नई दिल्ली, 18 अगस्त (आईएएनएस)। केंद्रीय आवास एवं शहरी मामलों के मंत्री मनोहर लाल ने बताया कि पिछले 10 सालों में देश के 21 शहरों में मेट्रो रेल सेवाओं का विस्तार किया गया है। 2014 में यह संख्या सिर्फ पांच थी। उन्होंने बताया कि मोदी सरकार के सत्ता में आने के बाद से पिछले एक दशक में 700 किलोमीटर नई मेट्रो लाइन को शुरू किया गया है। इसी के साथ देश में मेट्रो के कुल ट्रैक की लंबाई 945 किलोमीटर हो गई है।
इसके अलावा, मंत्रिमंडल ने शुक्रवार को तीन नए जन-परिवहन प्रस्तावों को मंजूरी दी। इनमें ठाणे की इंटीग्रल रिंग मेट्रो रेल परियोजना कॉरिडोर, पुणे और बेंगलुरु में मेट्रो नेटवर्क के विस्तार शामिल है। इसकी लंबाई 78 किलोमीटर है, जिसे 2029 में चालू किया जाना है। इन परियोजनाओं से देश के विस्तारित मेट्रो नेटवर्क में इजाफा होगा, जो पहले से ही अमेरिका और चीन के बाद दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा मेट्रो रेल नेटवर्क है।
केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल ने कहा कि ‘मेक इन इंडिया’ पहल की सफलता से हम जल्द ही मेट्रो रेल नेटवर्क के मामले में अमेरिका को पीछे छोड़कर चीन के बाद दूसरे स्थान पर पहुंच जाएंगे। गुरुग्राम, मानेसर और धारूहेड़ा, सोनीपत और पानीपत को जोड़ने वाले शेष दो प्राथमिकता वाले कॉरिडोर को भी जल्द ही मंजूरी दी जाएगी।
उन्होंने विकास के मुद्दे पर जोर देकर कहा, “2014 से पहले हर महीने मेट्रो लाइन के केवल 600 मीटर का निर्माण किया जा रहा था। लेकिन, पिछले 10 सालों के दौरान इस संख्या में हर महीने 10 गुना का इजाफा हुआ है और यह आंकड़ा बढ़कर 6 किलोमीटर हो गया है।”
केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल ने कहा कि भारत ने मेट्रो कोचों के निर्माण के लिए चार अत्याधुनिक सुविधाओं का विकास किया है। पिछले पांच सालों में 1,000 से अधिक मेट्रो कोच का उत्पादन किया गया।
उन्होंने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत द्वारा मेट्रो रेल प्रोजेक्ट में किए जा रहे सहयोग की सराहना करते हुए कहा, “भारत मेट्रो रेल प्रोजेक्ट के निर्माण में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सहयोग कर रहा है। दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (डीएमआरसी) वर्तमान में बांग्लादेश में मेट्रो रेल प्रोजेक्ट पर काम कर रहा है और जकार्ता को भी अपनी सेवाएं दे रहा है।”
उन्होंने कहा, “इनके अलावा इजरायल, सऊदी अरब, केन्या और अल सल्वाडोर जैसे देशों ने भी मेट्रो परियोजनाओं के लिए डीएमआरसी के साथ साझेदारी करने में दिलचस्पी दिखाई है।”
–आईएएनएस
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