नई दिल्ली, 29 मई (आईएएनएस)। भारत में लोकसभा चुनाव अब अपने अंतिम दौर में पहुंचता जा रहा है। लेकिन, भारत की आंतरिक राजनीति को लेकर पाकिस्तान की तरफ से बयानबाजी का दौर थमने का नाम नहीं ले रहा है।
आईएएनएस से खास बातचीत करते हुए पाकिस्तान की इमरान सरकार में मंत्री रहे फवाद चौधरी ने एक बार फिर से भारत में चल रहे लोकसभा चुनाव को लेकर ऐसा बयान दे दिया है, जिस पर भारत की राजनीति गरमा गई है।
दरअसल, पाकिस्तान के पूर्व मंत्री फवाद चौधरी ने राहुल गांधी, अरविंद केजरीवाल और ममता बनर्जी को लोकसभा चुनाव में जीत की शुभकामनाएं देते हुए कहा था कि नरेंद्र मोदी और उनकी जो कट्टरपंथी सोच है, उसकी शिकस्त बहुत जरूरी है।
आईएएनएस के साथ खास बातचीत करते हुए भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रेम शुक्ल ने पाकिस्तान के पूर्व मंत्री फवाद चौधरी के राहुल गांधी, अरविंद केजरीवाल और ममता बनर्जी को लोकसभा चुनाव में जीत की शुभकामनाएं देने के बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है।
भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी की सख्त और भारत परस्त नीतियों के कारण आटे तक के लिए तरसते पाकिस्तान को अब राहुल गांधी और इंडी गठबंधन में ही रोशनी की किरण दिख रही है। पिछले कई दशकों से पाकिस्तान भारत की आंतरिक राजनीति में दखल देता रहा है। बराक ओबामा ने अपनी बायोग्राफी में जिक्र किया है कि 26/11 पर हुए हमले के बाद मनमोहन सिंह की तत्कालीन सरकार ने पाकिस्तान के कराची स्थित कमांड सेंटर पर कार्रवाई इसलिए नहीं की क्योंकि उन्हें डर लगा कि ऐसा करने पर भारत का मुसलमान नाराज हो जाएगा।
उन्होंने आगे कहा कि पाकिस्तान और चीन जैसे देश भारत की अंदरूनी राजनीति को प्रभावित करते रहे हैं। लेकिन, 2014 के बाद जबसे नरेंद्र मोदी देश के प्रधानमंत्री बने हैं तबसे भारत की अंदरूनी राजनीति में सीधे दखल देने की उनकी हिम्मत नहीं हो रही है। इसलिए वे दूर-दूर से लगातार बयानबाजी कर यह कामना कर रहे हैं कि पीएम मोदी और भाजपा किसी तरह चुनाव हार जाए ताकि पाकिस्तान परस्त इंडी गठबंधन सत्ता में बैठे।
उन्होंने कहा कि इंडी गठबंधन जिसके घटक दल ने भारत के परमाणु बम को निरस्त करने की बात अपने घोषणापत्र में कही है, जिसका घटक दल पाकिस्तान के परमाणु बम से भारत को डरने की चेतावनी देता है। स्वाभाविक तौर पर आतंकवादियों का आका पाकिस्तान और उसके नेता पाकिस्तान परस्त इंडी गठबंधन की जीत की कामना कर रहे हैं क्योंकि यही गठबंधन उनके एजेंडे से मेल खाता है।
–आईएएनएस
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