नई दिल्ली, 24 फरवरी (आईएएनएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा सोमवार को ‘पीएम-किसान सम्मान निधि योजना’ के तहत की 19वीं किस्त जारी की गई। इस योजना के तहत 9.8 करोड़ से अधिक किसानों के खाते में 22 हजार करोड़ रुपये से अधिक की राशि जमा की गई।
पीएम मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट किया। उन्होंने पोस्ट में लिखा, “आज अपने किसान भाई-बहनों के लिए पीएम-किसान की 19वीं किस्त जारी करने का सौभाग्य मिला। मुझे बहुत संतोष है कि यह योजना देशभर के हमारे छोटे किसानों के बहुत काम आ रही है।”
पीएम द्वारा ‘पीएम-किसान सम्मान निधि योजना’ के तहत 19वीं किस्त जारी होने से पंजाब, जम्मू-कश्मीर, मध्यप्रदेश के किसानों में खुशी की लहर है।
इन राज्यों के किसानों ने ‘पीएम-किसान सम्मान निधि योजना’ के लिए पीएम मोदी का आभार जताया है।
न्यूज एजेंसी ने पंजाब, मध्यप्रदेश और जम्मू-कश्मीर के कुछ किसानों से बात की। पंजाब के किसान सुखबीर सिंह ने कहा कि ‘पीएम-किसान सम्मान निधि योजना’ किसानों के लिए बेहद जरूरी है। आज पीएम मोदी ने योजना की 19वीं की किस्त जारी की है। इन पैसों से हम लोग खाद और बीज की खरीदारी कर लेते हैं।
विक्रमजीत सिंह ने कहा कि ‘पीएम-किसान सम्मान निधि योजना’ से फायदा तो हो रहा है। मैं पीएम मोदी से गुजारिश करता हूं कि वह राशि को बढ़ाकर 5 हजार कर दें। जिससे हम किसानों को और ज्यादा राहत मिले।
मध्यप्रदेश के किसान कृष्ण पटेल ने कहा कि ‘पीएम-किसान सम्मान निधि योजना’ के तहत मुझे साल में तीन किस्तों में 2 हजार रुपये की राशि मिलती है। इन पैसों से मुझे काफी राहत मिल रही है। देवराज पटेल ने कहा कि यह योजना किसानों के लिए बेहद फायदेमंद है, इससे उन्हें खाद, बीज और अन्य छोटे-छोटे खर्चों का प्रबंधन करने में मदद मिलती है।
जम्मू कश्मीर की रहने वाली शकीला ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किसानों के खातों में 19वीं किस्त जमा कर दी है। हम सभी इस बात से बहुत खुश हैं। इस पहल से किसानों को भी बहुत लाभ हो रहा है। हम लोग पहले घर में रहते थे। लेकिन, पीएम मोदी ने इस योजना के तहत हमें बाहर आने के लिए प्रोत्साहित किया है।
मोहम्मद इरफान ने कहा कि पहले की सरकारों में कुछ नहीं मिलता था। अब पीएम मोदी की योजना से साल में तीन बार राशि मिल रही है। इससे हम खाद और बीज खरीदते हैं। इसके अलावा पीएम मोदी की अन्य योजनाओं के बारे में पता चल रहा है और हम लाभान्वित हो रहे रहैं।
–आईएएनएस
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