इस्लामाबाद, 25 नवंबर (आईएएनएस)। पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा (केपी) प्रांत के उत्तर-पश्चिमी कुर्रम जिले में सांप्रादियक हिंसा में उलझे दो जनजातीय समूहों ने संघर्ष विराम पर सहमति जताई। पिछले कुछ दिनों में हुई हिंसक झड़पों में 65 से अधिक लोगों की मौत हुई है।
खैबर पख्तूनख्वा के सूचना मंत्री और प्रांतीय सरकार के प्रवक्ता मुहम्मद अली सैफ ने रविवार को मीडिया को बताया कि जनजातियों के बीच सात दिनों के लिए युद्ध विराम पर सहमति बन गई है। तनाव कम करने के लिए सभी मुद्दों को सौहार्दपूर्ण ढंग से हल करने के प्रयास चल रहे हैं।
सैफ ने कहा, “सरकारी टीम बातचीत को सुगम बनाने के लिए स्थानीय नेताओं के साथ मिलकर काम कर रही है। दोनों पक्ष एक-दूसरे के बंधकों को वापस करने के लिए भी पूर्ण सहमति पर पहुंच गए हैं।”
कुर्रम में सांप्रदायिक हिंसा गुरुवार को हुए घातक हमले के बाद शुरू हुई, जब जिले के घनी आबादी वाले बागान शहर में लगभग 200 वाहनों के काफिले पर भारी गोलीबारी की गई। हमले में कम से कम 43 लोग मारे गए थे और 16 अन्य घायल हो गए थे।
यह काफिला पेशावर और पाराचिनार शहर के बीच यात्रियों को ले जा रहा था, जो कि अफगानिस्तान सीमा के निकट कुर्रम जिले में है।
सरकारी अधिकारियों के अनुसार, गुरुवार के हमले के बाद से मरने वालों की संख्या कम से कम 65 हो गई है, और दर्जनों अन्य घायल हो गए हैं। दोनों समूहों ने जवाबी हिंसा का सहारा लिया।
कुर्रम जिले में सांप्रदायिक हिंसा का इतिहास रहा है। प्रांतीय गवर्नर फैसल करीम कुंडी के अनुसार, इस साल की शुरुआत में, सितंबर में, अलग-अलग घटनाओं में दोनों संप्रदायों के कम से कम 60 लोग मारे गए थे।
–आईएएनएस
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