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पाक मंत्रियों ने अल्वी को राष्ट्रपति भवन को ब्लैकमेलिंग का अड्डा न बनाने की दी चेतावनी

by
February 20, 2023
in अंतरराष्ट्रीय
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पाक मंत्रियों ने अल्वी को राष्ट्रपति भवन को ब्लैकमेलिंग का अड्डा न बनाने की दी चेतावनी
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इस्लामाबाद, 20 फरवरी (आईएएनएस)। पाकिस्तान के चुनाव आयोग (ईसीपी) द्वारा बुलाई गई बैठक में भाग लेने से इनकार करने के बाद पाकिस्तान के दो मंत्रियों ने सोमवार को राष्ट्रपति आरिफ अल्वी को राष्ट्रपति भवन को ब्लैकमेलिंग का अड्डे न बनाने की चेतावनी दी।

जियो न्यूज ने बताया कि चुनाव आयोग ने राष्ट्रपति अल्वी को लिखे पत्र में कहा है कि चुनाव की तारीख तय करने का मुद्दा विचाराधीन है और यह राष्ट्रपति के नेतृत्व वाली प्रक्रिया का हिस्सा नहीं हो सकता है।

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हालांकि, कड़े शब्दों वाले पत्र में राष्ट्रपति के शब्दों के चयन नाराजगी जताने के बाद, ईसीपी ने रविवार को कहा कि मामला विभिन्न न्यायिक मंचों पर विचाराधीन होने और कई अन्य कारणों से राष्ट्रपति के कार्यालय के साथ परामर्श की प्रक्रिया का हिस्सा नहीं हो सकता है।

जियो न्यूज ने बताया कि इस बीच, दो मंत्रियों राणा सनाउल्लाह और मरियम औरंगजेब ने राष्ट्रपति भवन को ब्लैकमेलिंग का अड्डा न बनाने की अल्वी को चेतावनी देते हुए ईसीपी का बचाव किया है। सोमवार को जारी एक बयान में औरंगजेब ने कहा कि राष्ट्रपति अवान-ए-सजिश (साजिश का केंद्र) बन गया है।

मंत्री ने कहा कि ईसीपी एक संवैधानिक संस्था है और वह इसे इमरान खान की टाइगर फोर्स नहीं बनने देंगे। ईसीपी पर दबाव बनाकर अवैध रूप से चुनाव की तारीख लेने का प्रयास किया जा रहा है। संविधान के उल्लंघन के मामले में अल्वी पर अनुच्छेद 6 लागू किया जाएगा।

उन्होंने अल्वी को पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की कठपुतली न बनने की सलाह दी। सनाउल्लाह ने ईसीपी के शासनादेश में कथित हस्तक्षेप के लिए अल्वी की आलोचना की।

–आईएएनएस

केसी/एएनएम

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इस्लामाबाद, 20 फरवरी (आईएएनएस)। पाकिस्तान के चुनाव आयोग (ईसीपी) द्वारा बुलाई गई बैठक में भाग लेने से इनकार करने के बाद पाकिस्तान के दो मंत्रियों ने सोमवार को राष्ट्रपति आरिफ अल्वी को राष्ट्रपति भवन को ब्लैकमेलिंग का अड्डे न बनाने की चेतावनी दी।

जियो न्यूज ने बताया कि चुनाव आयोग ने राष्ट्रपति अल्वी को लिखे पत्र में कहा है कि चुनाव की तारीख तय करने का मुद्दा विचाराधीन है और यह राष्ट्रपति के नेतृत्व वाली प्रक्रिया का हिस्सा नहीं हो सकता है।

हालांकि, कड़े शब्दों वाले पत्र में राष्ट्रपति के शब्दों के चयन नाराजगी जताने के बाद, ईसीपी ने रविवार को कहा कि मामला विभिन्न न्यायिक मंचों पर विचाराधीन होने और कई अन्य कारणों से राष्ट्रपति के कार्यालय के साथ परामर्श की प्रक्रिया का हिस्सा नहीं हो सकता है।

