नई दिल्ली, 8 जनवरी (आईएएनएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 13 जनवरी को एमवी गंगा विलास के साथ दुनिया के सबसे लंबे रिवर क्रूज का शुभारंभ करेंगे। जहाजरानी, बंदरगाह और जलमार्ग मंत्री सबार्नंद सोनोवाल ने रविवार को कहा कि यह भारत के लिए नदी क्रूज पर्यटन के एक नए युग की शुरुआत करेगा।
लग्जरी क्रूज भारत और बांग्लादेश के पांच राज्यों में 27 नदी प्रणालियों में 3,200 किमी से अधिक की दूरी तय करेगा।
सोनोवाल ने कहा, रिवर क्रूज की विशाल अप्रयुक्त क्षमता इस सेवा के लॉन्च के साथ अनलॉक होने के लिए तैयार है।
उन्होंने कहा, अंतदेर्शीय जलमार्गों के माध्यम से सतत विकास के इस अवसर को जबरदस्त बढ़ावा मिला है क्योंकि कार्गो ट्रैफिक को बढ़ाने के प्रयासों के साथ-साथ यात्री पर्यटन को उत्साहजनक परिणाम मिले हैं। एमवी गंगा विलास क्रूज देश में विशाल संभावित नदी पर्यटन को अनलॉक करने की दिशा में एक कदम है।
मंत्री ने कहा, हमारी समृद्ध विरासत वैश्विक स्तर पर और आगे बढ़ेगी क्योंकि पर्यटक आध्यात्मिक, शैक्षिक, कल्याण, सांस्कृतिक और साथ ही भारत की जैव विविधता की समृद्धि का अनुभव करने में सक्षम होंगे।
51-दिवसीय क्रूज की योजना 50 पर्यटन स्थलों की यात्रा के साथ है, जिसमें विश्व धरोहर स्थल, राष्ट्रीय उद्यान, नदी घाट और बिहार में पटना, झारखंड में साहिबगंज, पश्चिम बंगाल में कोलकाता, बांग्लादेश में ढाका और असम में गुवाहाटी जैसे प्रमुख शहर शामिल हैं।
एमवी गंगा विलास पोत 62 मीटर लंबा, 12 मीटर चौड़ा है। इसमें तीन डेक हैं, 36 पर्यटकों की क्षमता वाले बोर्ड पर 18 सुइट हैं, जिसमें पर्यटकों के लिए एक यादगार और शानदार अनुभव प्रदान करने के लिए सभी सुविधाएं हैं।
जहाज प्रदूषण मुक्त तंत्र और शोर नियंत्रण तकनीकों से लैस है।
आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि एमवी गंगा विलास की पहली यात्रा में स्विट्जरलैंड के 32 पर्यटक शामिल होंगे। डिब्रूगढ़ में एमवी गंगा विलास के आगमन की अपेक्षित तिथि मार्च 1, 2023 है।
–आईएएनएस
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