deshbandhu

deshbandu_logo
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर
deshbandu_logo
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर
Menu
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर
Facebook Twitter Youtube
  • भोपाल
  • इंदौर
  • उज्जैन
  • ग्वालियर
  • जबलपुर
  • रीवा
  • चंबल
  • नर्मदापुरम
  • शहडोल
  • सागर
  • देशबन्धु जनमत
  • पाठक प्रतिक्रियाएं
  • हमें जानें
  • विज्ञापन दरें
ADVERTISEMENT
Home Today's Special News

पेटीएम पेमेंट्स बैंक लिमिटेड को भारत बिल भुगतान प्रणाली सेवाओं को संचालित करने के लिए आरबीआई की मंजूरी मिली

by
January 16, 2023
in Today's Special News, अभिमत, इंदौर, उज्जैन, खेल, ग्वालियर, चंबल, जबलपुर, जानकारी, तकनीकी, ताज़ा समाचार, नर्मदापुरम, ब्लॉग, भोपाल, मनोरंजन, रीवा, लाइफ स्टाइल, विचार, शहडोल, सागर
0
पेटीएम पेमेंट्स बैंक लिमिटेड को भारत बिल भुगतान प्रणाली सेवाओं को संचालित करने के लिए आरबीआई की मंजूरी मिली
0
SHARES
1
VIEWS
Share on FacebookShare on Whatsapp
ADVERTISEMENT

नई दिल्ली, 16 जनवरी (आईएएनएस)। घरेलू पेटीएम पेमेंट्स बैंक लिमिटेड (पीपीबीएल) को भुगतान और निपटान प्रणाली अधिनियम, 2007 के तहत भारत बिल पेमेंट ऑपरेटिंग यूनिट (बीबीपीओयू) के रूप में काम करने के लिए भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) से अंतिम मंजूरी मिल गई है। कंपनी ने सोमवार को यह जानकारी दी है।

भारत बिल भुगतान प्रणाली (बीबीपीएस) के तहत एक इकाई के रूप में, पीपीबीएल को बीबीपीओयू के रूप में बिल भुगतान और एग्रिगेशन बिजनेस करने के लिए अंतिम प्राधिकरण मिला है।

READ ALSO

एफडीए ने दी चेतावनी – कुछ एलर्जी की दवाओं से हो सकती है गंभीर खुजली

भारत में आईफोन मैन्युफैक्चरिंग का विस्तार देश के विनिर्माण पर एप्पल के भरोसे को दर्शाता है : राजीव चंद्रशेखर

पीपीबीएल अब तक आरबीआई से सैद्धांतिक प्राधिकरण के तहत यह गतिविधि कर रहा था।

पेटीएम पेमेंट्स बैंक के प्रवक्ता ने बताया, हमारी दृष्टि उपयोगकर्ताओं को डिजिटल सेवाओं तक अधिक पहुंच प्रदान करके वित्तीय समावेशन को बढ़ावा देना है। इस मंजूरी के साथ, हम मर्चेट बिलर्स द्वारा डिजिटल भुगतान को अपनाने में और वृद्धि करेंगे और उन्हें सुरक्षित, तेज और सुविधाजनक लेनदेन के लिए सक्षम बनाएंगे। पेटीएम ऐप के माध्यम से, उपयोगकर्ता अपने बिलों के लिए सुविधाजनक भुगतान कर सकते हैं और स्वचालित भुगतान और रिमाइंडर सेवाओं का लाभ उठा सकते हैं।

एक अधिकृत परिचालन इकाई होने के नाते, पीपीबीएल भारत बिल पेमेंट सेंट्रल यूनिट (बीबीपीसीयू), यानी एनपीसीआई भारत बिलपे लिमिटेड (एनबीबीएल) द्वारा निर्धारित मानकों के पालन में काम करता है।

आरबीआई के मार्गदर्शन में, पीपीबीएल अपनी वेबसाइट पर शामिल सभी एजेंट संस्थानों को प्रदर्शित करेगा और बीबीपीएस प्लेटफॉर्म पर अनुमोदित श्रेणियों में अधिक बिलर्स को ऑनबोर्ड करने के लिए ठोस प्रयास करेगा। यह अनुमोदन बैंक को सभी भुगतान चैनलों- डिजिटल और भौतिक पर सभी बिलर्स के लिए सिंगल प्वाइंट पहुंच बनने में सक्षम बनाता है।

