नई दिल्ली, 26 फरवरी (आईएएनएस)। दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने सीबीआई दफ्तर जाने से पहले मीडिया के सामने दिल्ली की जनता को संबोधित करते हुए कहा कि मेरी जिंदगी में तरह-तरह के उतार-चढ़ाव आए। इन सारे उतार-चढ़ाव में एक बात मैं कहना चाहता हूं कि मेरी पत्नी ने मेरा हमेशा साथ दिया। मेरे परिवार ने, आपके पूरे बड़े परिवार ने, और मेरे छोटे से परिवार ने, हमेशा बहुत साथ दिया है।
उन्होंने कहा, जब मैं एक टीवी चैनल में नौकरी करता था अच्छा खासा प्रमोशन मिलता था। अच्छी सैलरी आती थी टीवी के लिए रिपोटिर्ंग करता था, एंकरिंग करता था, अच्छी जिंदगी चल रही थी। लेकिन मैं सब कुछ छोड़ छाड़ के अरविंद केजरीवाल जी के साथ काम करने लगा। उनके साथ झुग्गियों में जाकर काम करने लगा, उस वक्त मेरी पत्नी ने मेरा सबसे ज्यादा साथ दिया। आज यह लोग मुझे जेल भेज रहे हैं तो मेरी वाइफ घर पर अकेली है यह बात मैं इसलिए कह रहा हूं मेरा एक बेटा है जो यूनिवर्सिटी में पढ़ता है और मेरी बीमार पत्नी घर पर अकेली रहेगी आपको मेरे परिवार का ध्यान रखना है।
आगे मनीष सिसोदिया ने कहा कि दूसरी चीज मैं आप सब से यह कहना चाहता हूं, स्कूलों में पढ़ रहे बच्चों से मुझे बहुत प्यार है। मैं उन बच्चों से कहना चाहता हूं कि आप के शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया और मनीष चाचा अगर जेल चले गए, तो बस छुट्टी हो गई। अभी छुट्टी नहीं होने वाली, मैं बच्चों से कहना चाहता हूं इतनी मेहनत करना जितनी मैं अपेक्षा करता हूं। जो स्कूलों में बच्चे पढ़ रहे हैं मैं उनसे कहना चाहता हूं खूब मन लगाकर पढ़ाई करना, लाखों बच्चों के ऊपर इस देश का भविष्य है।
उन्होंने बच्चों को संबोधित करते हुए कहा, माता-पिता को परेशान मत करना, पढ़ाई से जी मत चुराना, अच्छे से पास होना। भले ही मैं जेल चला जाऊंगा लेकिन मुझे सारी खबर मिलती रहेगी कि बच्चे पढ़ाई कर रहे हैं या नहीं। स्कूल ठीक से चल रहे हैं या नहीं। अगर मुझे पता चला कि स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों ने लापरवाही शुरू कर दी है तो मुझे खराब लगेगा और मैं खाना छोड़ दूंगा। बच्चों पढ़ाई मेहनत से करनी है मेरे जेल जाने पर भी स्कूलों का नाम नीचे नहीं करना। मां बाप का नाम नीचे नहीं करना। खूब मेहनत से पढ़ाई करना।
–आईएएनएस
एमजीएच/एसकेपी
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नई दिल्ली, 26 फरवरी (आईएएनएस)। दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने सीबीआई दफ्तर जाने से पहले मीडिया के सामने दिल्ली की जनता को संबोधित करते हुए कहा कि मेरी जिंदगी में तरह-तरह के उतार-चढ़ाव आए। इन सारे उतार-चढ़ाव में एक बात मैं कहना चाहता हूं कि मेरी पत्नी ने मेरा हमेशा साथ दिया। मेरे परिवार ने, आपके पूरे बड़े परिवार ने, और मेरे छोटे से परिवार ने, हमेशा बहुत साथ दिया है।
उन्होंने कहा, जब मैं एक टीवी चैनल में नौकरी करता था अच्छा खासा प्रमोशन मिलता था। अच्छी सैलरी आती थी टीवी के लिए रिपोटिर्ंग करता था, एंकरिंग करता था, अच्छी जिंदगी चल रही थी। लेकिन मैं सब कुछ छोड़ छाड़ के अरविंद केजरीवाल जी के साथ काम करने लगा। उनके साथ झुग्गियों में जाकर काम करने लगा, उस वक्त मेरी पत्नी ने मेरा सबसे ज्यादा साथ दिया। आज यह लोग मुझे जेल भेज रहे हैं तो मेरी वाइफ घर पर अकेली है यह बात मैं इसलिए कह रहा हूं मेरा एक बेटा है जो यूनिवर्सिटी में पढ़ता है और मेरी बीमार पत्नी घर पर अकेली रहेगी आपको मेरे परिवार का ध्यान रखना है।
