासन की तरफ से देश के बैलिस्टिक मिसाइल प्रोग्राम से जुड़ी चार संस्थाओं पर लगाए गए नवीनतम प्रतिबंध ‘पक्षपातपूर्ण’ और ‘दुर्भाग्यपूर्ण’ हैं।
पाकिस्तान के विदेश कार्यालय ने जोर देकर कहा कि सामरिक क्षमताएं उसकी संप्रभुता की रक्षा के लिए हैं।
पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय की ओर से जारी एक बयान में कहा गया, “पाकिस्तान, नेशनल डेवलपमेंट कॉम्प्लेक्स (एनडीसी) और तीन वाणिज्यिक संस्थाओं पर प्रतिबंध लगाने के अमेरिकी फैसले को दुर्भाग्यपूर्ण और पक्षपातपूर्ण मानता है। पाकिस्तान की रणनीतिक क्षमताएं उसकी संप्रभुता की रक्षा करने और दक्षिण एशिया में शांति और स्थिरता बनाए रखने के लिए हैं।”
बयान में कहा गया, “नवीनतम प्रतिबंध सैन्य विषमताओं को बढ़ाते हैं और शांति-सुरक्षा के उद्देश्य को चुनौती देते हैं। पाकिस्तान का रणनीतिक कार्यक्रम 240 मिलियन लोगों की तरफ उसके नेतृत्व पर जताए गए विश्वास का प्रतीक है। इस विश्वास की पवित्रता से समझौता नहीं किया जा सकता है।”
इससे पहले दिन में, अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने कहा कि पाकिस्तान के लंबी दूरी के मिसाइल कार्यक्रम से होने वाले खतरे के मद्देनजर अमेरिका ने चार संस्थाओं पर प्रतिबंध लगा रहा है।
इन संस्थाओं में पाकिस्तान का नेशनल डेवलपमेंट कॉम्प्लेक्स शामिल है – जो पाकिस्तान के बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रम के लिए जिम्मेदार है और जिसने पाकिस्तान के लंबी दूरी के बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रम को आगे बढ़ाने के लिए संसाधनों को हासिल करने का काम किया है। इसके अलावा एफिलिएट्स इंटरनेशनल, अख्तर एंड संस प्राइवेट लिमिटेड, और रॉकसाइड एंटरप्राइज पर प्रतिबंध लगाए गए हैं।
अमेरिकी विदेश विभाग ने कहा कि संयुक्त राज्य अमेरिका इस मामले पर अपनी चिंताओं के बारे में लगातार कहता रहा है। विदेश विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा। “हम अपनी चिंताओं के बारे में स्पष्ट और सुसंगत रहे हैं, और हम इन मुद्दों पर पाकिस्तान के साथ रचनात्मक रूप से जुड़ना जारी रखेंगे।”
–आईएएनएस
एमके/
ADVERTISEMENT
इस्लामाबाद, 19 दिसंबर (आईएएनएस) । पाकिस्तान ने अमेरिका पर दोहरे मापदंड अपनाने और भेदभावपूर्ण व्यवहार करने का आरोप लगाया। इस्लामाबाद ने गुरुवार को कहा कि बाइडेन प्रशासन की तरफ से देश के बैलिस्टिक मिसाइल प्रोग्राम से जुड़ी चार संस्थाओं पर लगाए गए नवीनतम प्रतिबंध ‘पक्षपातपूर्ण’ और ‘दुर्भाग्यपूर्ण’ हैं।
पाकिस्तान के विदेश कार्यालय ने जोर देकर कहा कि सामरिक क्षमताएं उसकी संप्रभुता की रक्षा के लिए हैं।
पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय की ओर से जारी एक बयान में कहा गया, “पाकिस्तान, नेशनल डेवलपमेंट कॉम्प्लेक्स (एनडीसी) और तीन वाणिज्यिक संस्थाओं पर प्रतिबंध लगाने के अमेरिकी फैसले को दुर्भाग्यपूर्ण और पक्षपातपूर्ण मानता है। पाकिस्तान की रणनीतिक क्षमताएं उसकी संप्रभुता की रक्षा करने और दक्षिण एशिया में शांति और स्थिरता बनाए रखने के लिए हैं।”
