रावलपिंडी, 10 दिसंबर (आईएएनएस) : पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (आईएसआई) के पूर्व चीफ लेफ्टिनेंट जनरल (रिटायर्ड) फैज हमीद पर औपचारिक तौर पर राजनीतिक गतिविधियों में शामिल होने का आरोप लगाया गया है। इससे उनके फील्ड जनरल कोर्ट मार्शल (एफजीसीएम) का रास्ता साफ हो गया है।
पाकिस्तान के सैन्य प्रतिष्ठान की मीडिया शाखा इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (आईएसपीआर) ने मंगलवार को ऐलान किया कि हमीद को राजनीतिक गतिविधियों में शामिल होने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था।
रिटायर्ड जनरल को अब डीजी-आईएसआई के रूप में उनकी गतिविधियों को लेकर गंभीर जांच का सामना करना पड़ेगा।
हमीद पर यह आरोप भी है कि पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) पार्टी के कार्यकर्ताओं और समर्थकों द्वारा 9 मई, 2023 को सैन्य प्रतिष्ठानों पर हिंसक हमलों की योजना बनाने और उन्हें अंजाम देने में पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को उन्होंने सीक्रेट समर्थन दिया।
आईएसपीआर की ओर से जारी एक बयान में कहा गया, “12 अगस्त 2024 को लेफ्टिनेंट जनरल फैज हमीद (रिटायर्ड) के खिलाफ पाकिस्तान सेना अधिनियम के प्रावधान के तहत एफजीसीएम की प्रक्रिया शुरू की गई। सबसे पहले उन्हें औपचारिक रूप से राजनीतिक गतिविधियों में शामिल होने, राज्य की सुरक्षा और हित के लिए आधिकारिक गोपनीयता अधिनियम का उल्लंघन करने, अधिकार और सरकारी संसाधनों का दुरुपयोग और किसी व्यक्ति (व्यक्तियों) को गलत तरीके से नुकसान पहुंचाने के लिए आरोपित किया गया।”
आईएसपीआर ने कहा, “इस प्रक्रिया के दौरान, राजनीतिक हितों के साथ मिलीभगत के तहत अस्थिरता फैलाने वाली 9 मई 2023 की घटना सहित कई संबंधित घटनाओं में लेफ्टिनेंट जनरल फैज हमीद के शामिल होने की अलग से जांच की जा रही है। उन्हें कानून के अनुसार सभी वैध अधिकार दिए जा रहे हैं।”
मीडिया रिपोट्स के मुताबिक फैज हमीद को इस साल अगस्त में पाकिस्तानी सेना ने गिरफ्तार किया था।
हमीद के खिलाफ कानूनी कार्रवाई से इमरान खान और उनकी पार्टी की मुश्किलें बढ़ सकती है। 9 मई के कई मामलों को अब पाकिस्तान सेना के आधिकारिक गोपनीयता अधिनियम के तहत सैन्य अदालतों में सुनवाई के लिए लाया जा सकता है।
पीटीआई ने इसका विरोध किया है और अदालत से खान के मामलों को सैन्य अदालतों में भेजने से रोकने की मांग की गई है।
–आईएएनएस
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