चंडीगढ़, 12 मई (आईएएनएस)। पंजाब भाजपा के वरिष्ठ नेता फतेहजंग सिंह बाजवा ने सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारतीय सेना की तारीफ की। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने जो वादा किया था, उसे उन्होंने पूरा करके दिखाया। उन्होंने भारत की सर्जिकल स्ट्राइक और एयर स्ट्राइक को एक ऐतिहासिक और साहसिक कदम बताया और इसे भारत की सैन्य और कूटनीतिक सफलता का प्रतीक बताया।
समाचार एजेंसी आईएएनएस से बात करते हुए बाजवा ने कहा, “मैं सबसे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, उनकी सरकार और भारत की जनता को दिल से मुबारकबाद देना चाहता हूं। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा था कि हम दुश्मन के घर में घुसकर वार करेंगे और उन्होंने वह करके दिखाया। हमारी वायुसेना ने पाकिस्तान के नौ प्रमुख आतंकवादी ठिकानों को तबाह कर दिया, जिसमें करीब 100 आतंकवादी मारे गए। लश्कर-ए-तैयबा समेत कई आतंकवादी संगठनों के गढ़ों पर हमला कर उन्हें धराशायी किया गया।”
उन्होंने कहा कि यह कोई छोटी उपलब्धि नहीं है। एक परमाणु संपन्न देश की सीमा में घुसकर, उसके एयरबेस और आतंकी ठिकानों को नष्ट करना और फिर सुरक्षित लौट आना, यह हमारी सेना की रणनीतिक दक्षता और साहस का प्रमाण है। भारत की विदेश नीति ने भी यहां बड़ी भूमिका निभाई। आज विश्व के ज्यादातर देश भारत के साथ हैं। सिवाय तुर्की और कुछ हद तक चीन के, बाकी सभी देशों ने भारत के रुख को समर्थन दिया है।
बाजवा ने कांग्रेस और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी पर जुबानी हमला करते हुए कहा कि राहुल गांधी की बचकानी आदत हो गई है कि हर राष्ट्रीय सफलता पर सवाल उठाएं। जब सर्जिकल स्ट्राइक और एयर स्ट्राइक की योजना बनाई जा रही थी, तब सरकार ने सभी पार्टियों को विश्वास में लिया था। हमारी सेना, वायुसेना और नौसेना ने विस्तार से जानकारी दी थी कि किन ठिकानों पर हमला किया गया, कहां मिसाइलें दागी गईं और क्या नुकसान पहुंचाया गया।
कांग्रेस द्वारा विशेष सत्र बुलाने की मांग को गैर जरूरी बताते हुए उन्होंने कहा कि आज जब हमारी सेना ने इतनी बड़ी सफलता हासिल की है, तो इस तरह की मांगें सेना का मनोबल गिराने वाली हैं। क्या राहुल गांधी कहना चाहते हैं कि हमारी सेना, हमारे जनरल झूठ बोल रहे हैं? यह समय राजनीति का नहीं, एकजुटता का है। देश के सभी दलों और लोगों को सेना के साथ खड़े होना चाहिए।
इसके अलावा, उन्होंने यह भी साफ किया कि अगर फिर कोई हरकत होती है, तो भारत फिर से जवाब देने को तैयार है। आज हमें अपनी सेनाओं का मनोबल बढ़ाने की जरूरत है और इसके लिए पूरा देश एकजुट होकर खड़ा हो, यही मेरी सोच है।
–आईएएनएस
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