बयान में कहा गया, “नवीनतम प्रतिबंध सैन्य विषमताओं को बढ़ाते हैं और शांति-सुरक्षा के उद्देश्य को चुनौती देते हैं। पाकिस्तान का रणनीतिक कार्यक्रम 240 मिलियन लोगों की तरफ उसके नेतृत्व पर जताए गए विश्वास का प्रतीक है। इस विश्वास की पवित्रता से समझौता नहीं किया जा सकता है।”
इससे पहले दिन में, अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने कहा कि पाकिस्तान के लंबी दूरी के मिसाइल कार्यक्रम से होने वाले खतरे के मद्देनजर अमेरिका ने चार संस्थाओं पर प्रतिबंध लगा रहा है।
इन संस्थाओं में पाकिस्तान का नेशनल डेवलपमेंट कॉम्प्लेक्स शामिल है – जो पाकिस्तान के बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रम के लिए जिम्मेदार है और जिसने पाकिस्तान के लंबी दूरी के बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रम को आगे बढ़ाने के लिए संसाधनों को हासिल करने का काम किया है। इसके अलावा एफिलिएट्स इंटरनेशनल, अख्तर एंड संस प्राइवेट लिमिटेड, और रॉकसाइड एंटरप्राइज पर प्रतिबंध लगाए गए हैं।
अमेरिकी विदेश विभाग ने कहा कि संयुक्त राज्य अमेरिका इस मामले पर अपनी चिंताओं के बारे में लगातार कहता रहा है। विदेश विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा। “हम अपनी चिंताओं के बारे में स्पष्ट और सुसंगत रहे हैं, और हम इन मुद्दों पर पाकिस्तान के साथ रचनात्मक रूप से जुड़ना जारी रखेंगे।”
–आईएएनएस
एमके/
इस्लामाबाद, 19 दिसंबर (आईएएनएस) । पाकिस्तान ने अमेरिका पर दोहरे मापदंड अपनाने और भेदभावपूर्ण व्यवहार करने का आरोप लगाया। इस्लामाबाद ने गुरुवार को कहा कि बाइडेन प्रशासन की तरफ से देश के बैलिस्टिक मिसाइल प्रोग्राम से जुड़ी चार संस्थाओं पर लगाए गए नवीनतम प्रतिबंध ‘पक्षपातपूर्ण’ और ‘दुर्भाग्यपूर्ण’ हैं।
पाकिस्तान के विदेश कार्यालय ने जोर देकर कहा कि सामरिक क्षमताएं उसकी संप्रभुता की रक्षा के लिए हैं।
पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय की ओर से जारी एक बयान में कहा गया, “पाकिस्तान, नेशनल डेवलपमेंट कॉम्प्लेक्स (एनडीसी) और तीन वाणिज्यिक संस्थाओं पर प्रतिबंध लगाने के अमेरिकी फैसले को दुर्भाग्यपूर्ण और पक्षपातपूर्ण मानता है। पाकिस्तान की रणनीतिक क्षमताएं उसकी संप्रभुता की रक्षा करने और दक्षिण एशिया में शांति और स्थिरता बनाए रखने के लिए हैं।”
बयान में कहा गया, “नवीनतम प्रतिबंध सैन्य विषमताओं को बढ़ाते हैं और शांति-सुरक्षा के उद्देश्य को चुनौती देते हैं। पाकिस्तान का रणनीतिक कार्यक्रम 240 मिलियन लोगों की तरफ उसके नेतृत्व पर जताए गए विश्वास का प्रतीक है। इस विश्वास की पवित्रता से समझौता नहीं किया जा सकता है।”
