हैदराबाद, 2 अप्रैल (आईएएनएस)। भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) के नेताओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की डिग्री को लेकर उनका मजाक उड़ाया। बीआरएस के कार्यकारी अध्यक्ष के.टी. रामाराव के बाद अब रविवार को उनकी बहन व तेलंगाना विधान परिषद की सदस्य के. कविता ने पीएम पर कटाक्ष करते हुए कहा कि भारत में वास्तविक डिग्री वालों को कोई नौकरी नहीं मिलती, लेकिन बिना डिग्री वाले व्यक्ति के पास शीर्ष पद होता है।
बीआरएस अध्यक्ष और तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव की बेटी कविता ने उच्च बेरोजगारी दर पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए यह टिप्पणी की।
उन्होंने ट्वीट किया, बेरोजगारी दर 7.8 प्रतिशत है, जो 3 महीने का उच्चतम स्तर है! लेकिन क्या युवा लोगों की क्षमता का उपयोग करने के लिए कोई चिंता या प्रयास है? आज के भारत में तथ्य यह है कि वास्तविक डिग्री वाले लोगों को कोई नौकरी नहीं मिलती है और बिना डिग्री वाले व्यक्ति के पास शीर्ष पद होता है।
इससे पहले के.टी. रामाराव ने अपनी डिग्रियां दिखाने की पेशकश कर प्रधानमंत्री का मजाक उड़ाया था।
केटीआर ने शुक्रवार को गुजरात उच्च न्यायालय के फैसले के बाद ट्वीट किया था, मेरे पास पुणे विश्वविद्यालय से बायोटेक्नोलॉजी में मास्टर्स डिग्री है, साथ ही सिटी यूनिवर्सिटी ऑफ न्यूयॉर्क से बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन में भी मास्टर्स डिग्री है, दोनों प्रमाणपत्र सार्वजनिक रूप से साझा कर सकते हैं, बस कह रहा हूं। प्रधान मंत्री कार्यालय को प्रधान मंत्री मोदी की डिग्री और स्नातकोत्तर डिग्री प्रमाण पत्र प्रस्तुत करने की आवश्यकता नहीं है।
अदालत ने मुख्य सूचना आयोग (सीआईसी) के पीएमओ के लोक सूचना अधिकारी (पीआईओ) और गुजरात विश्वविद्यालय व दिल्ली विश्वविद्यालय के पीआईओ को मोदी की स्नातक और स्नातकोत्तर डिग्रियों का विवरण प्रस्तुत करने का निर्देश देने के आदेश को रद्द कर दिया था।
इस बीच, केटीआर के ट्वीट पर तृणमूल कांग्रेस सांसद महुआ मोइत्रा ने प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने लिखा, क्या? सिर्फ एक एमबीए? कृपया एक और ले लीजिए-फर्जीकांत स्टाइल!
बीआरएस नेता ने जवाब दिया, हां, दुख की बात है कि गुजरात विश्वविद्यालय से फेकरी या फेकुगिरी में कोई मास्टर डिग्री नहीं है।
–आईएएनएस
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