जियो न्यूज ने बताया कि इस बीच, दो मंत्रियों राणा सनाउल्लाह और मरियम औरंगजेब ने राष्ट्रपति भवन को ब्लैकमेलिंग का अड्डा न बनाने की अल्वी को चेतावनी देते हुए ईसीपी का बचाव किया है। सोमवार को जारी एक बयान में औरंगजेब ने कहा कि राष्ट्रपति अवान-ए-सजिश (साजिश का केंद्र) बन गया है।

मंत्री ने कहा कि ईसीपी एक संवैधानिक संस्था है और वह इसे इमरान खान की टाइगर फोर्स नहीं बनने देंगे। ईसीपी पर दबाव बनाकर अवैध रूप से चुनाव की तारीख लेने का प्रयास किया जा रहा है। संविधान के उल्लंघन के मामले में अल्वी पर अनुच्छेद 6 लागू किया जाएगा।

उन्होंने अल्वी को पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की कठपुतली न बनने की सलाह दी। सनाउल्लाह ने ईसीपी के शासनादेश में कथित हस्तक्षेप के लिए अल्वी की आलोचना की।

–आईएएनएस

केसी/एएनएम

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इस्लामाबाद, 20 फरवरी (आईएएनएस)। पाकिस्तान के चुनाव आयोग (ईसीपी) द्वारा बुलाई गई बैठक में भाग लेने से इनकार करने के बाद पाकिस्तान के दो मंत्रियों ने सोमवार को राष्ट्रपति आरिफ अल्वी को राष्ट्रपति भवन को ब्लैकमेलिंग का अड्डे न बनाने की चेतावनी दी।

जियो न्यूज ने बताया कि चुनाव आयोग ने राष्ट्रपति अल्वी को लिखे पत्र में कहा है कि चुनाव की तारीख तय करने का मुद्दा विचाराधीन है और यह राष्ट्रपति के नेतृत्व वाली प्रक्रिया का हिस्सा नहीं हो सकता है।

हालांकि, कड़े शब्दों वाले पत्र में राष्ट्रपति के शब्दों के चयन नाराजगी जताने के बाद, ईसीपी ने रविवार को कहा कि मामला विभिन्न न्यायिक मंचों पर विचाराधीन होने और कई अन्य कारणों से राष्ट्रपति के कार्यालय के साथ परामर्श की प्रक्रिया का हिस्सा नहीं हो सकता है।

जियो न्यूज ने बताया कि इस बीच, दो मंत्रियों राणा सनाउल्लाह और मरियम औरंगजेब ने राष्ट्रपति भवन को ब्लैकमेलिंग का अड्डा न बनाने की अल्वी को चेतावनी देते हुए ईसीपी का बचाव किया है। सोमवार को जारी एक बयान में औरंगजेब ने कहा कि राष्ट्रपति अवान-ए-सजिश (साजिश का केंद्र) बन गया है।

मंत्री ने कहा कि ईसीपी एक संवैधानिक संस्था है और वह इसे इमरान खान की टाइगर फोर्स नहीं बनने देंगे। ईसीपी पर दबाव बनाकर अवैध रूप से चुनाव की तारीख लेने का प्रयास किया जा रहा है। संविधान के उल्लंघन के मामले में अल्वी पर अनुच्छेद 6 लागू किया जाएगा।

उन्होंने अल्वी को पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की कठपुतली न बनने की सलाह दी। सनाउल्लाह ने ईसीपी के शासनादेश में कथित हस्तक्षेप के लिए अल्वी की आलोचना की।

–आईएएनएस

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इस्लामाबाद, 20 फरवरी (आईएएनएस)। पाकिस्तान के चुनाव आयोग (ईसीपी) द्वारा बुलाई गई बैठक में भाग लेने से इनकार करने के बाद पाकिस्तान के दो मंत्रियों ने सोमवार को राष्ट्रपति आरिफ अल्वी को राष्ट्रपति भवन को ब्लैकमेलिंग का अड्डे न बनाने की चेतावनी दी।