आगे मनीष सिसोदिया ने कहा कि दूसरी चीज मैं आप सब से यह कहना चाहता हूं, स्कूलों में पढ़ रहे बच्चों से मुझे बहुत प्यार है। मैं उन बच्चों से कहना चाहता हूं कि आप के शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया और मनीष चाचा अगर जेल चले गए, तो बस छुट्टी हो गई। अभी छुट्टी नहीं होने वाली, मैं बच्चों से कहना चाहता हूं इतनी मेहनत करना जितनी मैं अपेक्षा करता हूं। जो स्कूलों में बच्चे पढ़ रहे हैं मैं उनसे कहना चाहता हूं खूब मन लगाकर पढ़ाई करना, लाखों बच्चों के ऊपर इस देश का भविष्य है।
उन्होंने बच्चों को संबोधित करते हुए कहा, माता-पिता को परेशान मत करना, पढ़ाई से जी मत चुराना, अच्छे से पास होना। भले ही मैं जेल चला जाऊंगा लेकिन मुझे सारी खबर मिलती रहेगी कि बच्चे पढ़ाई कर रहे हैं या नहीं। स्कूल ठीक से चल रहे हैं या नहीं। अगर मुझे पता चला कि स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों ने लापरवाही शुरू कर दी है तो मुझे खराब लगेगा और मैं खाना छोड़ दूंगा। बच्चों पढ़ाई मेहनत से करनी है मेरे जेल जाने पर भी स्कूलों का नाम नीचे नहीं करना। मां बाप का नाम नीचे नहीं करना। खूब मेहनत से पढ़ाई करना।
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नई दिल्ली, 26 फरवरी (आईएएनएस)। दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने सीबीआई दफ्तर जाने से पहले मीडिया के सामने दिल्ली की जनता को संबोधित करते हुए कहा कि मेरी जिंदगी में तरह-तरह के उतार-चढ़ाव आए। इन सारे उतार-चढ़ाव में एक बात मैं कहना चाहता हूं कि मेरी पत्नी ने मेरा हमेशा साथ दिया। मेरे परिवार ने, आपके पूरे बड़े परिवार ने, और मेरे छोटे से परिवार ने, हमेशा बहुत साथ दिया है।
उन्होंने कहा, जब मैं एक टीवी चैनल में नौकरी करता था अच्छा खासा प्रमोशन मिलता था। अच्छी सैलरी आती थी टीवी के लिए रिपोटिर्ंग करता था, एंकरिंग करता था, अच्छी जिंदगी चल रही थी। लेकिन मैं सब कुछ छोड़ छाड़ के अरविंद केजरीवाल जी के साथ काम करने लगा। उनके साथ झुग्गियों में जाकर काम करने लगा, उस वक्त मेरी पत्नी ने मेरा सबसे ज्यादा साथ दिया। आज यह लोग मुझे जेल भेज रहे हैं तो मेरी वाइफ घर पर अकेली है यह बात मैं इसलिए कह रहा हूं मेरा एक बेटा है जो यूनिवर्सिटी में पढ़ता है और मेरी बीमार पत्नी घर पर अकेली रहेगी आपको मेरे परिवार का ध्यान रखना है।
आगे मनीष सिसोदिया ने कहा कि दूसरी चीज मैं आप सब से यह कहना चाहता हूं, स्कूलों में पढ़ रहे बच्चों से मुझे बहुत प्यार है। मैं उन बच्चों से कहना चाहता हूं कि आप के शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया और मनीष चाचा अगर जेल चले गए, तो बस छुट्टी हो गई। अभी छुट्टी नहीं होने वाली, मैं बच्चों से कहना चाहता हूं इतनी मेहनत करना जितनी मैं अपेक्षा करता हूं। जो स्कूलों में बच्चे पढ़ रहे हैं मैं उनसे कहना चाहता हूं खूब मन लगाकर पढ़ाई करना, लाखों बच्चों के ऊपर इस देश का भविष्य है।
उन्होंने बच्चों को संबोधित करते हुए कहा, माता-पिता को परेशान मत करना, पढ़ाई से जी मत चुराना, अच्छे से पास होना। भले ही मैं जेल चला जाऊंगा लेकिन मुझे सारी खबर मिलती रहेगी कि बच्चे पढ़ाई कर रहे हैं या नहीं। स्कूल ठीक से चल रहे हैं या नहीं। अगर मुझे पता चला कि स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों ने लापरवाही शुरू कर दी है तो मुझे खराब लगेगा और मैं खाना छोड़ दूंगा। बच्चों पढ़ाई मेहनत से करनी है मेरे जेल जाने पर भी स्कूलों का नाम नीचे नहीं करना। मां बाप का नाम नीचे नहीं करना। खूब मेहनत से पढ़ाई करना।
