मुंबई, 12 मार्च (आईएएनएस)। शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह द्वारा उनके और अन्य विपक्षी नेताओं पर लगाए गए वंशवादी राजनीति के आरोप का जोरदार विरोध किया।
महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री ने भाजपा के शीर्ष नेतृत्व को अपने वंशवाद के बारे में बात करने की चुनौती देते हुए कहा कि उन्हें समाज में अपने परिवार के योगदान के बारे में बात करने पर गर्व है।
महाराष्ट्र के विदर्भ क्षेत्र के यवतमाल जिले के रालेगांव गांव में एक जन संपर्क कार्यक्रम में उन्होंने कहा, “असल में मुझे आपको अपने परिवार के बारे में बताने की जरूरत नहीं है। मेरे पिता, मेरे दादा, परदादा, सभी सार्वजनिक सेवा में थे। सभी ने लोगों के कल्याण के लिए बलिदान दिया।”
उन्होंने कहा, “हर किसी ने देखा है कि मैंने कोरोना वायरस महामारी के दौरान क्या किया। मेरे दादाजी के पिता सीताराम ठाकरे ने प्लेग महामारी के दौरान बहुत अच्छा काम किया था। उस समय हमारा परिवार पनवेल में रहता था। हमारे देश में प्लेग फैला हुआ था और लोग उससे मर रहे थे।“
परिवारवाद के आरोप का खंडन करते हुए शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख ने कहा, “उस कठिन समय में शवों को ले जाने वाला कोई नहीं था। उस समय सीताराम ठाकरे ने शवों को कंधा दिया था। अंत में उन्हें भी प्लेग हो गया और उनकी मृत्यु हो गई। यह ठाकरे परिवार का इतिहास है।”
वह हाल ही में उत्तर महाराष्ट्र के जलगांव जिले में संबोधित की गई एक रैली में केंद्रीय गृहमंत्री के उस कटाक्ष का जवाब दे रहे थे, जिसमें उन्होंने कहा था कि उद्धव ठाकरे एक शिवसैनिक के बजाय अपने बेटे (आदित्य) को मुख्यमंत्री बनाना चाहते हैं, जबकि एनसीपी (एसपी) प्रमुख शरद पवार अपनी बेटी सुप्रिया सुले को महाराष्ट्र की मुख्यमंत्री बनाने के इच्छुक हैं।
वरिष्ठ नेता ने कहा, “आदित्य केवल लोगों के आशीर्वाद से ही मुख्यमंत्री बन सकते हैं। ये लोग लोकसभा चुनाव से पहले मुझ पर आरोप लगाते हैं, लेकिन आम चुनाव लड़कर कोई मुख्यमंत्री नहीं बन सकता। अगर लोग विधानसभा के लिए वोट नहीं देंगे तो कोई मुख्यमंत्री नहीं बन सकता। मुख्यमंत्री का पद बीसीसीआई सचिव (जय शाह का जिक्र) का पद नहीं है।”
उन्होंने आगे कहा, “अगर आप हमारे बच्चों के बारे में बात कर रहे हैं, तो हम आपके बेेेटे के बारे में बात क्यों न करें।”
–आईएएनएस
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