पटना, 8 दिसंबर (आईएएनएस)। पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान में सीआरडी पुस्तक मेला रविवार को पुस्तक प्रेमियों से गुलजार रहा। पुस्तक प्रेमी मेले में विभिन्न प्रकाशकों के लगे स्टॉल पर अपनी पसंद की पुस्तकों को खोजते नजर आए तो कई ने जमकर पुस्तकों की खरीददारी भी की।
पटना पुस्तक मेला में रविवार को छुट्टी के दिन छात्र-छात्राओं की अच्छी भीड़ देखी गई। एक ओर जहां लोग पुस्तकों की खरीदारी कर रहे थे, दूसरी ओर कथा, कविता, संवाद और परिचर्चा जैसे कार्यक्रमों में दिग्गजों को सुनकर पाठकों ने खुद को समृद्ध किया। ‘जनता जंक्शन’ के एपिक शो में पर्यावरण सहित विभिन्न चुनौतियों पर चर्चा की गई। इस मंच से अपूर्व ने पर्यावरण समेत अन्य चुनौतियों के संबंध में भूगर्भ विज्ञान के डॉ. अतुल पांडेय और जीआईएस के संबंध में मनीष कुमार से व्यापक चर्चा की।
डॉ. पांडेय ने मानवीय गतिविधियों का नदियों की स्वास्थ्य पर पड़ने वाले प्रभाव की चर्चा की। उन्होंने कहा कि खराब स्वास्थ्य से नदियों की सामान्य प्रक्रिया बदल जाती है। मनीष कुमार ने जीआईएस रिमोट सेंसिंग के बारे में बताया कि पृथ्वी के हर कण की अलग-अलग उष्मा होती है। इस उष्मा को अंतरिक्ष में स्थापित उपग्रह के भेजे डाटा के विश्लेषण से पता चलता है कि पृथ्वी पर वन, पानी, रेगिस्तान या अन्य कितना प्रतिशत है।
पुस्तक मेले के तीसरे दिन ‘साहित्य के पाठक’ विषय पर चर्चा का आयोजन किया गया, जिसमें साहित्य में अश्लीलता के मायने बताए गए। इस चर्चा में भारतीय पुलिस सेवा के अधिकारी सुशील कुमार, प्रोफेसर और पत्रकार जय प्रकाश पांडे, युवा कवि और पत्रकार अंजुम शर्मा शामिल हुए। चर्चा की अध्यक्षता मगध महिला कॉलेज की प्रोफेसर डॉ. आशा ने की।
मेले के मुख्य मंच पर कविता पाठ कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें युवा कवि आशीष, निखिल, उत्कर्ष, अंचित, उपांशु, मातृ शरण, नताशा ने अपनी कविता से दर्शकों का मनोरंजन किया। युवा कवि मातृ शरण ने अपनी ‘ककहरा’ कविता सुनाकर दर्शकों का खूब मनोरंजन किया। इसके बाद युवा कवि नताशा ने अपनी कविता ‘धैर्य, मोहभंग और छोड़ना’ सुनाई, जिसे श्रोताओं ने खूब सराहा। युवा कवि निखिल ने अपनी कविता ‘हैंग ओवर’ सुनाई।
पटना पुस्तक मेला में युवा राजनीति विषय पर बातचीत का आयोजन किया गया, जिसमें समस्तीपुर सांसद शांभवी चौधरी पाठकों से रूबरू हुई। सांसद शांभवी चौधरी ने कहा, “मेरी पहली प्राथमिकता जनता के मुद्दों की लड़ाई लड़ना है। समस्तीपुर की जनता ने मुझे अथाह प्रेम दिया है, जिसे मैं आजीवन भूल नहीं सकती। आज की राजनीति में युवाओं की भागीदारी तेज़ी से बढ़ती जा रही है। राजनीति में युवाओं का आना लोकतंत्र के लिए शुभ संकेत हैं।”
–आईएएनएस
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