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उन्होंने कहा, जब मैं एक टीवी चैनल में नौकरी करता था अच्छा खासा प्रमोशन मिलता था। अच्छी सैलरी आती थी टीवी के लिए रिपोटिर्ंग करता था, एंकरिंग करता था, अच्छी जिंदगी चल रही थी। लेकिन मैं सब कुछ छोड़ छाड़ के अरविंद केजरीवाल जी के साथ काम करने लगा। उनके साथ झुग्गियों में जाकर काम करने लगा, उस वक्त मेरी पत्नी ने मेरा सबसे ज्यादा साथ दिया। आज यह लोग मुझे जेल भेज रहे हैं तो मेरी वाइफ घर पर अकेली है यह बात मैं इसलिए कह रहा हूं मेरा एक बेटा है जो यूनिवर्सिटी में पढ़ता है और मेरी बीमार पत्नी घर पर अकेली रहेगी आपको मेरे परिवार का ध्यान रखना है।
आगे मनीष सिसोदिया ने कहा कि दूसरी चीज मैं आप सब से यह कहना चाहता हूं, स्कूलों में पढ़ रहे बच्चों से मुझे बहुत प्यार है। मैं उन बच्चों से कहना चाहता हूं कि आप के शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया और मनीष चाचा अगर जेल चले गए, तो बस छुट्टी हो गई। अभी छुट्टी नहीं होने वाली, मैं बच्चों से कहना चाहता हूं इतनी मेहनत करना जितनी मैं अपेक्षा करता हूं। जो स्कूलों में बच्चे पढ़ रहे हैं मैं उनसे कहना चाहता हूं खूब मन लगाकर पढ़ाई करना, लाखों बच्चों के ऊपर इस देश का भविष्य है।
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उन्होंने कहा, जब मैं एक टीवी चैनल में नौकरी करता था अच्छा खासा प्रमोशन मिलता था। अच्छी सैलरी आती थी टीवी के लिए रिपोटिर्ंग करता था, एंकरिंग करता था, अच्छी जिंदगी चल रही थी। लेकिन मैं सब कुछ छोड़ छाड़ के अरविंद केजरीवाल जी के साथ काम करने लगा। उनके साथ झुग्गियों में जाकर काम करने लगा, उस वक्त मेरी पत्नी ने मेरा सबसे ज्यादा साथ दिया। आज यह लोग मुझे जेल भेज रहे हैं तो मेरी वाइफ घर पर अकेली है यह बात मैं इसलिए कह रहा हूं मेरा एक बेटा है जो यूनिवर्सिटी में पढ़ता है और मेरी बीमार पत्नी घर पर अकेली रहेगी आपको मेरे परिवार का ध्यान रखना है।
आगे मनीष सिसोदिया ने कहा कि दूसरी चीज मैं आप सब से यह कहना चाहता हूं, स्कूलों में पढ़ रहे बच्चों से मुझे बहुत प्यार है। मैं उन बच्चों से कहना चाहता हूं कि आप के शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया और मनीष चाचा अगर जेल चले गए, तो बस छुट्टी हो गई। अभी छुट्टी नहीं होने वाली, मैं बच्चों से कहना चाहता हूं इतनी मेहनत करना जितनी मैं अपेक्षा करता हूं। जो स्कूलों में बच्चे पढ़ रहे हैं मैं उनसे कहना चाहता हूं खूब मन लगाकर पढ़ाई करना, लाखों बच्चों के ऊपर इस देश का भविष्य है।
उन्होंने बच्चों को संबोधित करते हुए कहा, माता-पिता को परेशान मत करना, पढ़ाई से जी मत चुराना, अच्छे से पास होना। भले ही मैं जेल चला जाऊंगा लेकिन मुझे सारी खबर मिलती रहेगी कि बच्चे पढ़ाई कर रहे हैं या नहीं। स्कूल ठीक से चल रहे हैं या नहीं। अगर मुझे पता चला कि स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों ने लापरवाही शुरू कर दी है तो मुझे खराब लगेगा और मैं खाना छोड़ दूंगा। बच्चों पढ़ाई मेहनत से करनी है मेरे जेल जाने पर भी स्कूलों का नाम नीचे नहीं करना। मां बाप का नाम नीचे नहीं करना। खूब मेहनत से पढ़ाई करना।
