श्रीनगर, 10 मई (आईएएनएस)। पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव पर चिंता जताते हुए भारत से शांति की पहल करने का आह्वान किया है। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर अपने एक बयान में उन्होंने कहा कि भारत को अपनी सॉफ्ट पावर और उपमहाद्वीप में नेतृत्वकारी भूमिका का उपयोग कर तनाव कम करने के लिए पहला कदम उठाना चाहिए।
महबूबा ने अपने बयान में अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस के उस बयान का जिक्र किया, जिसमें उन्होंने कहा था कि भारत-पाक तनाव के मामले में अमेरिका एक निश्चित बिंदु से आगे हस्तक्षेप नहीं करेगा। हालांकि, स्थिति की गंभीरता को देखते हुए अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने पाकिस्तानी सेना प्रमुख से संपर्क कर तनाव कम करने का आग्रह किया है। महबूबा ने इस घटनाक्रम का हवाला देते हुए कहा कि भारत को अब अंतरराष्ट्रीय समर्थन पर निर्भर रहने के बजाय अपनी ताकत और नेतृत्व क्षमता पर भरोसा करना चाहिए।
पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, “शुरू में अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने कहा था कि भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के मामले में अमेरिका एक निश्चित बिंदु से आगे हस्तक्षेप नहीं करेगा, लेकिन अब स्थिति की चिंताजनक गंभीरता को देखते हुए अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने पाकिस्तानी सेना प्रमुख से संपर्क किया है और तनाव कम करने का आग्रह किया है। भारत दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र और अब एक उभरती हुई शक्ति/सबसे अधिक आबादी वाले देश के रूप में – जिसकी अर्थव्यवस्था तेजी से बढ़ रही है और जो वैश्विक स्तर पर तीसरे स्थान पर है, उसे असंगत अंतरराष्ट्रीय समर्थन पर निर्भर नहीं रहना चाहिए। इसके बजाय, भारत को उपमहाद्वीप में अपनी नेतृत्वकारी भूमिका को अपनाना चाहिए और तनाव कम करने के लिए पहला कदम उठाना चाहिए। दुनिया हमें देख रही है। यह भारत के लिए मजबूती से खड़े होने और यह दिखाने का समय है कि उसकी असली ताकत परमाणु हथियारों में नहीं बल्कि उसकी सॉफ्ट पावर और शांति के प्रति प्रतिबद्धता में निहित है।”
इससे पहले महबूबा मुफ्ती ने पाकिस्तान की गोलाबारी में राजौरी के एडीसी राज कुमार थापा की मौत पर दुख व्यक्त करते हुए सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, “सीमा पार से गोलाबारी के कारण राजौरी में हमारे एक बहादुर अधिकारी – राज कुमार थप्पा एडिशनल डीसी की दुखद मौत के बारे में सुनकर बहुत दुख हुआ। युद्ध हमेशा एक त्रासदी होती है, लेकिन यह और भी अधिक दुखद हो जाती है जब बच्चों सहित निर्दोष नागरिक इस हिंसा का खामियाजा भुगतते हैं। प्रतिशोध के क्रम में हमने पहले ही बहुत से कीमती जीवन खो दिए हैं और इसके खत्म होने के कोई संकेत नहीं दिख रहे हैं। शोक संतप्त परिवार के प्रति मेरी हार्दिक संवेदना। उनकी आत्मा को शांति मिले।”
–आईएएनएस
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