पीपीबीएल दिसंबर 2022 में 1,727 मिलियन से अधिक लेनदेन के साथ लगातार 19 महीनों तक सबसे बड़ा यूपीआई लाभार्थी बैंक बना रहा, जो देश के सभी प्रमुख बैंकों से आगे रहा।

386.5 मिलियन रजिस्टर्ड लेनदेन के साथ, एनपीसीआई की लेटेस्ट रिपोर्ट के अनुसार बैंक यूपीआई लेनदेन के लिए शीर्ष 10 प्रेषक बैंकों में से एक है।

पीपीबीएल नेशनल इलेक्ट्रॉनिक्स टोल कलेक्शन (एनईटीसी) फास्टैग के लिए अग्रणी जारीकर्ता और अधिग्रहणकर्ता बैंकों में से एक है।

एक जारीकर्ता बैंक के रूप में, पीपीबीएल ने 57.13 मिलियन लेनदेन पंजीकृत किए और एक अधिग्रहणकर्ता के रूप में, इसने नवंबर 2022 में 47.9 मिलियन लेनदेन दर्ज किए।

–आईएएनएस

एसकेके/एएनएम

ADVERTISEMENT

नई दिल्ली, 16 जनवरी (आईएएनएस)। घरेलू पेटीएम पेमेंट्स बैंक लिमिटेड (पीपीबीएल) को भुगतान और निपटान प्रणाली अधिनियम, 2007 के तहत भारत बिल पेमेंट ऑपरेटिंग यूनिट (बीबीपीओयू) के रूप में काम करने के लिए भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) से अंतिम मंजूरी मिल गई है। कंपनी ने सोमवार को यह जानकारी दी है।

भारत बिल भुगतान प्रणाली (बीबीपीएस) के तहत एक इकाई के रूप में, पीपीबीएल को बीबीपीओयू के रूप में बिल भुगतान और एग्रिगेशन बिजनेस करने के लिए अंतिम प्राधिकरण मिला है।

पीपीबीएल अब तक आरबीआई से सैद्धांतिक प्राधिकरण के तहत यह गतिविधि कर रहा था।

पेटीएम पेमेंट्स बैंक के प्रवक्ता ने बताया, हमारी दृष्टि उपयोगकर्ताओं को डिजिटल सेवाओं तक अधिक पहुंच प्रदान करके वित्तीय समावेशन को बढ़ावा देना है। इस मंजूरी के साथ, हम मर्चेट बिलर्स द्वारा डिजिटल भुगतान को अपनाने में और वृद्धि करेंगे और उन्हें सुरक्षित, तेज और सुविधाजनक लेनदेन के लिए सक्षम बनाएंगे। पेटीएम ऐप के माध्यम से, उपयोगकर्ता अपने बिलों के लिए सुविधाजनक भुगतान कर सकते हैं और स्वचालित भुगतान और रिमाइंडर सेवाओं का लाभ उठा सकते हैं।

एक अधिकृत परिचालन इकाई होने के नाते, पीपीबीएल भारत बिल पेमेंट सेंट्रल यूनिट (बीबीपीसीयू), यानी एनपीसीआई भारत बिलपे लिमिटेड (एनबीबीएल) द्वारा निर्धारित मानकों के पालन में काम करता है।

आरबीआई के मार्गदर्शन में, पीपीबीएल अपनी वेबसाइट पर शामिल सभी एजेंट संस्थानों को प्रदर्शित करेगा और बीबीपीएस प्लेटफॉर्म पर अनुमोदित श्रेणियों में अधिक बिलर्स को ऑनबोर्ड करने के लिए ठोस प्रयास करेगा। यह अनुमोदन बैंक को सभी भुगतान चैनलों- डिजिटल और भौतिक पर सभी बिलर्स के लिए सिंगल प्वाइंट पहुंच बनने में सक्षम बनाता है।

पीपीबीएल दिसंबर 2022 में 1,727 मिलियन से अधिक लेनदेन के साथ लगातार 19 महीनों तक सबसे बड़ा यूपीआई लाभार्थी बैंक बना रहा, जो देश के सभी प्रमुख बैंकों से आगे रहा।