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उन्होंने कहा, जब मैं एक टीवी चैनल में नौकरी करता था अच्छा खासा प्रमोशन मिलता था। अच्छी सैलरी आती थी टीवी के लिए रिपोटिर्ंग करता था, एंकरिंग करता था, अच्छी जिंदगी चल रही थी। लेकिन मैं सब कुछ छोड़ छाड़ के अरविंद केजरीवाल जी के साथ काम करने लगा। उनके साथ झुग्गियों में जाकर काम करने लगा, उस वक्त मेरी पत्नी ने मेरा सबसे ज्यादा साथ दिया। आज यह लोग मुझे जेल भेज रहे हैं तो मेरी वाइफ घर पर अकेली है यह बात मैं इसलिए कह रहा हूं मेरा एक बेटा है जो यूनिवर्सिटी में पढ़ता है और मेरी बीमार पत्नी घर पर अकेली रहेगी आपको मेरे परिवार का ध्यान रखना है।
आगे मनीष सिसोदिया ने कहा कि दूसरी चीज मैं आप सब से यह कहना चाहता हूं, स्कूलों में पढ़ रहे बच्चों से मुझे बहुत प्यार है। मैं उन बच्चों से कहना चाहता हूं कि आप के शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया और मनीष चाचा अगर जेल चले गए, तो बस छुट्टी हो गई। अभी छुट्टी नहीं होने वाली, मैं बच्चों से कहना चाहता हूं इतनी मेहनत करना जितनी मैं अपेक्षा करता हूं। जो स्कूलों में बच्चे पढ़ रहे हैं मैं उनसे कहना चाहता हूं खूब मन लगाकर पढ़ाई करना, लाखों बच्चों के ऊपर इस देश का भविष्य है।
उन्होंने बच्चों को संबोधित करते हुए कहा, माता-पिता को परेशान मत करना, पढ़ाई से जी मत चुराना, अच्छे से पास होना। भले ही मैं जेल चला जाऊंगा लेकिन मुझे सारी खबर मिलती रहेगी कि बच्चे पढ़ाई कर रहे हैं या नहीं। स्कूल ठीक से चल रहे हैं या नहीं। अगर मुझे पता चला कि स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों ने लापरवाही शुरू कर दी है तो मुझे खराब लगेगा और मैं खाना छोड़ दूंगा। बच्चों पढ़ाई मेहनत से करनी है मेरे जेल जाने पर भी स्कूलों का नाम नीचे नहीं करना। मां बाप का नाम नीचे नहीं करना। खूब मेहनत से पढ़ाई करना।
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आगे मनीष सिसोदिया ने कहा कि दूसरी चीज मैं आप सब से यह कहना चाहता हूं, स्कूलों में पढ़ रहे बच्चों से मुझे बहुत प्यार है। मैं उन बच्चों से कहना चाहता हूं कि आप के शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया और मनीष चाचा अगर जेल चले गए, तो बस छुट्टी हो गई। अभी छुट्टी नहीं होने वाली, मैं बच्चों से कहना चाहता हूं इतनी मेहनत करना जितनी मैं अपेक्षा करता हूं। जो स्कूलों में बच्चे पढ़ रहे हैं मैं उनसे कहना चाहता हूं खूब मन लगाकर पढ़ाई करना, लाखों बच्चों के ऊपर इस देश का भविष्य है।
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उन्होंने कहा, जब मैं एक टीवी चैनल में नौकरी करता था अच्छा खासा प्रमोशन मिलता था। अच्छी सैलरी आती थी टीवी के लिए रिपोटिर्ंग करता था, एंकरिंग करता था, अच्छी जिंदगी चल रही थी। लेकिन मैं सब कुछ छोड़ छाड़ के अरविंद केजरीवाल जी के साथ काम करने लगा। उनके साथ झुग्गियों में जाकर काम करने लगा, उस वक्त मेरी पत्नी ने मेरा सबसे ज्यादा साथ दिया। आज यह लोग मुझे जेल भेज रहे हैं तो मेरी वाइफ घर पर अकेली है यह बात मैं इसलिए कह रहा हूं मेरा एक बेटा है जो यूनिवर्सिटी में पढ़ता है और मेरी बीमार पत्नी घर पर अकेली रहेगी आपको मेरे परिवार का ध्यान रखना है।
आगे मनीष सिसोदिया ने कहा कि दूसरी चीज मैं आप सब से यह कहना चाहता हूं, स्कूलों में पढ़ रहे बच्चों से मुझे बहुत प्यार है। मैं उन बच्चों से कहना चाहता हूं कि आप के शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया और मनीष चाचा अगर जेल चले गए, तो बस छुट्टी हो गई। अभी छुट्टी नहीं होने वाली, मैं बच्चों से कहना चाहता हूं इतनी मेहनत करना जितनी मैं अपेक्षा करता हूं। जो स्कूलों में बच्चे पढ़ रहे हैं मैं उनसे कहना चाहता हूं खूब मन लगाकर पढ़ाई करना, लाखों बच्चों के ऊपर इस देश का भविष्य है।