इससे पहले दिन में, अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने कहा कि पाकिस्तान के लंबी दूरी के मिसाइल कार्यक्रम से होने वाले खतरे के मद्देनजर अमेरिका ने चार संस्थाओं पर प्रतिबंध लगा रहा है।
इन संस्थाओं में पाकिस्तान का नेशनल डेवलपमेंट कॉम्प्लेक्स शामिल है – जो पाकिस्तान के बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रम के लिए जिम्मेदार है और जिसने पाकिस्तान के लंबी दूरी के बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रम को आगे बढ़ाने के लिए संसाधनों को हासिल करने का काम किया है। इसके अलावा एफिलिएट्स इंटरनेशनल, अख्तर एंड संस प्राइवेट लिमिटेड, और रॉकसाइड एंटरप्राइज पर प्रतिबंध लगाए गए हैं।
अमेरिकी विदेश विभाग ने कहा कि संयुक्त राज्य अमेरिका इस मामले पर अपनी चिंताओं के बारे में लगातार कहता रहा है। विदेश विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा। “हम अपनी चिंताओं के बारे में स्पष्ट और सुसंगत रहे हैं, और हम इन मुद्दों पर पाकिस्तान के साथ रचनात्मक रूप से जुड़ना जारी रखेंगे।”
–आईएएनएस
एमके/
ADVERTISEMENT
इस्लामाबाद, 19 दिसंबर (आईएएनएस) । पाकिस्तान ने अमेरिका पर दोहरे मापदंड अपनाने और भेदभावपूर्ण व्यवहार करने का आरोप लगाया। इस्लामाबाद ने गुरुवार को कहा कि बाइडेन प्रशासन की तरफ से देश के बैलिस्टिक मिसाइल प्रोग्राम से जुड़ी चार संस्थाओं पर लगाए गए नवीनतम प्रतिबंध ‘पक्षपातपूर्ण’ और ‘दुर्भाग्यपूर्ण’ हैं।
पाकिस्तान के विदेश कार्यालय ने जोर देकर कहा कि सामरिक क्षमताएं उसकी संप्रभुता की रक्षा के लिए हैं।
पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय की ओर से जारी एक बयान में कहा गया, “पाकिस्तान, नेशनल डेवलपमेंट कॉम्प्लेक्स (एनडीसी) और तीन वाणिज्यिक संस्थाओं पर प्रतिबंध लगाने के अमेरिकी फैसले को दुर्भाग्यपूर्ण और पक्षपातपूर्ण मानता है। पाकिस्तान की रणनीतिक क्षमताएं उसकी संप्रभुता की रक्षा करने और दक्षिण एशिया में शांति और स्थिरता बनाए रखने के लिए हैं।”
बयान में कहा गया, “नवीनतम प्रतिबंध सैन्य विषमताओं को बढ़ाते हैं और शांति-सुरक्षा के उद्देश्य को चुनौती देते हैं। पाकिस्तान का रणनीतिक कार्यक्रम 240 मिलियन लोगों की तरफ उसके नेतृत्व पर जताए गए विश्वास का प्रतीक है। इस विश्वास की पवित्रता से समझौता नहीं किया जा सकता है।”
इससे पहले दिन में, अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने कहा कि पाकिस्तान के लंबी दूरी के मिसाइल कार्यक्रम से होने वाले खतरे के मद्देनजर अमेरिका ने चार संस्थाओं पर प्रतिबंध लगा रहा है।
इन संस्थाओं में पाकिस्तान का नेशनल डेवलपमेंट कॉम्प्लेक्स शामिल है – जो पाकिस्तान के बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रम के लिए जिम्मेदार है और जिसने पाकिस्तान के लंबी दूरी के बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रम को आगे बढ़ाने के लिए संसाधनों को हासिल करने का काम किया है। इसके अलावा एफिलिएट्स इंटरनेशनल, अख्तर एंड संस प्राइवेट लिमिटेड, और रॉकसाइड एंटरप्राइज पर प्रतिबंध लगाए गए हैं।
