नई दिल्ली, 6 मई (आईएएनएस)। पेमेंट्स और फाइनेंशियल सर्विसेज कंपनी पेटीएम ने मंगलवार को वित्त वर्ष 2025 की मार्च तिमाही के लिए मजबूत प्रदर्शन की सूचना दी, जो कंपनी के कोर बिजनेस सेगमेंट में निरंतर वृद्धि को दर्शाता है।
कंपनी ने 1,911 करोड़ रुपए का राजस्व हासिल किया, जो 5 प्रतिशत क्रमिक वृद्धि को दर्शाता है। साथ ही ईएसओपी लाभप्रदता से पहले 81 करोड़ रुपए के ईबीआईटीडीए के साथ एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर हासिल किया।
कंपनी ने लाभप्रदता में भी सुधार दर्ज किया, जिसमें कंपनी ने अपने प्रॉफिट आफ्टर टैक्स (पीएटी) घाटे को घटाकर केवल 23 करोड़ रुपए कर दिया, जो पिछली तिमाही से 185 करोड़ रुपए का सुधार है।
इसमें 522 करोड़ रुपए का वन-टाइम ईएसओपी चार्ज शामिल नहीं है।
संस्थापक और सीईओ विजय शेखर शर्मा ने स्वेच्छा से 2.1 करोड़ रुपए ईएसओपी सरेंडर कर दिए हैं, जिसके परिणामस्वरूप एक बार का नॉन-कैश अकाउंटिंग चार्ज लगेगा, लेकिन इससे वित्त वर्ष 2026 की पहली तिमाही से ईएसओपी लागत में पर्याप्त गिरावट आने की संभावना है।
कंपनी ने अर्निंग रिलीज स्टेटमेंट में कहा कि वित्त वर्ष 2026 की पहली तिमाही से ईएसओपी लागत काफी कम होगी। वित्त वर्ष 2026 की पहली तिमाही में ईएसओपी लागत 75-100 करोड़ रुपए के बीच रहने का अनुमान है, जबकि वित्त वर्ष 2025 की चौथी तिमाही में यह 169 करोड़ रुपए है।
यह प्रदर्शन पेटीएम के परिचालन दक्षता और अनुशासित लागत प्रबंधन पर ध्यान केंद्रित करने को दर्शाता है।
कंपनी का योगदान लाभ बढ़कर 1,071 करोड़ रुपए हो गया, जो तिमाही आधार पर 12 प्रतिशत अधिक है, जबकि योगदान मार्जिन में 56 प्रतिशत का सुधार हुआ है। कंपनी ने तिमाही के अंत में 12,809 करोड़ रुपए के मजबूत नकद शेष के साथ समापन किया।
वित्त वर्ष 2025 की चौथी तिमाही में पेटीएम ने 1,098 करोड़ रुपए का भुगतान सेवा राजस्व (अन्य परिचालन राजस्व सहित) दर्ज किया।
भारत के एमएसएमई क्षेत्र में महत्वपूर्ण अवसर उपलब्ध होने के कारण, मोबाइल भुगतान के लिए संभावित व्यापारी आधार 10 करोड़ से अधिक होने का अनुमान है, जिनमें से लगभग आधे को सॉफ़्टवेयर या हार्डवेयर समाधान की आवश्यकता हो सकती है।
कंपनी के लिए फाइनेंशियल सर्विसेज सेगमेंट विकास इंजन बना रहा, जिसमें राजस्व तिमाही आधार पर 9 प्रतिशत बढ़कर 545 करोड़ रुपए हो गया।
पेटीएम ने वित्त वर्ष 2025 की चौथी तिमाही में 4,315 करोड़ रुपए के मर्चेंट लोन वितरित किए, जिसमें आधे से अधिक लोन बार-बार उधार लेने वालों को दिए गए, जो मजबूत क्रेडिट गुणवत्ता को दिखाता है।
औसत मासिक लेन-देन करने वाले उपयोगकर्ता (एमटीयू) बढ़कर 7.2 करोड़ हो गए, जबकि पेटीएम के भुगतान उपकरणों के लिए व्यापारी आधार 8 लाख तक बढ़ गया, जो मार्च 2025 के अंत तक 1.24 करोड़ तक पहुंच गया।
कंपनी ने परिचालन दक्षता को भी बढ़ावा देना जारी रखा, जिससे अप्रत्यक्ष व्यय तिमाही आधार पर 1 प्रतिशत घटकर वित्त वर्ष 2025 की चौथी तिमाही में 991 करोड़ रुपए हो गया।
पेटीएम ने तिमाही को 12,809 करोड़ रुपए के मजबूत नकद शेष के साथ बंद किया, जिससे यह भविष्य के विकास के अवसरों में निवेश करने के लिए अच्छी स्थिति में है।
–आईएएनएस
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