नई दिल्ली,14 जुलाई (आईएएनएस)। केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को फ्रांस के सर्वोच्च नागरिक एवं मिलिट्री अवार्ड से सम्मानित किए जाने को हर भारतवासी के लिए गर्व का क्षण बताते हुए कहा कि प्रधानमंत्री मोदी पहले ऐसे भारतीय नेता हैं, जिन्हें फ्रांस के सर्वोच्च नागरिक एवं मिलिट्री अवार्ड से सम्मानित किया गया है। उन्होंने कहा कि यह सम्मान 140 करोड़ भारतवासियों की ताकत, भारतीय नेतृत्व और विश्व में उभरते हुए भारत की शक्ति का प्रतीक है।
भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने पार्टी के राष्ट्रीय कार्यालय में मीडिया से बात करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को फ्रांस के सर्वोच्च नागरिक एवं मिलिट्री अवार्ड “ग्रैंड क्रॉस ऑफ द लीजन ऑफ ऑनर” से सम्मानित किया जाना हर भारतवासी के लिए गर्व का क्षण है और वे इस उपलब्धि के लिए सभी देशवासियों को बधाई देते हैं।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री को दिए गए अवार्ड की स्थापना 1802 में हुई थी। यह लगभग 220 साल पुराना अवार्ड है और फ्रांस का सर्वोच्च सम्मान है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि भारत के इतिहास में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एकमात्र ऐसे नेता हैं, जिन्हें विश्व के सबसे अधिक देशों से सम्मान प्राप्त हुआ है। विश्व के 14 देशों ने प्रधानमंत्री मोदी को अपने देश के महत्वपूर्ण अवार्ड देकर सम्मानित किया है, उनमें से अधिकांश उन देशों के सर्वोच्च नागरिक सम्मान हैं। पांच अंतर्राष्ट्रीय संस्थाओं ने भी प्रधानमंत्री मोदी को सम्मान देकर भारत को सम्मानित किया है।
अंतर्राष्ट्रीय एजेंसियों का हवाला देते हुए गोयल ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी आज विश्व के सर्वाधिक लोकप्रिय नेता हैं। दुनिया के देशों को विश्वास है कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में विश्व की समस्याओं का समाधान होगा, विश्व में अमन-शांति स्थापित होगी और आर्थिक विकास आगे बढ़ेगा। गोयल ने आगे कहा कि अमेरिका हो या रूस, इजरायल हो या फिलिस्तीन, सऊदी अरब हो या यूनाइटेड अरब अमीरात या बहरीन, अलग-अलग देशों ने हमारे प्रधानमंत्री मोदी को अपने प्रतिष्ठित सम्मानों से नवाजा है।
फ्रांस ने अपने देश की सर्वोच्च नागरिक एवं मिलिट्री अवार्ड से प्रधानमंत्री को सम्मानित किया है। इससे पहले यह अवार्ड दक्षिण अफ्रीका के पूर्व राष्ट्रपति नेल्सन मंडेला, यूनाइटेड किंगडम के किंग चार्ल्स, जब वे प्रिंस ऑफ वेल्स थे, जर्मनी की तत्कालीन चांसलर एजेंला मार्केल, यूनाइटेड नेशन के पूर्व सेक्रेटरी जनरल बुतरस घाली जैसे चर्चित लोगों को यह सम्मान दिया गया था।
–आईएएनएस
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