386.5 मिलियन रजिस्टर्ड लेनदेन के साथ, एनपीसीआई की लेटेस्ट रिपोर्ट के अनुसार बैंक यूपीआई लेनदेन के लिए शीर्ष 10 प्रेषक बैंकों में से एक है।

पीपीबीएल नेशनल इलेक्ट्रॉनिक्स टोल कलेक्शन (एनईटीसी) फास्टैग के लिए अग्रणी जारीकर्ता और अधिग्रहणकर्ता बैंकों में से एक है।

एक जारीकर्ता बैंक के रूप में, पीपीबीएल ने 57.13 मिलियन लेनदेन पंजीकृत किए और एक अधिग्रहणकर्ता के रूप में, इसने नवंबर 2022 में 47.9 मिलियन लेनदेन दर्ज किए।

–आईएएनएस

एसकेके/एएनएम

ADVERTISEMENT

नई दिल्ली, 16 जनवरी (आईएएनएस)। घरेलू पेटीएम पेमेंट्स बैंक लिमिटेड (पीपीबीएल) को भुगतान और निपटान प्रणाली अधिनियम, 2007 के तहत भारत बिल पेमेंट ऑपरेटिंग यूनिट (बीबीपीओयू) के रूप में काम करने के लिए भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) से अंतिम मंजूरी मिल गई है। कंपनी ने सोमवार को यह जानकारी दी है।

भारत बिल भुगतान प्रणाली (बीबीपीएस) के तहत एक इकाई के रूप में, पीपीबीएल को बीबीपीओयू के रूप में बिल भुगतान और एग्रिगेशन बिजनेस करने के लिए अंतिम प्राधिकरण मिला है।

पीपीबीएल अब तक आरबीआई से सैद्धांतिक प्राधिकरण के तहत यह गतिविधि कर रहा था।

पेटीएम पेमेंट्स बैंक के प्रवक्ता ने बताया, हमारी दृष्टि उपयोगकर्ताओं को डिजिटल सेवाओं तक अधिक पहुंच प्रदान करके वित्तीय समावेशन को बढ़ावा देना है। इस मंजूरी के साथ, हम मर्चेट बिलर्स द्वारा डिजिटल भुगतान को अपनाने में और वृद्धि करेंगे और उन्हें सुरक्षित, तेज और सुविधाजनक लेनदेन के लिए सक्षम बनाएंगे। पेटीएम ऐप के माध्यम से, उपयोगकर्ता अपने बिलों के लिए सुविधाजनक भुगतान कर सकते हैं और स्वचालित भुगतान और रिमाइंडर सेवाओं का लाभ उठा सकते हैं।

एक अधिकृत परिचालन इकाई होने के नाते, पीपीबीएल भारत बिल पेमेंट सेंट्रल यूनिट (बीबीपीसीयू), यानी एनपीसीआई भारत बिलपे लिमिटेड (एनबीबीएल) द्वारा निर्धारित मानकों के पालन में काम करता है।

आरबीआई के मार्गदर्शन में, पीपीबीएल अपनी वेबसाइट पर शामिल सभी एजेंट संस्थानों को प्रदर्शित करेगा और बीबीपीएस प्लेटफॉर्म पर अनुमोदित श्रेणियों में अधिक बिलर्स को ऑनबोर्ड करने के लिए ठोस प्रयास करेगा। यह अनुमोदन बैंक को सभी भुगतान चैनलों- डिजिटल और भौतिक पर सभी बिलर्स के लिए सिंगल प्वाइंट पहुंच बनने में सक्षम बनाता है।

पीपीबीएल दिसंबर 2022 में 1,727 मिलियन से अधिक लेनदेन के साथ लगातार 19 महीनों तक सबसे बड़ा यूपीआई लाभार्थी बैंक बना रहा, जो देश के सभी प्रमुख बैंकों से आगे रहा।

386.5 मिलियन रजिस्टर्ड लेनदेन के साथ, एनपीसीआई की लेटेस्ट रिपोर्ट के अनुसार बैंक यूपीआई लेनदेन के लिए शीर्ष 10 प्रेषक बैंकों में से एक है।

पीपीबीएल नेशनल इलेक्ट्रॉनिक्स टोल कलेक्शन (एनईटीसी) फास्टैग के लिए अग्रणी जारीकर्ता और अधिग्रहणकर्ता बैंकों में से एक है।