अमेरिकी विदेश विभाग ने कहा कि संयुक्त राज्य अमेरिका इस मामले पर अपनी चिंताओं के बारे में लगातार कहता रहा है। विदेश विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा। “हम अपनी चिंताओं के बारे में स्पष्ट और सुसंगत रहे हैं, और हम इन मुद्दों पर पाकिस्तान के साथ रचनात्मक रूप से जुड़ना जारी रखेंगे।”
–आईएएनएस
एमके/
ADVERTISEMENT
इस्लामाबाद, 19 दिसंबर (आईएएनएस) । पाकिस्तान ने अमेरिका पर दोहरे मापदंड अपनाने और भेदभावपूर्ण व्यवहार करने का आरोप लगाया। इस्लामाबाद ने गुरुवार को कहा कि बाइडेन प्रशासन की तरफ से देश के बैलिस्टिक मिसाइल प्रोग्राम से जुड़ी चार संस्थाओं पर लगाए गए नवीनतम प्रतिबंध ‘पक्षपातपूर्ण’ और ‘दुर्भाग्यपूर्ण’ हैं।
पाकिस्तान के विदेश कार्यालय ने जोर देकर कहा कि सामरिक क्षमताएं उसकी संप्रभुता की रक्षा के लिए हैं।
पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय की ओर से जारी एक बयान में कहा गया, “पाकिस्तान, नेशनल डेवलपमेंट कॉम्प्लेक्स (एनडीसी) और तीन वाणिज्यिक संस्थाओं पर प्रतिबंध लगाने के अमेरिकी फैसले को दुर्भाग्यपूर्ण और पक्षपातपूर्ण मानता है। पाकिस्तान की रणनीतिक क्षमताएं उसकी संप्रभुता की रक्षा करने और दक्षिण एशिया में शांति और स्थिरता बनाए रखने के लिए हैं।”
बयान में कहा गया, “नवीनतम प्रतिबंध सैन्य विषमताओं को बढ़ाते हैं और शांति-सुरक्षा के उद्देश्य को चुनौती देते हैं। पाकिस्तान का रणनीतिक कार्यक्रम 240 मिलियन लोगों की तरफ उसके नेतृत्व पर जताए गए विश्वास का प्रतीक है। इस विश्वास की पवित्रता से समझौता नहीं किया जा सकता है।”
इससे पहले दिन में, अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने कहा कि पाकिस्तान के लंबी दूरी के मिसाइल कार्यक्रम से होने वाले खतरे के मद्देनजर अमेरिका ने चार संस्थाओं पर प्रतिबंध लगा रहा है।
इन संस्थाओं में पाकिस्तान का नेशनल डेवलपमेंट कॉम्प्लेक्स शामिल है – जो पाकिस्तान के बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रम के लिए जिम्मेदार है और जिसने पाकिस्तान के लंबी दूरी के बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रम को आगे बढ़ाने के लिए संसाधनों को हासिल करने का काम किया है। इसके अलावा एफिलिएट्स इंटरनेशनल, अख्तर एंड संस प्राइवेट लिमिटेड, और रॉकसाइड एंटरप्राइज पर प्रतिबंध लगाए गए हैं।
अमेरिकी विदेश विभाग ने कहा कि संयुक्त राज्य अमेरिका इस मामले पर अपनी चिंताओं के बारे में लगातार कहता रहा है। विदेश विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा। “हम अपनी चिंताओं के बारे में स्पष्ट और सुसंगत रहे हैं, और हम इन मुद्दों पर पाकिस्तान के साथ रचनात्मक रूप से जुड़ना जारी रखेंगे।”
–आईएएनएस
एमके/
ADVERTISEMENT