उन्होंने बच्चों को संबोधित करते हुए कहा, माता-पिता को परेशान मत करना, पढ़ाई से जी मत चुराना, अच्छे से पास होना। भले ही मैं जेल चला जाऊंगा लेकिन मुझे सारी खबर मिलती रहेगी कि बच्चे पढ़ाई कर रहे हैं या नहीं। स्कूल ठीक से चल रहे हैं या नहीं। अगर मुझे पता चला कि स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों ने लापरवाही शुरू कर दी है तो मुझे खराब लगेगा और मैं खाना छोड़ दूंगा। बच्चों पढ़ाई मेहनत से करनी है मेरे जेल जाने पर भी स्कूलों का नाम नीचे नहीं करना। मां बाप का नाम नीचे नहीं करना। खूब मेहनत से पढ़ाई करना।
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उन्होंने कहा, जब मैं एक टीवी चैनल में नौकरी करता था अच्छा खासा प्रमोशन मिलता था। अच्छी सैलरी आती थी टीवी के लिए रिपोटिर्ंग करता था, एंकरिंग करता था, अच्छी जिंदगी चल रही थी। लेकिन मैं सब कुछ छोड़ छाड़ के अरविंद केजरीवाल जी के साथ काम करने लगा। उनके साथ झुग्गियों में जाकर काम करने लगा, उस वक्त मेरी पत्नी ने मेरा सबसे ज्यादा साथ दिया। आज यह लोग मुझे जेल भेज रहे हैं तो मेरी वाइफ घर पर अकेली है यह बात मैं इसलिए कह रहा हूं मेरा एक बेटा है जो यूनिवर्सिटी में पढ़ता है और मेरी बीमार पत्नी घर पर अकेली रहेगी आपको मेरे परिवार का ध्यान रखना है।
आगे मनीष सिसोदिया ने कहा कि दूसरी चीज मैं आप सब से यह कहना चाहता हूं, स्कूलों में पढ़ रहे बच्चों से मुझे बहुत प्यार है। मैं उन बच्चों से कहना चाहता हूं कि आप के शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया और मनीष चाचा अगर जेल चले गए, तो बस छुट्टी हो गई। अभी छुट्टी नहीं होने वाली, मैं बच्चों से कहना चाहता हूं इतनी मेहनत करना जितनी मैं अपेक्षा करता हूं। जो स्कूलों में बच्चे पढ़ रहे हैं मैं उनसे कहना चाहता हूं खूब मन लगाकर पढ़ाई करना, लाखों बच्चों के ऊपर इस देश का भविष्य है।
उन्होंने बच्चों को संबोधित करते हुए कहा, माता-पिता को परेशान मत करना, पढ़ाई से जी मत चुराना, अच्छे से पास होना। भले ही मैं जेल चला जाऊंगा लेकिन मुझे सारी खबर मिलती रहेगी कि बच्चे पढ़ाई कर रहे हैं या नहीं। स्कूल ठीक से चल रहे हैं या नहीं। अगर मुझे पता चला कि स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों ने लापरवाही शुरू कर दी है तो मुझे खराब लगेगा और मैं खाना छोड़ दूंगा। बच्चों पढ़ाई मेहनत से करनी है मेरे जेल जाने पर भी स्कूलों का नाम नीचे नहीं करना। मां बाप का नाम नीचे नहीं करना। खूब मेहनत से पढ़ाई करना।
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आगे मनीष सिसोदिया ने कहा कि दूसरी चीज मैं आप सब से यह कहना चाहता हूं, स्कूलों में पढ़ रहे बच्चों से मुझे बहुत प्यार है। मैं उन बच्चों से कहना चाहता हूं कि आप के शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया और मनीष चाचा अगर जेल चले गए, तो बस छुट्टी हो गई। अभी छुट्टी नहीं होने वाली, मैं बच्चों से कहना चाहता हूं इतनी मेहनत करना जितनी मैं अपेक्षा करता हूं। जो स्कूलों में बच्चे पढ़ रहे हैं मैं उनसे कहना चाहता हूं खूब मन लगाकर पढ़ाई करना, लाखों बच्चों के ऊपर इस देश का भविष्य है।