एक जारीकर्ता बैंक के रूप में, पीपीबीएल ने 57.13 मिलियन लेनदेन पंजीकृत किए और एक अधिग्रहणकर्ता के रूप में, इसने नवंबर 2022 में 47.9 मिलियन लेनदेन दर्ज किए।

–आईएएनएस

एसकेके/एएनएम

ADVERTISEMENT

नई दिल्ली, 16 जनवरी (आईएएनएस)। घरेलू पेटीएम पेमेंट्स बैंक लिमिटेड (पीपीबीएल) को भुगतान और निपटान प्रणाली अधिनियम, 2007 के तहत भारत बिल पेमेंट ऑपरेटिंग यूनिट (बीबीपीओयू) के रूप में काम करने के लिए भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) से अंतिम मंजूरी मिल गई है। कंपनी ने सोमवार को यह जानकारी दी है।

भारत बिल भुगतान प्रणाली (बीबीपीएस) के तहत एक इकाई के रूप में, पीपीबीएल को बीबीपीओयू के रूप में बिल भुगतान और एग्रिगेशन बिजनेस करने के लिए अंतिम प्राधिकरण मिला है।

पीपीबीएल अब तक आरबीआई से सैद्धांतिक प्राधिकरण के तहत यह गतिविधि कर रहा था।

पेटीएम पेमेंट्स बैंक के प्रवक्ता ने बताया, हमारी दृष्टि उपयोगकर्ताओं को डिजिटल सेवाओं तक अधिक पहुंच प्रदान करके वित्तीय समावेशन को बढ़ावा देना है। इस मंजूरी के साथ, हम मर्चेट बिलर्स द्वारा डिजिटल भुगतान को अपनाने में और वृद्धि करेंगे और उन्हें सुरक्षित, तेज और सुविधाजनक लेनदेन के लिए सक्षम बनाएंगे। पेटीएम ऐप के माध्यम से, उपयोगकर्ता अपने बिलों के लिए सुविधाजनक भुगतान कर सकते हैं और स्वचालित भुगतान और रिमाइंडर सेवाओं का लाभ उठा सकते हैं।

एक अधिकृत परिचालन इकाई होने के नाते, पीपीबीएल भारत बिल पेमेंट सेंट्रल यूनिट (बीबीपीसीयू), यानी एनपीसीआई भारत बिलपे लिमिटेड (एनबीबीएल) द्वारा निर्धारित मानकों के पालन में काम करता है।

आरबीआई के मार्गदर्शन में, पीपीबीएल अपनी वेबसाइट पर शामिल सभी एजेंट संस्थानों को प्रदर्शित करेगा और बीबीपीएस प्लेटफॉर्म पर अनुमोदित श्रेणियों में अधिक बिलर्स को ऑनबोर्ड करने के लिए ठोस प्रयास करेगा। यह अनुमोदन बैंक को सभी भुगतान चैनलों- डिजिटल और भौतिक पर सभी बिलर्स के लिए सिंगल प्वाइंट पहुंच बनने में सक्षम बनाता है।

पीपीबीएल दिसंबर 2022 में 1,727 मिलियन से अधिक लेनदेन के साथ लगातार 19 महीनों तक सबसे बड़ा यूपीआई लाभार्थी बैंक बना रहा, जो देश के सभी प्रमुख बैंकों से आगे रहा।

386.5 मिलियन रजिस्टर्ड लेनदेन के साथ, एनपीसीआई की लेटेस्ट रिपोर्ट के अनुसार बैंक यूपीआई लेनदेन के लिए शीर्ष 10 प्रेषक बैंकों में से एक है।

पीपीबीएल नेशनल इलेक्ट्रॉनिक्स टोल कलेक्शन (एनईटीसी) फास्टैग के लिए अग्रणी जारीकर्ता और अधिग्रहणकर्ता बैंकों में से एक है।

एक जारीकर्ता बैंक के रूप में, पीपीबीएल ने 57.13 मिलियन लेनदेन पंजीकृत किए और एक अधिग्रहणकर्ता के रूप में, इसने नवंबर 2022 में 47.9 मिलियन लेनदेन दर्ज किए।

