नई दिल्ली, 3 अक्टूबर (आईएएनएस)। दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने शुक्रवार को कहा कि पूर्वोत्तर के छात्रों की सुरक्षा, शिक्षा और भविष्य सुनिश्चित करना उनकी सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है।
तालकटोरा स्टेडियम में आयोजित 8वें पूर्वोत्तर छात्र महोत्सव (एनईएसटी फेस्ट 2025) में सीएम रेखा गुप्ता ने दिल्ली में रहने वाले पूर्वोत्तर के छात्रों और युवाओं को आश्वासन दिया कि सरकार उनकी सुरक्षा, शिक्षा और भविष्य के लिए उनके साथ मजबूती से खड़ी है।
उन्होंने घोषणा की कि आने वाले वर्षों में दिल्ली सरकार के सहयोग से पूर्वोत्तर छात्र महोत्सव का आयोजन और भी बड़े पैमाने पर किया जाएगा।
इस अवसर पर पूर्व सेना प्रमुख एवं मिजोरम के राज्यपाल वीके सिंह, भाजपा के पूर्व राष्ट्रीय सचिव एवं माई होम इंडिया के संस्थापक सुनील देवधर सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित रहे।
कार्यक्रम में उपस्थित युवाओं को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि सम्पूर्ण भारत का सार तीन शब्दों ‘मेरा घर भारत’ में समाहित है।
उन्होंने पूर्वोत्तर राज्यों की समृद्ध संस्कृति, परंपराओं और प्राकृतिक सौंदर्य की प्रशंसा की और कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में यह क्षेत्र अब राष्ट्र की मुख्यधारा से मजबूती से जुड़ गया है।
उन्होंने कहा कि पूर्वोत्तर राज्यों में अब सड़कें, रेलवे, हवाई अड्डे, कॉलेज और आईआईटी जैसी सुविधाएं पहुंच गई हैं, जिन्हें पहले आखिरी छोर कहा जाता था।
सीएम रेखा गुप्ता ने दिल्ली में रहने वाले पूर्वोत्तर के छात्रों और युवाओं से कहा कि दिल्ली भी उनका अपना घर है। उन्होंने पूर्वोत्तर राज्यों के पारंपरिक परिधानों, साड़ियों और विविध सांस्कृतिक रंगों की प्रशंसा की और कहा कि भारत का हर राज्य अपनी अनूठी सुंदरता और गर्व का प्रतीक है।
एक अन्य घटनाक्रम में, दिल्ली पर्यटन विभाग ने ऐतिहासिक पुराना किला परिसर में भारतीय शास्त्रीय नृत्यों के भव्य संगम, इंद्रप्रस्थ नृत्य महोत्सव का उद्घाटन किया।
यह तीन दिवसीय उत्सव देश भर के प्रसिद्ध कलाकारों को एक साथ लाता है, जो अपनी अद्भुत प्रतिभा दिखाते हैं।
दिल्ली सरकार में मंत्री कपिल मिश्रा ने कहा कि दिल्ली में एक के बाद एक शानदार सांस्कृतिक कार्यक्रम हो रहे हैं। पिछले कुछ महीनों में नवरात्रि, गरबा और तीज के भव्य उत्सव हुए, शायद दिल्ली के इतिहास में पहली बार इतने बड़े पैमाने पर।
उन्होंने आगे कहा कि आज पुराना किला इस नृत्य महोत्सव का गवाह है। यहाँ हम केवल नृत्य ही नहीं, बल्कि भारत की विविध और समृद्ध सांस्कृतिक परंपराओं का संगम देख रहे हैं। यह महोत्सव भावी पीढ़ियों को कला और संस्कृति से जोड़ने का एक मजबूत माध्यम है। मैं अपील करता हूँ कि दिल्ली में भविष्य के आयोजनों में हमारी सभ्यता, परंपराओं और इतिहास के छिपे पहलुओं को भी उजागर किया जाए।
–आईएएनएस
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