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उन्होंने कहा, जब मैं एक टीवी चैनल में नौकरी करता था अच्छा खासा प्रमोशन मिलता था। अच्छी सैलरी आती थी टीवी के लिए रिपोटिर्ंग करता था, एंकरिंग करता था, अच्छी जिंदगी चल रही थी। लेकिन मैं सब कुछ छोड़ छाड़ के अरविंद केजरीवाल जी के साथ काम करने लगा। उनके साथ झुग्गियों में जाकर काम करने लगा, उस वक्त मेरी पत्नी ने मेरा सबसे ज्यादा साथ दिया। आज यह लोग मुझे जेल भेज रहे हैं तो मेरी वाइफ घर पर अकेली है यह बात मैं इसलिए कह रहा हूं मेरा एक बेटा है जो यूनिवर्सिटी में पढ़ता है और मेरी बीमार पत्नी घर पर अकेली रहेगी आपको मेरे परिवार का ध्यान रखना है।
आगे मनीष सिसोदिया ने कहा कि दूसरी चीज मैं आप सब से यह कहना चाहता हूं, स्कूलों में पढ़ रहे बच्चों से मुझे बहुत प्यार है। मैं उन बच्चों से कहना चाहता हूं कि आप के शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया और मनीष चाचा अगर जेल चले गए, तो बस छुट्टी हो गई। अभी छुट्टी नहीं होने वाली, मैं बच्चों से कहना चाहता हूं इतनी मेहनत करना जितनी मैं अपेक्षा करता हूं। जो स्कूलों में बच्चे पढ़ रहे हैं मैं उनसे कहना चाहता हूं खूब मन लगाकर पढ़ाई करना, लाखों बच्चों के ऊपर इस देश का भविष्य है।
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नई दिल्ली, 26 फरवरी (आईएएनएस)। दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने सीबीआई दफ्तर जाने से पहले मीडिया के सामने दिल्ली की जनता को संबोधित करते हुए कहा कि मेरी जिंदगी में तरह-तरह के उतार-चढ़ाव आए। इन सारे उतार-चढ़ाव में एक बात मैं कहना चाहता हूं कि मेरी पत्नी ने मेरा हमेशा साथ दिया। मेरे परिवार ने, आपके पूरे बड़े परिवार ने, और मेरे छोटे से परिवार ने, हमेशा बहुत साथ दिया है।
उन्होंने कहा, जब मैं एक टीवी चैनल में नौकरी करता था अच्छा खासा प्रमोशन मिलता था। अच्छी सैलरी आती थी टीवी के लिए रिपोटिर्ंग करता था, एंकरिंग करता था, अच्छी जिंदगी चल रही थी। लेकिन मैं सब कुछ छोड़ छाड़ के अरविंद केजरीवाल जी के साथ काम करने लगा। उनके साथ झुग्गियों में जाकर काम करने लगा, उस वक्त मेरी पत्नी ने मेरा सबसे ज्यादा साथ दिया। आज यह लोग मुझे जेल भेज रहे हैं तो मेरी वाइफ घर पर अकेली है यह बात मैं इसलिए कह रहा हूं मेरा एक बेटा है जो यूनिवर्सिटी में पढ़ता है और मेरी बीमार पत्नी घर पर अकेली रहेगी आपको मेरे परिवार का ध्यान रखना है।
आगे मनीष सिसोदिया ने कहा कि दूसरी चीज मैं आप सब से यह कहना चाहता हूं, स्कूलों में पढ़ रहे बच्चों से मुझे बहुत प्यार है। मैं उन बच्चों से कहना चाहता हूं कि आप के शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया और मनीष चाचा अगर जेल चले गए, तो बस छुट्टी हो गई। अभी छुट्टी नहीं होने वाली, मैं बच्चों से कहना चाहता हूं इतनी मेहनत करना जितनी मैं अपेक्षा करता हूं। जो स्कूलों में बच्चे पढ़ रहे हैं मैं उनसे कहना चाहता हूं खूब मन लगाकर पढ़ाई करना, लाखों बच्चों के ऊपर इस देश का भविष्य है।
उन्होंने बच्चों को संबोधित करते हुए कहा, माता-पिता को परेशान मत करना, पढ़ाई से जी मत चुराना, अच्छे से पास होना। भले ही मैं जेल चला जाऊंगा लेकिन मुझे सारी खबर मिलती रहेगी कि बच्चे पढ़ाई कर रहे हैं या नहीं। स्कूल ठीक से चल रहे हैं या नहीं। अगर मुझे पता चला कि स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों ने लापरवाही शुरू कर दी है तो मुझे खराब लगेगा और मैं खाना छोड़ दूंगा। बच्चों पढ़ाई मेहनत से करनी है मेरे जेल जाने पर भी स्कूलों का नाम नीचे नहीं करना। मां बाप का नाम नीचे नहीं करना। खूब मेहनत से पढ़ाई करना।
–आईएएनएस
