नई दिल्ली, 11 जून (आईएएनएस)। वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने बुधवार को स्वीडन की अपनी आधिकारिक यात्रा शुरू की। इसका उद्देश्य मौजूदा आर्थिक संबंधों को मजबूत करना और विकास के नए अवसरों की पहचान करना है, जो भारत के दीर्घकालिक आर्थिक उद्देश्यों और वैश्विक भागीदारी के अनुरूप है।
केंद्रीय मंत्री की स्वीडन यात्रा स्विट्जरलैंड की दो दिवसीय सफल आधिकारिक यात्रा के बाद हुई है। इसमें भारत-स्विट्जरलैंड आर्थिक सहयोग को आगे बढ़ाने के साथ भारत और यूरोपीय फ्री ट्रेड एसोसिएशन (ईएफटीए) के बीच इस साल की शुरुआत में हस्ताक्षरित ट्रेड एंड इकोनॉमिक पार्टनरशिप एग्रीमेंट (टीईपीए) को लागू करने पर फोकस किया गया।
आधिकारिक यात्रा के दूसरे चरण में पीयूष गोयल इंटरनेशनल डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन एंड फॉरेन ट्रेड मिनिस्टर बेंजामिन डोसा के साथ आर्थिक, औद्योगिक और वैज्ञानिक सहयोग के लिए भारत-स्वीडिश संयुक्त आयोग के 21वें सत्र की सह-अध्यक्षता करेंगे।
पीयूष गोयल, बेंजामिन डोसा और हकन जेवरेल के साथ द्विपक्षीय बैठकें भी करेंगे। हकन जेवरेल स्वीडन के विदेश व्यापार सचिव हैं।
वाणिज्य मंत्रालय के एक बयान के अनुसार, इन विचार-विमर्शों का उद्देश्य मौजूदा आर्थिक संबंधों को मजबूत करना और विकास के नए अवसरों की पहचान करना है।
इस यात्रा के दौरान, प्रमुख कार्यक्रमों में भारत-स्वीडन बिजनेस लीडर्स की गोलमेज बैठक और प्रमुख स्वीडिश कंपनियों के साथ बैठकें शामिल होंगी।
इन चर्चाओं में कई तरह के उद्योगों पर बात की जाएगी, जिनमें स्वीडन के मैन्युफैक्चरिंग, इनोवेशन, ग्रीन टेक्नोलॉजी और सस्टेनेबल सॉल्यूशंस शामिल हैं। एरिक्सन, वोल्वो ग्रुप, आईकेईए, सैंडविक, अल्फा लावल और एसएएबी जैसी कंपनियां भारत के साथ संबंधों को बढ़ाने में महत्वपूर्ण उपस्थिति या रुचि रखने वाली कंपनियों में से हैं।
इसके अलावा मंत्री पीयूष गोयल भारतीय प्रवासियों के साथ भी बातचीत करेंगे।
इससे पहले, पीयूष गोयल बायोटेक और फार्मा, हेल्थकेयर, प्रिसिजन इंजीनियरिंग, डिफेंस और एमर्जिंग टेक्नोलॉजी सहित विभिन्न क्षेत्रों में स्विस इंडस्ट्री लीडर्स के साथ बातचीत कर चुके हैं।
–आईएएनएस
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