–आईएएनएस

एसकेके/एएनएम

ADVERTISEMENT

नई दिल्ली, 16 जनवरी (आईएएनएस)। घरेलू पेटीएम पेमेंट्स बैंक लिमिटेड (पीपीबीएल) को भुगतान और निपटान प्रणाली अधिनियम, 2007 के तहत भारत बिल पेमेंट ऑपरेटिंग यूनिट (बीबीपीओयू) के रूप में काम करने के लिए भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) से अंतिम मंजूरी मिल गई है। कंपनी ने सोमवार को यह जानकारी दी है।

भारत बिल भुगतान प्रणाली (बीबीपीएस) के तहत एक इकाई के रूप में, पीपीबीएल को बीबीपीओयू के रूप में बिल भुगतान और एग्रिगेशन बिजनेस करने के लिए अंतिम प्राधिकरण मिला है।

पीपीबीएल अब तक आरबीआई से सैद्धांतिक प्राधिकरण के तहत यह गतिविधि कर रहा था।

पेटीएम पेमेंट्स बैंक के प्रवक्ता ने बताया, हमारी दृष्टि उपयोगकर्ताओं को डिजिटल सेवाओं तक अधिक पहुंच प्रदान करके वित्तीय समावेशन को बढ़ावा देना है। इस मंजूरी के साथ, हम मर्चेट बिलर्स द्वारा डिजिटल भुगतान को अपनाने में और वृद्धि करेंगे और उन्हें सुरक्षित, तेज और सुविधाजनक लेनदेन के लिए सक्षम बनाएंगे। पेटीएम ऐप के माध्यम से, उपयोगकर्ता अपने बिलों के लिए सुविधाजनक भुगतान कर सकते हैं और स्वचालित भुगतान और रिमाइंडर सेवाओं का लाभ उठा सकते हैं।

एक अधिकृत परिचालन इकाई होने के नाते, पीपीबीएल भारत बिल पेमेंट सेंट्रल यूनिट (बीबीपीसीयू), यानी एनपीसीआई भारत बिलपे लिमिटेड (एनबीबीएल) द्वारा निर्धारित मानकों के पालन में काम करता है।

आरबीआई के मार्गदर्शन में, पीपीबीएल अपनी वेबसाइट पर शामिल सभी एजेंट संस्थानों को प्रदर्शित करेगा और बीबीपीएस प्लेटफॉर्म पर अनुमोदित श्रेणियों में अधिक बिलर्स को ऑनबोर्ड करने के लिए ठोस प्रयास करेगा। यह अनुमोदन बैंक को सभी भुगतान चैनलों- डिजिटल और भौतिक पर सभी बिलर्स के लिए सिंगल प्वाइंट पहुंच बनने में सक्षम बनाता है।

पीपीबीएल दिसंबर 2022 में 1,727 मिलियन से अधिक लेनदेन के साथ लगातार 19 महीनों तक सबसे बड़ा यूपीआई लाभार्थी बैंक बना रहा, जो देश के सभी प्रमुख बैंकों से आगे रहा।

386.5 मिलियन रजिस्टर्ड लेनदेन के साथ, एनपीसीआई की लेटेस्ट रिपोर्ट के अनुसार बैंक यूपीआई लेनदेन के लिए शीर्ष 10 प्रेषक बैंकों में से एक है।

पीपीबीएल नेशनल इलेक्ट्रॉनिक्स टोल कलेक्शन (एनईटीसी) फास्टैग के लिए अग्रणी जारीकर्ता और अधिग्रहणकर्ता बैंकों में से एक है।

एक जारीकर्ता बैंक के रूप में, पीपीबीएल ने 57.13 मिलियन लेनदेन पंजीकृत किए और एक अधिग्रहणकर्ता के रूप में, इसने नवंबर 2022 में 47.9 मिलियन लेनदेन दर्ज किए।

–आईएएनएस

एसकेके/एएनएम

ADVERTISEMENT

नई दिल्ली, 16 जनवरी (आईएएनएस)। घरेलू पेटीएम पेमेंट्स बैंक लिमिटेड (पीपीबीएल) को भुगतान और निपटान प्रणाली अधिनियम, 2007 के तहत भारत बिल पेमेंट ऑपरेटिंग यूनिट (बीबीपीओयू) के रूप में काम करने के लिए भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) से अंतिम मंजूरी मिल गई है। कंपनी ने सोमवार को यह जानकारी दी है।