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नई दिल्ली, 26 फरवरी (आईएएनएस)। दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने सीबीआई दफ्तर जाने से पहले मीडिया के सामने दिल्ली की जनता को संबोधित करते हुए कहा कि मेरी जिंदगी में तरह-तरह के उतार-चढ़ाव आए। इन सारे उतार-चढ़ाव में एक बात मैं कहना चाहता हूं कि मेरी पत्नी ने मेरा हमेशा साथ दिया। मेरे परिवार ने, आपके पूरे बड़े परिवार ने, और मेरे छोटे से परिवार ने, हमेशा बहुत साथ दिया है।
उन्होंने कहा, जब मैं एक टीवी चैनल में नौकरी करता था अच्छा खासा प्रमोशन मिलता था। अच्छी सैलरी आती थी टीवी के लिए रिपोटिर्ंग करता था, एंकरिंग करता था, अच्छी जिंदगी चल रही थी। लेकिन मैं सब कुछ छोड़ छाड़ के अरविंद केजरीवाल जी के साथ काम करने लगा। उनके साथ झुग्गियों में जाकर काम करने लगा, उस वक्त मेरी पत्नी ने मेरा सबसे ज्यादा साथ दिया। आज यह लोग मुझे जेल भेज रहे हैं तो मेरी वाइफ घर पर अकेली है यह बात मैं इसलिए कह रहा हूं मेरा एक बेटा है जो यूनिवर्सिटी में पढ़ता है और मेरी बीमार पत्नी घर पर अकेली रहेगी आपको मेरे परिवार का ध्यान रखना है।
आगे मनीष सिसोदिया ने कहा कि दूसरी चीज मैं आप सब से यह कहना चाहता हूं, स्कूलों में पढ़ रहे बच्चों से मुझे बहुत प्यार है। मैं उन बच्चों से कहना चाहता हूं कि आप के शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया और मनीष चाचा अगर जेल चले गए, तो बस छुट्टी हो गई। अभी छुट्टी नहीं होने वाली, मैं बच्चों से कहना चाहता हूं इतनी मेहनत करना जितनी मैं अपेक्षा करता हूं। जो स्कूलों में बच्चे पढ़ रहे हैं मैं उनसे कहना चाहता हूं खूब मन लगाकर पढ़ाई करना, लाखों बच्चों के ऊपर इस देश का भविष्य है।
उन्होंने बच्चों को संबोधित करते हुए कहा, माता-पिता को परेशान मत करना, पढ़ाई से जी मत चुराना, अच्छे से पास होना। भले ही मैं जेल चला जाऊंगा लेकिन मुझे सारी खबर मिलती रहेगी कि बच्चे पढ़ाई कर रहे हैं या नहीं। स्कूल ठीक से चल रहे हैं या नहीं। अगर मुझे पता चला कि स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों ने लापरवाही शुरू कर दी है तो मुझे खराब लगेगा और मैं खाना छोड़ दूंगा। बच्चों पढ़ाई मेहनत से करनी है मेरे जेल जाने पर भी स्कूलों का नाम नीचे नहीं करना। मां बाप का नाम नीचे नहीं करना। खूब मेहनत से पढ़ाई करना।
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नई दिल्ली, 26 फरवरी (आईएएनएस)। दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने सीबीआई दफ्तर जाने से पहले मीडिया के सामने दिल्ली की जनता को संबोधित करते हुए कहा कि मेरी जिंदगी में तरह-तरह के उतार-चढ़ाव आए। इन सारे उतार-चढ़ाव में एक बात मैं कहना चाहता हूं कि मेरी पत्नी ने मेरा हमेशा साथ दिया। मेरे परिवार ने, आपके पूरे बड़े परिवार ने, और मेरे छोटे से परिवार ने, हमेशा बहुत साथ दिया है।
उन्होंने कहा, जब मैं एक टीवी चैनल में नौकरी करता था अच्छा खासा प्रमोशन मिलता था। अच्छी सैलरी आती थी टीवी के लिए रिपोटिर्ंग करता था, एंकरिंग करता था, अच्छी जिंदगी चल रही थी। लेकिन मैं सब कुछ छोड़ छाड़ के अरविंद केजरीवाल जी के साथ काम करने लगा। उनके साथ झुग्गियों में जाकर काम करने लगा, उस वक्त मेरी पत्नी ने मेरा सबसे ज्यादा साथ दिया। आज यह लोग मुझे जेल भेज रहे हैं तो मेरी वाइफ घर पर अकेली है यह बात मैं इसलिए कह रहा हूं मेरा एक बेटा है जो यूनिवर्सिटी में पढ़ता है और मेरी बीमार पत्नी घर पर अकेली रहेगी आपको मेरे परिवार का ध्यान रखना है।
