नई दिल्ली, 23 दिसम्बर (आईएएनएस)। पिछले तीन वर्षों के दौरान राजधानी ट्रेनों में खानपान सेवाओं को लेकर कुल 6,361 शिकायतें प्राप्त हुई हैं, संसद में शुक्रवार को यह जानकारी दी गई।
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने एक लिखित जवाब में राज्यसभा को बताया- पिछले तीन वर्षों के दौरान (31 अक्टूबर, 2022) तक राजधानी ट्रेनों में खानपान सेवाओं के लिए कुल 6,361 शिकायतें प्राप्त हुईं। जुर्माना लगाने, अनुशासन और अपील नियम (डी एंड एआर) कार्रवाई आदि सहित उपयुक्त कार्रवाई प्रत्येक मामले में की गई थी।
जवाब में कहा गया है कि ट्रेनों में आपूर्ति किए जा रहे भोजन की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए निरीक्षण और निगरानी तंत्र के एक हिस्से के रूप में नियमित रूप से भोजन के नमूने एकत्र किए जा रहे हैं। पिछले तीन वर्षों के दौरान, रेलवे/आईआरसीटीसी द्वारा 787 नमूने एकत्र किए गए।
उन्होंने जवाब में कहा, भारतीय रेलवे (आईआर) का निरंतर प्रयास है कि भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण (एफएसएसएआई) द्वारा अधिसूचित मात्रा और निर्धारित मानदंडों और मानकों के अनुसार अच्छी गुणवत्ता वाला भोजन उपलब्ध कराया जाए।
जवाब में कहा- राजधानी ट्रेनों सहित ट्रेनों के यात्रियों को परोसे जाने वाले भोजन की गुणवत्ता में सुधार के लिए की गई प्रमुख पहलों में बेस किचन/रसोई इकाइयों का उन्नयन, वास्तविक समय की निगरानी के लिए बेस किचन/रसोई इकाइयों में सीसीटीवी कैमरों की स्थापना, राजधानी ट्रेनों में ऑन बोर्ड आईआरसीटीसी पर्यवेक्षकों की तैनाती, क्यूआर कोड फूड पैकेट की शुरूआत और पैंट्री कारों और रसोई इकाइयों में स्वच्छता और सफाई की जांच के लिए थर्ड पार्टी ऑडिट शामिल है। इसके अलावा, ग्राहक संतुष्टि सर्वेक्षण भी आयोजित किया जाता है।
–आईएएनएस
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