इस्लामाबाद, 19 दिसंबर (आईएएनएस) । पाकिस्तान ने अमेरिका पर दोहरे मापदंड अपनाने और भेदभावपूर्ण व्यवहार करने का आरोप लगाया। इस्लामाबाद ने गुरुवार को कहा कि बाइडेन प्रशासन की तरफ से देश के बैलिस्टिक मिसाइल प्रोग्राम से जुड़ी चार संस्थाओं पर लगाए गए नवीनतम प्रतिबंध ‘पक्षपातपूर्ण’ और ‘दुर्भाग्यपूर्ण’ हैं।
पाकिस्तान के विदेश कार्यालय ने जोर देकर कहा कि सामरिक क्षमताएं उसकी संप्रभुता की रक्षा के लिए हैं।
पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय की ओर से जारी एक बयान में कहा गया, “पाकिस्तान, नेशनल डेवलपमेंट कॉम्प्लेक्स (एनडीसी) और तीन वाणिज्यिक संस्थाओं पर प्रतिबंध लगाने के अमेरिकी फैसले को दुर्भाग्यपूर्ण और पक्षपातपूर्ण मानता है। पाकिस्तान की रणनीतिक क्षमताएं उसकी संप्रभुता की रक्षा करने और दक्षिण एशिया में शांति और स्थिरता बनाए रखने के लिए हैं।”
बयान में कहा गया, “नवीनतम प्रतिबंध सैन्य विषमताओं को बढ़ाते हैं और शांति-सुरक्षा के उद्देश्य को चुनौती देते हैं। पाकिस्तान का रणनीतिक कार्यक्रम 240 मिलियन लोगों की तरफ उसके नेतृत्व पर जताए गए विश्वास का प्रतीक है। इस विश्वास की पवित्रता से समझौता नहीं किया जा सकता है।”
इससे पहले दिन में, अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने कहा कि पाकिस्तान के लंबी दूरी के मिसाइल कार्यक्रम से होने वाले खतरे के मद्देनजर अमेरिका ने चार संस्थाओं पर प्रतिबंध लगा रहा है।
इन संस्थाओं में पाकिस्तान का नेशनल डेवलपमेंट कॉम्प्लेक्स शामिल है – जो पाकिस्तान के बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रम के लिए जिम्मेदार है और जिसने पाकिस्तान के लंबी दूरी के बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रम को आगे बढ़ाने के लिए संसाधनों को हासिल करने का काम किया है। इसके अलावा एफिलिएट्स इंटरनेशनल, अख्तर एंड संस प्राइवेट लिमिटेड, और रॉकसाइड एंटरप्राइज पर प्रतिबंध लगाए गए हैं।
अमेरिकी विदेश विभाग ने कहा कि संयुक्त राज्य अमेरिका इस मामले पर अपनी चिंताओं के बारे में लगातार कहता रहा है। विदेश विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा। “हम अपनी चिंताओं के बारे में स्पष्ट और सुसंगत रहे हैं, और हम इन मुद्दों पर पाकिस्तान के साथ रचनात्मक रूप से जुड़ना जारी रखेंगे।”
–आईएएनएस
एमके/
ADVERTISEMENT
इस्लामाबाद, 19 दिसंबर (आईएएनएस) । पाकिस्तान ने अमेरिका पर दोहरे मापदंड अपनाने और भेदभावपूर्ण व्यवहार करने का आरोप लगाया। इस्लामाबाद ने गुरुवार को कहा कि बाइडेन प्रशासन की तरफ से देश के बैलिस्टिक मिसाइल प्रोग्राम से जुड़ी चार संस्थाओं पर लगाए गए नवीनतम प्रतिबंध ‘पक्षपातपूर्ण’ और ‘दुर्भाग्यपूर्ण’ हैं।
पाकिस्तान के विदेश कार्यालय ने जोर देकर कहा कि सामरिक क्षमताएं उसकी संप्रभुता की रक्षा के लिए हैं।
पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय की ओर से जारी एक बयान में कहा गया, “पाकिस्तान, नेशनल डेवलपमेंट कॉम्प्लेक्स (एनडीसी) और तीन वाणिज्यिक संस्थाओं पर प्रतिबंध लगाने के अमेरिकी फैसले को दुर्भाग्यपूर्ण और पक्षपातपूर्ण मानता है। पाकिस्तान की रणनीतिक क्षमताएं उसकी संप्रभुता की रक्षा करने और दक्षिण एशिया में शांति और स्थिरता बनाए रखने के लिए हैं।”
बयान में कहा गया, “नवीनतम प्रतिबंध सैन्य विषमताओं को बढ़ाते हैं और शांति-सुरक्षा के उद्देश्य को चुनौती देते हैं। पाकिस्तान का रणनीतिक कार्यक्रम 240 मिलियन लोगों की तरफ उसके नेतृत्व पर जताए गए विश्वास का प्रतीक है। इस विश्वास की पवित्रता से समझौता नहीं किया जा सकता है।”
इससे पहले दिन में, अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने कहा कि पाकिस्तान के लंबी दूरी के मिसाइल कार्यक्रम से होने वाले खतरे के मद्देनजर अमेरिका ने चार संस्थाओं पर प्रतिबंध लगा रहा है।
इन संस्थाओं में पाकिस्तान का नेशनल डेवलपमेंट कॉम्प्लेक्स शामिल है – जो पाकिस्तान के बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रम के लिए जिम्मेदार है और जिसने पाकिस्तान के लंबी दूरी के बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रम को आगे बढ़ाने के लिए संसाधनों को हासिल करने का काम किया है। इसके अलावा एफिलिएट्स इंटरनेशनल, अख्तर एंड संस प्राइवेट लिमिटेड, और रॉकसाइड एंटरप्राइज पर प्रतिबंध लगाए गए हैं।
अमेरिकी विदेश विभाग ने कहा कि संयुक्त राज्य अमेरिका इस मामले पर अपनी चिंताओं के बारे में लगातार कहता रहा है। विदेश विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा। “हम अपनी चिंताओं के बारे में स्पष्ट और सुसंगत रहे हैं, और हम इन मुद्दों पर पाकिस्तान के साथ रचनात्मक रूप से जुड़ना जारी रखेंगे।”
–आईएएनएस
एमके/
ADVERTISEMENT
इस्लामाबाद, 19 दिसंबर (आईएएनएस) । पाकिस्तान ने अमेरिका पर दोहरे मापदंड अपनाने और भेदभावपूर्ण व्यवहार करने का आरोप लगाया। इस्लामाबाद ने गुरुवार को कहा कि बाइडेन प्रशासन की तरफ से देश के बैलिस्टिक मिसाइल प्रोग्राम से जुड़ी चार संस्थाओं पर लगाए गए नवीनतम प्रतिबंध ‘पक्षपातपूर्ण’ और ‘दुर्भाग्यपूर्ण’ हैं।
पाकिस्तान के विदेश कार्यालय ने जोर देकर कहा कि सामरिक क्षमताएं उसकी संप्रभुता की रक्षा के लिए हैं।
पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय की ओर से जारी एक बयान में कहा गया, “पाकिस्तान, नेशनल डेवलपमेंट कॉम्प्लेक्स (एनडीसी) और तीन वाणिज्यिक संस्थाओं पर प्रतिबंध लगाने के अमेरिकी फैसले को दुर्भाग्यपूर्ण और पक्षपातपूर्ण मानता है। पाकिस्तान की रणनीतिक क्षमताएं उसकी संप्रभुता की रक्षा करने और दक्षिण एशिया में शांति और स्थिरता बनाए रखने के लिए हैं।”
बयान में कहा गया, “नवीनतम प्रतिबंध सैन्य विषमताओं को बढ़ाते हैं और शांति-सुरक्षा के उद्देश्य को चुनौती देते हैं। पाकिस्तान का रणनीतिक कार्यक्रम 240 मिलियन लोगों की तरफ उसके नेतृत्व पर जताए गए विश्वास का प्रतीक है। इस विश्वास की पवित्रता से समझौता नहीं किया जा सकता है।”