जियो न्यूज ने बताया कि चुनाव आयोग ने राष्ट्रपति अल्वी को लिखे पत्र में कहा है कि चुनाव की तारीख तय करने का मुद्दा विचाराधीन है और यह राष्ट्रपति के नेतृत्व वाली प्रक्रिया का हिस्सा नहीं हो सकता है।

हालांकि, कड़े शब्दों वाले पत्र में राष्ट्रपति के शब्दों के चयन नाराजगी जताने के बाद, ईसीपी ने रविवार को कहा कि मामला विभिन्न न्यायिक मंचों पर विचाराधीन होने और कई अन्य कारणों से राष्ट्रपति के कार्यालय के साथ परामर्श की प्रक्रिया का हिस्सा नहीं हो सकता है।

जियो न्यूज ने बताया कि इस बीच, दो मंत्रियों राणा सनाउल्लाह और मरियम औरंगजेब ने राष्ट्रपति भवन को ब्लैकमेलिंग का अड्डा न बनाने की अल्वी को चेतावनी देते हुए ईसीपी का बचाव किया है। सोमवार को जारी एक बयान में औरंगजेब ने कहा कि राष्ट्रपति अवान-ए-सजिश (साजिश का केंद्र) बन गया है।

मंत्री ने कहा कि ईसीपी एक संवैधानिक संस्था है और वह इसे इमरान खान की टाइगर फोर्स नहीं बनने देंगे। ईसीपी पर दबाव बनाकर अवैध रूप से चुनाव की तारीख लेने का प्रयास किया जा रहा है। संविधान के उल्लंघन के मामले में अल्वी पर अनुच्छेद 6 लागू किया जाएगा।

उन्होंने अल्वी को पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की कठपुतली न बनने की सलाह दी। सनाउल्लाह ने ईसीपी के शासनादेश में कथित हस्तक्षेप के लिए अल्वी की आलोचना की।

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जियो न्यूज ने बताया कि चुनाव आयोग ने राष्ट्रपति अल्वी को लिखे पत्र में कहा है कि चुनाव की तारीख तय करने का मुद्दा विचाराधीन है और यह राष्ट्रपति के नेतृत्व वाली प्रक्रिया का हिस्सा नहीं हो सकता है।

हालांकि, कड़े शब्दों वाले पत्र में राष्ट्रपति के शब्दों के चयन नाराजगी जताने के बाद, ईसीपी ने रविवार को कहा कि मामला विभिन्न न्यायिक मंचों पर विचाराधीन होने और कई अन्य कारणों से राष्ट्रपति के कार्यालय के साथ परामर्श की प्रक्रिया का हिस्सा नहीं हो सकता है।

जियो न्यूज ने बताया कि इस बीच, दो मंत्रियों राणा सनाउल्लाह और मरियम औरंगजेब ने राष्ट्रपति भवन को ब्लैकमेलिंग का अड्डा न बनाने की अल्वी को चेतावनी देते हुए ईसीपी का बचाव किया है। सोमवार को जारी एक बयान में औरंगजेब ने कहा कि राष्ट्रपति अवान-ए-सजिश (साजिश का केंद्र) बन गया है।

मंत्री ने कहा कि ईसीपी एक संवैधानिक संस्था है और वह इसे इमरान खान की टाइगर फोर्स नहीं बनने देंगे। ईसीपी पर दबाव बनाकर अवैध रूप से चुनाव की तारीख लेने का प्रयास किया जा रहा है। संविधान के उल्लंघन के मामले में अल्वी पर अनुच्छेद 6 लागू किया जाएगा।

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जियो न्यूज ने बताया कि चुनाव आयोग ने राष्ट्रपति अल्वी को लिखे पत्र में कहा है कि चुनाव की तारीख तय करने का मुद्दा विचाराधीन है और यह राष्ट्रपति के नेतृत्व वाली प्रक्रिया का हिस्सा नहीं हो सकता है।

हालांकि, कड़े शब्दों वाले पत्र में राष्ट्रपति के शब्दों के चयन नाराजगी जताने के बाद, ईसीपी ने रविवार को कहा कि मामला विभिन्न न्यायिक मंचों पर विचाराधीन होने और कई अन्य कारणों से राष्ट्रपति के कार्यालय के साथ परामर्श की प्रक्रिया का हिस्सा नहीं हो सकता है।

