नई दिल्ली, 7 जून (आईएएनएस)। दिल्ली पुलिस के विशेष प्रकोष्ठ ने राष्ट्रीय राजधानी के मोरी गेट इलाके में एक ट्रैवल एजेंट की हत्या के मामले में एक पूर्व सैनिक को गिरफ्तार किया है।
आरोपी एक बस सेवा का संचालन कर रहा था। जब उसे पता चला कि ट्रैवल एजेंट भी बस सेवा शुरू करने की कोशिश में है, तो आरोपी ने अपने सहयोगी के साथ मिलकर ट्रैवल एजेंट को गोली मार दी।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के अनुसार, संजेश चौहान के रूप में पहचाने गए आरोपी को उत्तर प्रदेश के इटावा में पकड़ा गया।
अधिकारी ने कहा, इंस्पेक्टर शिव कुमार और एसीपी अत्तर सिंह की टीम को जब आरोपी के बारे में गुप्त सूचना मिली तो उन्होंने उसे पकड़ने के लिए एक टीम बनाई और उसे गिरफ्तार कर लिया।
उन्होंने बताया कि चौहान ने 7 फरवरी को मोरी गेट इलाके में एक ट्रैवल एजेंट अखिलेश तिवारी की कथित तौर पर हत्या कर दी थी और तब से फरार था।
अधिकारी ने आगे कहा कि चौहान को हाल ही में एक अदालत ने गैर जमानती वारंट जारी किया था।
एसीपी अत्तर सिंह ने बताया, चौहान की गतिविधियों को इटावा तक ट्रेस किया गया था। एक टीम भेजी गई और उसे गिरफ्तार कर लिया गया। वह दिल्ली-इटावा-कानपुर मार्ग पर चार बसों का संचालन कर रहा था। अखिलेश तिवारी मोरी गेट इलाके में बतौर ट्रैवल एजेंट चौहान द्वारा संचालित बसों के लिए टिकट बुक करता था। तिवारी उसी रूट पर अपनी बस सेवा शुरू करना चाहता था, जिससे चौहान नाराज हो गया। इसके अलावा, तिवारी पर चौहान का 1.5 लाख रुपये बकाया था। इन्हीं कारणों से चौहान ने उसकी हत्या कर दी।
उन्होंने बताया कि चौहान ने जनवरी 2021 में भारतीय सेना से सेवानिवृत्त होने के बाद चार बसें खरीदी थीं। उसने इन बसों को दिल्ली-इटावा-कानपुर रूट पर चलाना शुरू किया।
इस मामले में चौहान के सहयोगी बाबा नामक शख्स को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है। बाबा इटावा का कुख्यात अपराधी है और उसके खिलाफ 50 आपराधिक मामले दर्ज हैं।
पुलिस को पता चला है कि चौहान जनवरी 2023 में उत्तर प्रदेश के इटावा में एक व्यक्ति को आर्थिक नुकसान पहुंचाने और डराने-धमकाने के एक अन्य मामले में भी शामिल रहा है।
–आईएएनएस
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