पटना, 4 जुलाई (आईएएनएस)। बिहार विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव बिहार में गिर रहे पुलों को लेकर बिहार सरकार पर हमलावर हैं। वहीं, तेजस्वी के बयानों पर पलटवार का दौर भी जारी है। बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे ने अब उनके बयान पर पलटवार किया है।
मंगल पांडे ने कहा कि तेजस्वी यादव को सारे पुलों का इतिहास बढ़िया से मालूम करना चाहिए। इन पुलों का निर्माण उस समय हुआ था, जब कांग्रेस और राजद की सरकार थी। पुल गिरने के विषय पर राजनीति नहीं करनी चाहिए। इस मुद्दे पर पॉलिटिक्स करना उचित नहीं है।
सदन में विपक्ष की ताकत बढ़ने और हंगामे पर प्रतिक्रिया देते हुए मंगल पांडे ने कहा कि यह उनकी बौखलाहट है। नरेंद्र मोदी के लगातार तीसरी बार देश का प्रधानमंत्री बनने के साथ विपक्ष ने अपना आपा खो दिया है, वे बौखला चुके हैं।
उन्होंने कहा कि विपक्ष को चुनाव के पहले अंदाजा भी नहीं था कि नरेंद्र मोदी तीसरी बार प्रधानमंत्री बनेंगे। 60 साल पहले इस तरह की घटना हुई थी, जब लगातार तीसरी बार कोई प्रधानमंत्री बना था। पीएम मोदी के तीसरी बार सत्ता में आने के बाद अब उनको (विपक्ष) लग रहा है कि कई दशकों तक हमारे सत्ता में आने के रास्ते बंद हो चुके हैं।
–आईएएनएस
पीएसके/सीबीटी
पटना, 4 जुलाई (आईएएनएस)। बिहार विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव बिहार में गिर रहे पुलों को लेकर बिहार सरकार पर हमलावर हैं। वहीं, तेजस्वी के बयानों पर पलटवार का दौर भी जारी है। बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे ने अब उनके बयान पर पलटवार किया है।
मंगल पांडे ने कहा कि तेजस्वी यादव को सारे पुलों का इतिहास बढ़िया से मालूम करना चाहिए। इन पुलों का निर्माण उस समय हुआ था, जब कांग्रेस और राजद की सरकार थी। पुल गिरने के विषय पर राजनीति नहीं करनी चाहिए। इस मुद्दे पर पॉलिटिक्स करना उचित नहीं है।
सदन में विपक्ष की ताकत बढ़ने और हंगामे पर प्रतिक्रिया देते हुए मंगल पांडे ने कहा कि यह उनकी बौखलाहट है। नरेंद्र मोदी के लगातार तीसरी बार देश का प्रधानमंत्री बनने के साथ विपक्ष ने अपना आपा खो दिया है, वे बौखला चुके हैं।
उन्होंने कहा कि विपक्ष को चुनाव के पहले अंदाजा भी नहीं था कि नरेंद्र मोदी तीसरी बार प्रधानमंत्री बनेंगे। 60 साल पहले इस तरह की घटना हुई थी, जब लगातार तीसरी बार कोई प्रधानमंत्री बना था। पीएम मोदी के तीसरी बार सत्ता में आने के बाद अब उनको (विपक्ष) लग रहा है कि कई दशकों तक हमारे सत्ता में आने के रास्ते बंद हो चुके हैं।
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