जियो न्यूज ने बताया कि इस बीच, दो मंत्रियों राणा सनाउल्लाह और मरियम औरंगजेब ने राष्ट्रपति भवन को ब्लैकमेलिंग का अड्डा न बनाने की अल्वी को चेतावनी देते हुए ईसीपी का बचाव किया है। सोमवार को जारी एक बयान में औरंगजेब ने कहा कि राष्ट्रपति अवान-ए-सजिश (साजिश का केंद्र) बन गया है।

मंत्री ने कहा कि ईसीपी एक संवैधानिक संस्था है और वह इसे इमरान खान की टाइगर फोर्स नहीं बनने देंगे। ईसीपी पर दबाव बनाकर अवैध रूप से चुनाव की तारीख लेने का प्रयास किया जा रहा है। संविधान के उल्लंघन के मामले में अल्वी पर अनुच्छेद 6 लागू किया जाएगा।

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जियो न्यूज ने बताया कि चुनाव आयोग ने राष्ट्रपति अल्वी को लिखे पत्र में कहा है कि चुनाव की तारीख तय करने का मुद्दा विचाराधीन है और यह राष्ट्रपति के नेतृत्व वाली प्रक्रिया का हिस्सा नहीं हो सकता है।

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जियो न्यूज ने बताया कि चुनाव आयोग ने राष्ट्रपति अल्वी को लिखे पत्र में कहा है कि चुनाव की तारीख तय करने का मुद्दा विचाराधीन है और यह राष्ट्रपति के नेतृत्व वाली प्रक्रिया का हिस्सा नहीं हो सकता है।

हालांकि, कड़े शब्दों वाले पत्र में राष्ट्रपति के शब्दों के चयन नाराजगी जताने के बाद, ईसीपी ने रविवार को कहा कि मामला विभिन्न न्यायिक मंचों पर विचाराधीन होने और कई अन्य कारणों से राष्ट्रपति के कार्यालय के साथ परामर्श की प्रक्रिया का हिस्सा नहीं हो सकता है।

जियो न्यूज ने बताया कि इस बीच, दो मंत्रियों राणा सनाउल्लाह और मरियम औरंगजेब ने राष्ट्रपति भवन को ब्लैकमेलिंग का अड्डा न बनाने की अल्वी को चेतावनी देते हुए ईसीपी का बचाव किया है। सोमवार को जारी एक बयान में औरंगजेब ने कहा कि राष्ट्रपति अवान-ए-सजिश (साजिश का केंद्र) बन गया है।

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जियो न्यूज ने बताया कि चुनाव आयोग ने राष्ट्रपति अल्वी को लिखे पत्र में कहा है कि चुनाव की तारीख तय करने का मुद्दा विचाराधीन है और यह राष्ट्रपति के नेतृत्व वाली प्रक्रिया का हिस्सा नहीं हो सकता है।

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जियो न्यूज ने बताया कि इस बीच, दो मंत्रियों राणा सनाउल्लाह और मरियम औरंगजेब ने राष्ट्रपति भवन को ब्लैकमेलिंग का अड्डा न बनाने की अल्वी को चेतावनी देते हुए ईसीपी का बचाव किया है। सोमवार को जारी एक बयान में औरंगजेब ने कहा कि राष्ट्रपति अवान-ए-सजिश (साजिश का केंद्र) बन गया है।

मंत्री ने कहा कि ईसीपी एक संवैधानिक संस्था है और वह इसे इमरान खान की टाइगर फोर्स नहीं बनने देंगे। ईसीपी पर दबाव बनाकर अवैध रूप से चुनाव की तारीख लेने का प्रयास किया जा रहा है। संविधान के उल्लंघन के मामले में अल्वी पर अनुच्छेद 6 लागू किया जाएगा।

उन्होंने अल्वी को पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की कठपुतली न बनने की सलाह दी। सनाउल्लाह ने ईसीपी के शासनादेश में कथित हस्तक्षेप के लिए अल्वी की आलोचना की।

