शिलांग, 25 मार्च (आईएएनएस)। मेघालय के मुख्यमंत्री कोनराड के. संगमा ने सूरत की एक अदालत द्वारा मानहानि के मामले में दोषी ठहराए जाने के बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चुनौती देने की कार्रवाई को दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया।
अदालत के फैसले के बाद शुक्रवार को लोकसभा से राहुल गांधी की अयोग्यता पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कोनराड ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि कांग्रेस नेता ने अदालत के फैसले और भारत के चुनाव आयोग द्वारा निर्धारित नियमों को स्वीकार नहीं किया।
मेघालय की सत्तारूढ़ नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) के राष्ट्रीय अध्यक्ष संगमा ने सुझाव दिया कि राहुल गांधी को प्रधानमंत्री पर हमला करने के बजाय अदालत के फैसले को स्वीकार करना चाहिए।
मुख्यमंत्री कोनराड के. संगमा ने शिलांग में पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा, कांग्रेस नेता को ईसीआई द्वारा निर्धारित नियमों को भी स्वीकार करना चाहिए।
सूरत की एक अदालत ने गुरुवार को राहुल गांधी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उपनाम के बारे में उनकी टिप्पणी पर 2019 के आपराधिक मानहानि मामले में दोषी पाया और दो साल की जेल की सजा सुनाई। हालांकि, कांग्रेस नेता को जमानत दे दी गई थी और सूरत की अदालत के फैसले के खिलाफ अपील करने की अनुमति देने के लिए उनकी सजा को 30 दिनों के लिए निलंबित कर दिया गया था।
राहुल गांधी के खिलाफ भाजपा विधायक और गुजरात के पूर्व मंत्री पूर्णेश मोदी ने 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले कर्नाटक में प्रचार के दौरान सभी चोरों का एक ही उपनाम मोदी कैसे हो सकता है कहने के लिए मामला दायर किया था।
संगमा ने कहा, इस तरह का बयान न केवल प्रधानमंत्री का, बल्कि पूरे ओबीसी समुदाय का अपमान है। उन्होंने राहुल गांधी से अपने बयान के लिए माफी मांगने और इस समय पीएम को चुनौती देने के बजाय सुधार पर ध्यान देने को कहा है।
क्या ताजा घटनाक्रम अगले साल के आम चुनावों में कांग्रेस की संभावनाओं को प्रभावित करेगा, इस सवाल के जवाब देते हुए एनपीपी प्रमुख ने कहा कि यह निस्संदेह 2024 में कांग्रेस की संभावनाओं को प्रभावित करेगा।
उन्होंने कहा, कांग्रेस को 2014 और 2019 में एक कठिन स्थिति का सामना करना पड़ा, और लेटेस्ट मामला 2024 के चुनावों में पार्टी को और प्रभावित करेगा।
–आईएएनएस
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