इंफाल, 25 सितंबर (आईएएनएस)। मणिपुर कांग्रेस ने सोमवार को मांग की कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को राज्य का दौरा करना चाहिए और जल्द से जल्द शांति और सामान्य स्थिति बहाल करनी चाहिए।
मणिपुर कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता निंगोम्बम बुपेंडा मैतेई ने कहा कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी पहले ही (29-30 जून) मणिपुर का दौरा कर चुके हैं और राहत शिविरों में लोगों से बात कर चुके हैं, लेकिन प्रधानमंत्री को राज्य का दौरा करने का समय नहीं मिला।
एआईसीसी के सदस्य मैतेई ने मीडिया को बताया, “प्रधानमंत्री ने देश के विभिन्न राज्यों और विदेशों का लगातार दौरा किया, लेकिन लगभग पांच महीने से चल रही जातीय हिंसा के बावजूद उन्होंने मणिपुर का दौरा करने से परहेज किया।”
उन्होंने कहा कि राज्य विधानसभा अध्यक्ष थोकचोम सत्यब्रत सिंह, कई मंत्री, कई विधायक और ‘यूथ ऑफ मणिपुर’ के नेता राज्य की स्थिति से अवगत कराने के लिए प्रधानमंत्री से मिलने के लिए दिल्ली का दौरा कर चुके हैं या राष्ट्रीय राजधानी में अभियान चला चुके हैं, लेकिन मोदी ने उनसे मिलने से इनकार कर दिया।
कांग्रेस नेता ने मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह से प्रधानमंत्री के साथ बैठक करने को कहा ताकि राज्य का एक प्रतिनिधिमंडल उनसे मिल सके। कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल भी जाने के लिए तैयार है।
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि उनकी पार्टी हमेशा मणिपुर की क्षेत्रीय, राजनीतिक और वित्तीय अखंडता चाहती है।
3 मई को जातीय दंगा शुरू होने के बाद से कांग्रेस मणिपुर में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग कर रही है।
‘यूथ्स ऑफ मणिपुर’ के बैनर तले हजारों युवाओं ने हाल ही में इंफाल में प्रदर्शन किया और उनके प्रतिनिधियों ने मुख्यमंत्री से मुलाकात की और उनसे उन 10 आदिवासी विधायकों (जिनमें से सात भाजपा हैं) के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने का आग्रह किया, जो एक अलग राज्य की मांग कर रहे हैं।
प्रदर्शन के बाद सत्तारूढ़ बीजेपी के कई विधायक और कुछ मंत्री प्रधानमंत्री से मिलने और राज्य की स्थिति पर चर्चा करने के लिए दिल्ली गए थे।
–आईएएनएस
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