इससे पहले दिन में, अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने कहा कि पाकिस्तान के लंबी दूरी के मिसाइल कार्यक्रम से होने वाले खतरे के मद्देनजर अमेरिका ने चार संस्थाओं पर प्रतिबंध लगा रहा है।
इन संस्थाओं में पाकिस्तान का नेशनल डेवलपमेंट कॉम्प्लेक्स शामिल है – जो पाकिस्तान के बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रम के लिए जिम्मेदार है और जिसने पाकिस्तान के लंबी दूरी के बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रम को आगे बढ़ाने के लिए संसाधनों को हासिल करने का काम किया है। इसके अलावा एफिलिएट्स इंटरनेशनल, अख्तर एंड संस प्राइवेट लिमिटेड, और रॉकसाइड एंटरप्राइज पर प्रतिबंध लगाए गए हैं।
अमेरिकी विदेश विभाग ने कहा कि संयुक्त राज्य अमेरिका इस मामले पर अपनी चिंताओं के बारे में लगातार कहता रहा है। विदेश विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा। “हम अपनी चिंताओं के बारे में स्पष्ट और सुसंगत रहे हैं, और हम इन मुद्दों पर पाकिस्तान के साथ रचनात्मक रूप से जुड़ना जारी रखेंगे।”
–आईएएनएस
एमके/
ADVERTISEMENT
इस्लामाबाद, 19 दिसंबर (आईएएनएस) । पाकिस्तान ने अमेरिका पर दोहरे मापदंड अपनाने और भेदभावपूर्ण व्यवहार करने का आरोप लगाया। इस्लामाबाद ने गुरुवार को कहा कि बाइडेन प्रशासन की तरफ से देश के बैलिस्टिक मिसाइल प्रोग्राम से जुड़ी चार संस्थाओं पर लगाए गए नवीनतम प्रतिबंध ‘पक्षपातपूर्ण’ और ‘दुर्भाग्यपूर्ण’ हैं।
पाकिस्तान के विदेश कार्यालय ने जोर देकर कहा कि सामरिक क्षमताएं उसकी संप्रभुता की रक्षा के लिए हैं।
पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय की ओर से जारी एक बयान में कहा गया, “पाकिस्तान, नेशनल डेवलपमेंट कॉम्प्लेक्स (एनडीसी) और तीन वाणिज्यिक संस्थाओं पर प्रतिबंध लगाने के अमेरिकी फैसले को दुर्भाग्यपूर्ण और पक्षपातपूर्ण मानता है। पाकिस्तान की रणनीतिक क्षमताएं उसकी संप्रभुता की रक्षा करने और दक्षिण एशिया में शांति और स्थिरता बनाए रखने के लिए हैं।”
बयान में कहा गया, “नवीनतम प्रतिबंध सैन्य विषमताओं को बढ़ाते हैं और शांति-सुरक्षा के उद्देश्य को चुनौती देते हैं। पाकिस्तान का रणनीतिक कार्यक्रम 240 मिलियन लोगों की तरफ उसके नेतृत्व पर जताए गए विश्वास का प्रतीक है। इस विश्वास की पवित्रता से समझौता नहीं किया जा सकता है।”
इससे पहले दिन में, अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने कहा कि पाकिस्तान के लंबी दूरी के मिसाइल कार्यक्रम से होने वाले खतरे के मद्देनजर अमेरिका ने चार संस्थाओं पर प्रतिबंध लगा रहा है।
इन संस्थाओं में पाकिस्तान का नेशनल डेवलपमेंट कॉम्प्लेक्स शामिल है – जो पाकिस्तान के बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रम के लिए जिम्मेदार है और जिसने पाकिस्तान के लंबी दूरी के बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रम को आगे बढ़ाने के लिए संसाधनों को हासिल करने का काम किया है। इसके अलावा एफिलिएट्स इंटरनेशनल, अख्तर एंड संस प्राइवेट लिमिटेड, और रॉकसाइड एंटरप्राइज पर प्रतिबंध लगाए गए हैं।
