नई दिल्ली, 22 दिसंबर (आईएएनएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को जीनोम सीक्वेंसिंग और टेस्टिंग बढ़ाने पर जोर दिया और राज्यों को कोविड के बढ़ते मामलों के खतरे के प्रति किसी भी तरह की लापरवाही के खिलाफ आगाह किया।
मोदी ने समीक्षा बैठक में विचार प्रकट करते हुए कहा कि उन्होंने पड़ोसी देश चीन और अमेरिका, इटली, जापान व दक्षिण कोरिया जैसे देशों में कोविड-19 के मामलों में वृद्धि की रिपोर्ट के बीच अपने देश में कोविड मामलों की स्थिति और सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रणाली की तैयारियों का जायजा लेना उचित समझा।
प्रधानमंत्री ने कड़ी चौकसी बनाए रखने का आह्वान करते हुए जीनोम सीक्वेंसिंग और टेस्टिंग बढ़ाने पर ध्यान देने के साथ मजबूत निगरानी की जरूरत पर जोर दिया।
उन्होंने राज्य सरकारों को देश में मामले बढ़ने के साथ अस्पतालों के बुनियादी ढांचे की परिचालन तत्परता सुनिश्चित करने की भी सलाह दी।
प्रधानमंत्री ने लोगों को मास्क पहनने सहित कोविड उपयुक्त व्यवहार का पालन करने की भी सलाह दी और बुजुर्गो व कमजोर सेहत वाले जनसमूहों के लिए एहतियाती खुराक टीकाकरण पर भी जोर दिया।
आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि प्रधानमंत्री को सूचित किया गया कि दवाओं, टीकों और अस्पताल के बिस्तरों की पर्याप्त उपलब्धता है।
बैठक के दौरान स्वास्थ्य सचिव द्वारा कई देशों में बढ़ते मामलों सहित वैश्विक कोविड-19 स्थिति पर प्रधानमंत्री के समक्ष एक प्रस्तुति दी गई।
प्रधानमंत्री को सूचित किया गया कि भारत 22 दिसंबर, 2022 को समाप्त सप्ताह में औसत रोजाना मामलों में 153 और साप्ताहिक पॉजिटिविटी में 0.14 प्रतिशत की गिरावट के साथ मामलों में लगातार गिरावट देखी जा रही है।
हालांकि, पिछले छह हफ्तों से वैश्विक स्तर पर रोजाना औसतन 5.9 लाख मामले सामने आए हैं।
बैठक में गृहमंत्री अमित शाह, स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया, नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, विदेश मंत्री एस. जयशंकर और सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने भाग लिया।
इसके अलावा, प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव पीके मिश्रा, कैबिनेट सचिव राजीव गौबा, गृह सचिव अजय भल्ला, स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण और अन्य वरिष्ठ सरकारी अधिकारी भी बैठक में शामिल थे।
–आईएएनएस
एसजीके