बन्नू (पाकिस्तान), 19 दिसंबर (आईएएनएस)। आतंकवादियों द्वारा बन्नू में काउंटर टेररिज्म डिपार्टमेंट (सीटीडी) के एक परिसर पर कब्जा करने और केंद्र में अधिकारियों को बंधक बनाए जाने के बाद पाकिस्तानी सुरक्षा बलों ने इलाके को खाली कराने के लिए एक अभियान शुरू किया है। सूत्रों ने सोमवार को यह जानकारी दी।
जियो न्यूज ने बताया कि सूत्रों के मुताबिक, ऑपरेशन के चलते सुरक्षा बल आसपास के इलाकों में हाई अलर्ट पर हैं।
रिपोर्ट में कहा गया है कि बन्नू में इंटरनेट सेवाएं निलंबित कर दी गई हैं और बन्नू छावनी से आने-जाने वाली सड़कों को बंद कर दिया गया है।
मीरनशाह रोड और जुम्मा खां रोड को ट्रैफिक के लिए बंद कर दिया गया है। सूत्रों ने दावा किया है कि आतंकवादी अफगानिस्तान के लिए सुरक्षित हवाई मार्ग की मांग कर रहे हैं।
रविवार को लक्की मरवत इलाके के बरगाई पुलिस थाने पर रात भर हुए आतंकवादी हमले में चार पुलिसकर्मी मारे गए और कई अन्य घायल हो गए।
आतंकियों ने थाने पर दो पक्षों से हमला कर दिया। पुलिस और बदमाशों के बीच भीषण गोलीबारी हुई, जिसमें चार पुलिसकर्मियों की मौत हो गई और कई घायल हो गए।
मारपीट के बाद हमलावर फरार हो गए। पुलिस ने तोड़फोड़ करने वालों की तलाश में इलाके में तलाशी अभियान शुरू कर दिया है।
हाई-प्रोफाइल राजनीतिक हस्तियों पर खतरों और हमलों में वृद्धि देखते हुए खैबर पख्तूनख्वा में तैनात सुरक्षा बलों को कुछ हफ्तों पहले दक्षिण जिलों में भेज दिया गया था।
द न्यूज की एक रिपोर्ट के मुताबिक, पेशावर, दक्षिणी जिलों और मरदान क्षेत्र सहित क्षेत्रों में हमलों में हालिया बढ़ोतरी के बाद पुलिस पूरे प्रांत में हाई अलर्ट पर है।
प्रकाशन ने एक सूत्र का हवाला देते हुए कहा: पुलिस के अलावा, वरिष्ठ राजनेताओं ने धमकी मिलने की शिकायत की है। उनमें से कुछ के घर भी ग्रेनेड हमले की चपेट में आ गए हैं।
अवामी नेशनल पार्टी (एएनपी) के प्रांतीय प्रवक्ता समर बिलौर ने भी साझा किया है कि उनके प्रांतीय अध्यक्ष आइमल वली खान को धमकी भरा फोन आया था, जिसमें उनपर हमले करने की बात कही गई थी।
रिपोर्ट में कहा गया है कि पिछले कुछ महीनों में पूरे प्रांत में आतंकवादी हमलों की संख्या बढ़ी है। आधिकारिक संख्या के अनुसार, अगस्त के मध्य से नवंबर के अंतिम सप्ताह तक केपी में कम से कम 118 आतंकवादी घटनाएं दर्ज की गईं।
पूरे केपी में आतंकवादी घटनाओं में कम से कम 26 पुलिसकर्मी, अन्य कानून प्रवर्तन एजेंसियों के 12 कर्मियों और 17 नागरिक मारे गए।
इसके अलावा, इन हमलों में 18 पुलिसकर्मी, 10 नागरिक और 37 कानून प्रवर्तन एजेंसियों के कर्मियों को चोटें आईं।
–आईएएनएस
पीके/एएनएम