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जियो न्यूज ने बताया कि चुनाव आयोग ने राष्ट्रपति अल्वी को लिखे पत्र में कहा है कि चुनाव की तारीख तय करने का मुद्दा विचाराधीन है और यह राष्ट्रपति के नेतृत्व वाली प्रक्रिया का हिस्सा नहीं हो सकता है।

हालांकि, कड़े शब्दों वाले पत्र में राष्ट्रपति के शब्दों के चयन नाराजगी जताने के बाद, ईसीपी ने रविवार को कहा कि मामला विभिन्न न्यायिक मंचों पर विचाराधीन होने और कई अन्य कारणों से राष्ट्रपति के कार्यालय के साथ परामर्श की प्रक्रिया का हिस्सा नहीं हो सकता है।

जियो न्यूज ने बताया कि इस बीच, दो मंत्रियों राणा सनाउल्लाह और मरियम औरंगजेब ने राष्ट्रपति भवन को ब्लैकमेलिंग का अड्डा न बनाने की अल्वी को चेतावनी देते हुए ईसीपी का बचाव किया है। सोमवार को जारी एक बयान में औरंगजेब ने कहा कि राष्ट्रपति अवान-ए-सजिश (साजिश का केंद्र) बन गया है।

मंत्री ने कहा कि ईसीपी एक संवैधानिक संस्था है और वह इसे इमरान खान की टाइगर फोर्स नहीं बनने देंगे। ईसीपी पर दबाव बनाकर अवैध रूप से चुनाव की तारीख लेने का प्रयास किया जा रहा है। संविधान के उल्लंघन के मामले में अल्वी पर अनुच्छेद 6 लागू किया जाएगा।

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हालांकि, कड़े शब्दों वाले पत्र में राष्ट्रपति के शब्दों के चयन नाराजगी जताने के बाद, ईसीपी ने रविवार को कहा कि मामला विभिन्न न्यायिक मंचों पर विचाराधीन होने और कई अन्य कारणों से राष्ट्रपति के कार्यालय के साथ परामर्श की प्रक्रिया का हिस्सा नहीं हो सकता है।

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जियो न्यूज ने बताया कि इस बीच, दो मंत्रियों राणा सनाउल्लाह और मरियम औरंगजेब ने राष्ट्रपति भवन को ब्लैकमेलिंग का अड्डा न बनाने की अल्वी को चेतावनी देते हुए ईसीपी का बचाव किया है। सोमवार को जारी एक बयान में औरंगजेब ने कहा कि राष्ट्रपति अवान-ए-सजिश (साजिश का केंद्र) बन गया है।

मंत्री ने कहा कि ईसीपी एक संवैधानिक संस्था है और वह इसे इमरान खान की टाइगर फोर्स नहीं बनने देंगे। ईसीपी पर दबाव बनाकर अवैध रूप से चुनाव की तारीख लेने का प्रयास किया जा रहा है। संविधान के उल्लंघन के मामले में अल्वी पर अनुच्छेद 6 लागू किया जाएगा।

उन्होंने अल्वी को पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की कठपुतली न बनने की सलाह दी। सनाउल्लाह ने ईसीपी के शासनादेश में कथित हस्तक्षेप के लिए अल्वी की आलोचना की।

–आईएएनएस

केसी/एएनएम

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इस्लामाबाद, 20 फरवरी (आईएएनएस)। पाकिस्तान के चुनाव आयोग (ईसीपी) द्वारा बुलाई गई बैठक में भाग लेने से इनकार करने के बाद पाकिस्तान के दो मंत्रियों ने सोमवार को राष्ट्रपति आरिफ अल्वी को राष्ट्रपति भवन को ब्लैकमेलिंग का अड्डे न बनाने की चेतावनी दी।

जियो न्यूज ने बताया कि चुनाव आयोग ने राष्ट्रपति अल्वी को लिखे पत्र में कहा है कि चुनाव की तारीख तय करने का मुद्दा विचाराधीन है और यह राष्ट्रपति के नेतृत्व वाली प्रक्रिया का हिस्सा नहीं हो सकता है।