अमेरिकी विदेश विभाग ने कहा कि संयुक्त राज्य अमेरिका इस मामले पर अपनी चिंताओं के बारे में लगातार कहता रहा है। विदेश विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा। “हम अपनी चिंताओं के बारे में स्पष्ट और सुसंगत रहे हैं, और हम इन मुद्दों पर पाकिस्तान के साथ रचनात्मक रूप से जुड़ना जारी रखेंगे।”
–आईएएनएस
एमके/
ADVERTISEMENT
इस्लामाबाद, 19 दिसंबर (आईएएनएस) । पाकिस्तान ने अमेरिका पर दोहरे मापदंड अपनाने और भेदभावपूर्ण व्यवहार करने का आरोप लगाया। इस्लामाबाद ने गुरुवार को कहा कि बाइडेन प्रशासन की तरफ से देश के बैलिस्टिक मिसाइल प्रोग्राम से जुड़ी चार संस्थाओं पर लगाए गए नवीनतम प्रतिबंध ‘पक्षपातपूर्ण’ और ‘दुर्भाग्यपूर्ण’ हैं।
पाकिस्तान के विदेश कार्यालय ने जोर देकर कहा कि सामरिक क्षमताएं उसकी संप्रभुता की रक्षा के लिए हैं।
पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय की ओर से जारी एक बयान में कहा गया, “पाकिस्तान, नेशनल डेवलपमेंट कॉम्प्लेक्स (एनडीसी) और तीन वाणिज्यिक संस्थाओं पर प्रतिबंध लगाने के अमेरिकी फैसले को दुर्भाग्यपूर्ण और पक्षपातपूर्ण मानता है। पाकिस्तान की रणनीतिक क्षमताएं उसकी संप्रभुता की रक्षा करने और दक्षिण एशिया में शांति और स्थिरता बनाए रखने के लिए हैं।”
बयान में कहा गया, “नवीनतम प्रतिबंध सैन्य विषमताओं को बढ़ाते हैं और शांति-सुरक्षा के उद्देश्य को चुनौती देते हैं। पाकिस्तान का रणनीतिक कार्यक्रम 240 मिलियन लोगों की तरफ उसके नेतृत्व पर जताए गए विश्वास का प्रतीक है। इस विश्वास की पवित्रता से समझौता नहीं किया जा सकता है।”
इससे पहले दिन में, अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने कहा कि पाकिस्तान के लंबी दूरी के मिसाइल कार्यक्रम से होने वाले खतरे के मद्देनजर अमेरिका ने चार संस्थाओं पर प्रतिबंध लगा रहा है।
इन संस्थाओं में पाकिस्तान का नेशनल डेवलपमेंट कॉम्प्लेक्स शामिल है – जो पाकिस्तान के बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रम के लिए जिम्मेदार है और जिसने पाकिस्तान के लंबी दूरी के बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रम को आगे बढ़ाने के लिए संसाधनों को हासिल करने का काम किया है। इसके अलावा एफिलिएट्स इंटरनेशनल, अख्तर एंड संस प्राइवेट लिमिटेड, और रॉकसाइड एंटरप्राइज पर प्रतिबंध लगाए गए हैं।
अमेरिकी विदेश विभाग ने कहा कि संयुक्त राज्य अमेरिका इस मामले पर अपनी चिंताओं के बारे में लगातार कहता रहा है। विदेश विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा। “हम अपनी चिंताओं के बारे में स्पष्ट और सुसंगत रहे हैं, और हम इन मुद्दों पर पाकिस्तान के साथ रचनात्मक रूप से जुड़ना जारी रखेंगे।”