आगे मनीष सिसोदिया ने कहा कि दूसरी चीज मैं आप सब से यह कहना चाहता हूं, स्कूलों में पढ़ रहे बच्चों से मुझे बहुत प्यार है। मैं उन बच्चों से कहना चाहता हूं कि आप के शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया और मनीष चाचा अगर जेल चले गए, तो बस छुट्टी हो गई। अभी छुट्टी नहीं होने वाली, मैं बच्चों से कहना चाहता हूं इतनी मेहनत करना जितनी मैं अपेक्षा करता हूं। जो स्कूलों में बच्चे पढ़ रहे हैं मैं उनसे कहना चाहता हूं खूब मन लगाकर पढ़ाई करना, लाखों बच्चों के ऊपर इस देश का भविष्य है।
उन्होंने बच्चों को संबोधित करते हुए कहा, माता-पिता को परेशान मत करना, पढ़ाई से जी मत चुराना, अच्छे से पास होना। भले ही मैं जेल चला जाऊंगा लेकिन मुझे सारी खबर मिलती रहेगी कि बच्चे पढ़ाई कर रहे हैं या नहीं। स्कूल ठीक से चल रहे हैं या नहीं। अगर मुझे पता चला कि स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों ने लापरवाही शुरू कर दी है तो मुझे खराब लगेगा और मैं खाना छोड़ दूंगा। बच्चों पढ़ाई मेहनत से करनी है मेरे जेल जाने पर भी स्कूलों का नाम नीचे नहीं करना। मां बाप का नाम नीचे नहीं करना। खूब मेहनत से पढ़ाई करना।
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नई दिल्ली, 26 फरवरी (आईएएनएस)। दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने सीबीआई दफ्तर जाने से पहले मीडिया के सामने दिल्ली की जनता को संबोधित करते हुए कहा कि मेरी जिंदगी में तरह-तरह के उतार-चढ़ाव आए। इन सारे उतार-चढ़ाव में एक बात मैं कहना चाहता हूं कि मेरी पत्नी ने मेरा हमेशा साथ दिया। मेरे परिवार ने, आपके पूरे बड़े परिवार ने, और मेरे छोटे से परिवार ने, हमेशा बहुत साथ दिया है।
उन्होंने कहा, जब मैं एक टीवी चैनल में नौकरी करता था अच्छा खासा प्रमोशन मिलता था। अच्छी सैलरी आती थी टीवी के लिए रिपोटिर्ंग करता था, एंकरिंग करता था, अच्छी जिंदगी चल रही थी। लेकिन मैं सब कुछ छोड़ छाड़ के अरविंद केजरीवाल जी के साथ काम करने लगा। उनके साथ झुग्गियों में जाकर काम करने लगा, उस वक्त मेरी पत्नी ने मेरा सबसे ज्यादा साथ दिया। आज यह लोग मुझे जेल भेज रहे हैं तो मेरी वाइफ घर पर अकेली है यह बात मैं इसलिए कह रहा हूं मेरा एक बेटा है जो यूनिवर्सिटी में पढ़ता है और मेरी बीमार पत्नी घर पर अकेली रहेगी आपको मेरे परिवार का ध्यान रखना है।
आगे मनीष सिसोदिया ने कहा कि दूसरी चीज मैं आप सब से यह कहना चाहता हूं, स्कूलों में पढ़ रहे बच्चों से मुझे बहुत प्यार है। मैं उन बच्चों से कहना चाहता हूं कि आप के शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया और मनीष चाचा अगर जेल चले गए, तो बस छुट्टी हो गई। अभी छुट्टी नहीं होने वाली, मैं बच्चों से कहना चाहता हूं इतनी मेहनत करना जितनी मैं अपेक्षा करता हूं। जो स्कूलों में बच्चे पढ़ रहे हैं मैं उनसे कहना चाहता हूं खूब मन लगाकर पढ़ाई करना, लाखों बच्चों के ऊपर इस देश का भविष्य है।
उन्होंने बच्चों को संबोधित करते हुए कहा, माता-पिता को परेशान मत करना, पढ़ाई से जी मत चुराना, अच्छे से पास होना। भले ही मैं जेल चला जाऊंगा लेकिन मुझे सारी खबर मिलती रहेगी कि बच्चे पढ़ाई कर रहे हैं या नहीं। स्कूल ठीक से चल रहे हैं या नहीं। अगर मुझे पता चला कि स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों ने लापरवाही शुरू कर दी है तो मुझे खराब लगेगा और मैं खाना छोड़ दूंगा। बच्चों पढ़ाई मेहनत से करनी है मेरे जेल जाने पर भी स्कूलों का नाम नीचे नहीं करना। मां बाप का नाम नीचे नहीं करना। खूब मेहनत से पढ़ाई करना।