हजारीबाग, 2 अक्टूबर (आईएएनएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को हजारीबाग में जनजातीय समुदाय के प्रतिनिधियों से संवाद करते हुए उन्हें भरोसा दिलाया कि केंद्र की सरकार उनकी एक-एक समस्या का समाधान कर उन्हें विकास की अगली पंक्ति में खड़ा करने में कोई कसर बाकी नहीं रखेगी।
उन्होंने कहा कि आज धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा की इस पावन धरती से ‘धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष योजना’ की शुरुआत करते हुए मैं खुद को गौरवान्वित महसूस कर रहा हूं। 80 हजार करोड़ रुपए की इस विकास योजना को धरातल पर उतारने के लिए केंद्र सरकार के 15 मंत्रालय एक साथ मिलकर काम करेंगे। हम पूरे देश में जनजातीय बहुल 60 हजार गांवों की तस्वीर बदलने में जी-जान लगा देंगे। बाद में परिवर्तन महारैली के दौरान भी प्रधानमंत्री ने आदिवासियों से जुड़े मुद्दों की प्रमुखता से चर्चा की।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने हमारे देश में आदिवासी जननायकों के साथ जैसा अन्याय किया, वैसा किसी और के साथ नहीं हुआ। आज हमने जिन योजनाओं की शुरुआत की है, उससे एक-एक जनजातीय परिवार को जोड़ने का प्रयास होगा। यह सुनिश्चित किया जाएगा कि सभी जनजातीय परिवार आयुष्मान योजना से जुड़ें, सभी जनजातीय बहुल गांवों तक सड़क, हर परिवार को घर, हर घर नल से जल का कनेक्शन मिले।
पीएम मोदी ने बताया कि इस योजना के तहत ट्राइबल मार्केटिंग सेंटर बनाए जाएंगे, ताकि जनजातीय परिवारों और उद्यमियों द्वारा बनाए जा रहे उत्पादों को बाजार और हर उत्पाद की उचित कीमत मिले। आदिवासी युवाओं के कौशल विकास पर भी फोकस होगा। जनजातीय युवा स्किल्ड हों, उन्हें अवसर मिले, यह सुनिश्चित किया जाएगा। इसका बड़ा लाभ झारखंड के लोगों को होगा।
उन्होंने अपने संबोधन में झारखंड से अपने विशेष रिश्ते को भी रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि झारखंड के साथ भाजपा और मेरा एक विशेष रिश्ता बन गया है। ये रिश्ता दिल का है। यह साझे सपनों का रिश्ता है। झारखंड मुझे बार-बार बुलाता है और मैं भी बार-बार दौड़ा चला आता हूं।
उन्होंने कहा कि आज 2 अक्टूबर को गांधीजी की जन्म जयंती के दिन झारखंड आया हूं तो यह भी एक बड़ा संयोग है। स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान 1925 में गांधीजी हजारीबाग आए थे। बापू के विचार, उनकी शिक्षाएं हमारे संकल्पों का हिस्सा हैं। 2015 में 2 अक्टूबर को गांधी जयंती के दिन भी मैं झारखंड में था। उस दिन खूंटी में सोलर रूफटॉप प्लांट का उद्घाटन करने का मौका मिला था। कुछ दिन पहले भी झारखंड के जमशेदपुर में मैंने एक साथ छह वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन को हरी झंडी दिखाई थी। उस दिन आंधी, बारिश के कारण मेरा हेलिकॉप्टर नहीं उड़ा तो मैं सड़क मार्ग से झारखंड के लोगों के दर्शन करने पहुंचा था।
–आईएएनएस
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