नई दिल्ली, 24 अप्रैल (आईएएनएस)। राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए) के पूर्व सदस्य मेजर जनरल (डॉ.) जे. के. बंसल ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत द्वारा सिंधु जल संधि को रोकने के बारे में कहा कि इससे पाकिस्तान बहुत कमजोर पड़ेगा, उसकी खेती-बाड़ी और किसानों की फसलें बर्बाद हो जाएंगी।
मेजर जनरल जे.के. बंसल ने समाचार एजेंसी आईएएनएस से कहा कि पाकिस्तान इस समय बहुत कमजोर स्थिति में है और भारत द्वारा लिए गए हालिया फैसलों से वह और कमजोर होगा। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था चरमराई हुई है, वहां अनाज की कमी है और बाहर से आने वाला अनाज कालाबाजारी में बिकता है। जनता भूख से त्रस्त है। अब सिंधु नदी का पानी बंद करने का फैसला लिया गया है, जिससे उनकी फसलें बर्बाद हो जाएंगी, किसान भुखमरी का शिकार होंगे और पीने का पानी भी नहीं रहेगा। इससे पाकिस्तान में हाहाकार मचेगा।
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के नागरिकों का भारत में वीजा रद्द कर दिया गया है और भविष्य में वीजा नहीं दिया जाएगा। इससे पाकिस्तानी मरीज, जो भारत में सस्ते और उन्नत इलाज के लिए आते थे, अब ऐसा नहीं कर पाएंगे। इसके अलावा, पाकिस्तान के सैन्य अताशे को वापस भेजा जा रहा है और उनके राजनयिकों की संख्या घटाकर 30 कर दी गई है। ये फैसले पाकिस्तान के लिए बड़ा झटका हैं।
मेजर जनरल बंसल ने कहा कि पाकिस्तान को दुनिया में पहले से ही आतंकवादी देश के रूप में जाना जाता है। हिलेरी क्लिंटन ने भी कहा था कि पाकिस्तान द्वारा पाले गए आतंकवादी सांप न केवल पड़ोसियों को, बल्कि खुद उन्हें भी काटेंगे। ओसामा बिन लादेन का वहां से पकड़ा जाना इस बात का सबूत है। उन्होंने बताया कि पहलगाम में हुए आतंकी हमले के पीछे पाकिस्तान और उसके सेनाध्यक्ष जनरल मुनीर का हाथ है, जिन्होंने कश्मीर में जिहाद की बात कही थी। भारत ने कूटनीतिक स्तर पर सख्त कदम उठाए हैं। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प, रूस, इजरायल, यूरोपीय देशों और यहां तक कि चीन ने भी भारत का समर्थन किया है। पाकिस्तान पूरी तरह अलग-थलग पड़ गया है। उनकी माली हालत बदतर है, उन्हें कर्ज नहीं मिल रहा और आगे भी नहीं मिलेगा।
पाकिस्तान को सबक सिखाने के लिए भारत द्वारा उठाए गए कदमों को सही ठहराते हुए मेजर जनरल बंसल ने कहा कि पहलगाम हमले के बाद यह जरूरी था कि पाकिस्तान को तुरंत जवाब दिया जाए। सिंधु जल समझौता खत्म करना, वीजा रद्द करना और राजनयिक संबंध कम करना जैसे कदम शुरुआती चरण हैं। भविष्य में और सख्त कार्रवाई, जैसे सर्जिकल स्ट्राइक या एयर स्ट्राइक, भी संभव है। उन्होंने विश्वास जताया कि मोदी सरकार की मजबूत नीतियों और वैश्विक समर्थन के दम पर पाकिस्तान को और कमजोर किया जाएगा, जब तक कि वह आतंकवाद को पूरी तरह बंद नहीं करता।
–आईएएनएस
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