नई दिल्ली, 14 जून (आईएएनएस)। भाजपा ने 2024 के लोक सभा चुनाव से पहले भारत के लोकतंत्र को अस्थिर करने का आरोप लगाते हुए कहा है कि कई शक्तियां यह नहीं चाहती है कि देश में नरेंद्र मोदी की तरह पूर्ण बहुमत वाली स्थाई और मजबूत सरकार हो, इसलिए जैसे-जैसे 2024 का लोक सभा चुनाव नजदीक आता जा रहा है वैसे वैसे कुछ ताकतें भारत के खिलाफ एजेंडा चलाकर भारत में स्थाई सरकार को फिर से सत्ता में आने से रोकना चाहती है।
भाजपा ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से 5 मिनट 44 सेकंड का एक वीडियो शेयर करते हुए पूछा है कि, भारत के खिलाफ कौन रच रहा है साजि़श और किसके इशारे पर खेला जा रहा है लोकतंत्र को अस्थिर करने का काला खेल।
इस वीडियो में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आगामी अमेरिकी दौरे का जिक्र करते हुए यह आरोप लगाया गया है कि दौरे से पहले अमेरिका जाकर राहुल गांधी ने देश विरोधी कई बयान दिए हैं। अब अमेरिका के एक मुस्लिम संगठन ने अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन द्वारा प्रधानमंत्री मोदी के सम्मान में दिए गए स्टेट डिनर को रद्द करने की मांग की है तो वहीं अमेरिका के दो ह्यूमन राइट्स ग्रुप ने वाशिंगटन में पीएम की आधिकारिक यात्रा से दो दिन पहले बीबीसी की विवादास्पद डॉक्यूमेंट्री की स्क्रीनिंग रखने का फैसला किया है।
वीडियो में कई घटनाक्रम और भारत की उपलब्धियों का जिक्र करते हुए कहा गया कि भारत आज दुनिया की पांचवी बड़ी अर्थव्यवस्था बन गई है। प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में पूर्ण बहुमत वाली स्थाई सरकार होने के कारण भारत का प्रभाव दुनिया भर में बढ़ रहा है इसलिए भारत के बढ़ते प्रभाव को कम करने के लिए एक तय पैटर्न के आधार पर भारत को बदनाम करने, भारत की छवि को खराब करने और भारत के लोकतंत्र को अस्थिर करने का षड्यंत्र रचा जा रहा है ताकि 2024 में भारत में फिर से मजबूत और पूर्ण बहुमत वाली सरकार की वापसी न हो पाए।
वीडियो में यह दावा किया गया है कि पिछले कुछ समय से एक अलग तरह का माहौल बनाने का प्रयास किया जा रहा है। भारत के खिलाफ एजेंडा चलाकर भारत में स्थाई सरकार वापस लौटने से रोकने की कोशिश हो रही है। अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भारत के खिलाफ विशेष माहौल बनाया जा रहा है। भारत विरोधी खबरें, भारत विरोधी आवाजें, भारत विरोधी प्रोटेस्ट को बड़े स्तर पर चलाया जा रहा है। भारत में धार्मिक स्वतंत्रता को लेकर आई अमेरिका की विवादास्पद रिपोर्ट, जर्मन मैगजीन के कार्टून में भारत को चीन से नीचा दिखाने की कोशिश, भारत के खिलाफ मीडिया के जरिए अभियान चलाना, इस्लामिक देशों द्वारा रामनवमी पर हुई हिंसा की निंदा, वाल स्ट्रीट जर्नल में मोदी सरकार के खिलाफ पूरे पेज का विज्ञापन, विदेशी मीडिया द्वारा भारत की धर्मनिपेक्ष छवि पर झूठे आरोप लगाना, बीबीसी डाक्यूमेंट्री में 2002 दंगो का मुद्दा उठाना और एमनेस्टी इंटरनेशनल और अन्य कई शक्तियां पर पूरी तरह से भारत के खिलाफ खड़े हो जाने का आरोप लगाते हुए कहा गया है कि अब ट्विटर के पूर्व सीईओ जैक डोर्सी भी इसमें शामिल हो गए हैं।
वीडियो में यह भी कहा गया है कि जैसे-जैसे 2024 का लोक सभा नजदीक आता जाएगा वैसे-वैसे इस तरह के हमले और मनगढ़ंत इल्जाम और बढ़ेंगे।
–आईएएनएस
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