हालांकि, कड़े शब्दों वाले पत्र में राष्ट्रपति के शब्दों के चयन नाराजगी जताने के बाद, ईसीपी ने रविवार को कहा कि मामला विभिन्न न्यायिक मंचों पर विचाराधीन होने और कई अन्य कारणों से राष्ट्रपति के कार्यालय के साथ परामर्श की प्रक्रिया का हिस्सा नहीं हो सकता है।

जियो न्यूज ने बताया कि इस बीच, दो मंत्रियों राणा सनाउल्लाह और मरियम औरंगजेब ने राष्ट्रपति भवन को ब्लैकमेलिंग का अड्डा न बनाने की अल्वी को चेतावनी देते हुए ईसीपी का बचाव किया है। सोमवार को जारी एक बयान में औरंगजेब ने कहा कि राष्ट्रपति अवान-ए-सजिश (साजिश का केंद्र) बन गया है।

मंत्री ने कहा कि ईसीपी एक संवैधानिक संस्था है और वह इसे इमरान खान की टाइगर फोर्स नहीं बनने देंगे। ईसीपी पर दबाव बनाकर अवैध रूप से चुनाव की तारीख लेने का प्रयास किया जा रहा है। संविधान के उल्लंघन के मामले में अल्वी पर अनुच्छेद 6 लागू किया जाएगा।

उन्होंने अल्वी को पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की कठपुतली न बनने की सलाह दी। सनाउल्लाह ने ईसीपी के शासनादेश में कथित हस्तक्षेप के लिए अल्वी की आलोचना की।

–आईएएनएस

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इस्लामाबाद, 20 फरवरी (आईएएनएस)। पाकिस्तान के चुनाव आयोग (ईसीपी) द्वारा बुलाई गई बैठक में भाग लेने से इनकार करने के बाद पाकिस्तान के दो मंत्रियों ने सोमवार को राष्ट्रपति आरिफ अल्वी को राष्ट्रपति भवन को ब्लैकमेलिंग का अड्डे न बनाने की चेतावनी दी।

जियो न्यूज ने बताया कि चुनाव आयोग ने राष्ट्रपति अल्वी को लिखे पत्र में कहा है कि चुनाव की तारीख तय करने का मुद्दा विचाराधीन है और यह राष्ट्रपति के नेतृत्व वाली प्रक्रिया का हिस्सा नहीं हो सकता है।

हालांकि, कड़े शब्दों वाले पत्र में राष्ट्रपति के शब्दों के चयन नाराजगी जताने के बाद, ईसीपी ने रविवार को कहा कि मामला विभिन्न न्यायिक मंचों पर विचाराधीन होने और कई अन्य कारणों से राष्ट्रपति के कार्यालय के साथ परामर्श की प्रक्रिया का हिस्सा नहीं हो सकता है।

जियो न्यूज ने बताया कि इस बीच, दो मंत्रियों राणा सनाउल्लाह और मरियम औरंगजेब ने राष्ट्रपति भवन को ब्लैकमेलिंग का अड्डा न बनाने की अल्वी को चेतावनी देते हुए ईसीपी का बचाव किया है। सोमवार को जारी एक बयान में औरंगजेब ने कहा कि राष्ट्रपति अवान-ए-सजिश (साजिश का केंद्र) बन गया है।

मंत्री ने कहा कि ईसीपी एक संवैधानिक संस्था है और वह इसे इमरान खान की टाइगर फोर्स नहीं बनने देंगे। ईसीपी पर दबाव बनाकर अवैध रूप से चुनाव की तारीख लेने का प्रयास किया जा रहा है। संविधान के उल्लंघन के मामले में अल्वी पर अनुच्छेद 6 लागू किया जाएगा।

उन्होंने अल्वी को पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की कठपुतली न बनने की सलाह दी। सनाउल्लाह ने ईसीपी के शासनादेश में कथित हस्तक्षेप के लिए अल्वी की आलोचना की।

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