भारत बिल भुगतान प्रणाली (बीबीपीएस) के तहत एक इकाई के रूप में, पीपीबीएल को बीबीपीओयू के रूप में बिल भुगतान और एग्रिगेशन बिजनेस करने के लिए अंतिम प्राधिकरण मिला है।

पीपीबीएल अब तक आरबीआई से सैद्धांतिक प्राधिकरण के तहत यह गतिविधि कर रहा था।

पेटीएम पेमेंट्स बैंक के प्रवक्ता ने बताया, हमारी दृष्टि उपयोगकर्ताओं को डिजिटल सेवाओं तक अधिक पहुंच प्रदान करके वित्तीय समावेशन को बढ़ावा देना है। इस मंजूरी के साथ, हम मर्चेट बिलर्स द्वारा डिजिटल भुगतान को अपनाने में और वृद्धि करेंगे और उन्हें सुरक्षित, तेज और सुविधाजनक लेनदेन के लिए सक्षम बनाएंगे। पेटीएम ऐप के माध्यम से, उपयोगकर्ता अपने बिलों के लिए सुविधाजनक भुगतान कर सकते हैं और स्वचालित भुगतान और रिमाइंडर सेवाओं का लाभ उठा सकते हैं।

एक अधिकृत परिचालन इकाई होने के नाते, पीपीबीएल भारत बिल पेमेंट सेंट्रल यूनिट (बीबीपीसीयू), यानी एनपीसीआई भारत बिलपे लिमिटेड (एनबीबीएल) द्वारा निर्धारित मानकों के पालन में काम करता है।

आरबीआई के मार्गदर्शन में, पीपीबीएल अपनी वेबसाइट पर शामिल सभी एजेंट संस्थानों को प्रदर्शित करेगा और बीबीपीएस प्लेटफॉर्म पर अनुमोदित श्रेणियों में अधिक बिलर्स को ऑनबोर्ड करने के लिए ठोस प्रयास करेगा। यह अनुमोदन बैंक को सभी भुगतान चैनलों- डिजिटल और भौतिक पर सभी बिलर्स के लिए सिंगल प्वाइंट पहुंच बनने में सक्षम बनाता है।

पीपीबीएल दिसंबर 2022 में 1,727 मिलियन से अधिक लेनदेन के साथ लगातार 19 महीनों तक सबसे बड़ा यूपीआई लाभार्थी बैंक बना रहा, जो देश के सभी प्रमुख बैंकों से आगे रहा।

386.5 मिलियन रजिस्टर्ड लेनदेन के साथ, एनपीसीआई की लेटेस्ट रिपोर्ट के अनुसार बैंक यूपीआई लेनदेन के लिए शीर्ष 10 प्रेषक बैंकों में से एक है।

पीपीबीएल नेशनल इलेक्ट्रॉनिक्स टोल कलेक्शन (एनईटीसी) फास्टैग के लिए अग्रणी जारीकर्ता और अधिग्रहणकर्ता बैंकों में से एक है।

एक जारीकर्ता बैंक के रूप में, पीपीबीएल ने 57.13 मिलियन लेनदेन पंजीकृत किए और एक अधिग्रहणकर्ता के रूप में, इसने नवंबर 2022 में 47.9 मिलियन लेनदेन दर्ज किए।

–आईएएनएस

एसकेके/एएनएम

ADVERTISEMENT

नई दिल्ली, 16 जनवरी (आईएएनएस)। घरेलू पेटीएम पेमेंट्स बैंक लिमिटेड (पीपीबीएल) को भुगतान और निपटान प्रणाली अधिनियम, 2007 के तहत भारत बिल पेमेंट ऑपरेटिंग यूनिट (बीबीपीओयू) के रूप में काम करने के लिए भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) से अंतिम मंजूरी मिल गई है। कंपनी ने सोमवार को यह जानकारी दी है।

भारत बिल भुगतान प्रणाली (बीबीपीएस) के तहत एक इकाई के रूप में, पीपीबीएल को बीबीपीओयू के रूप में बिल भुगतान और एग्रिगेशन बिजनेस करने के लिए अंतिम प्राधिकरण मिला है।

पीपीबीएल अब तक आरबीआई से सैद्धांतिक प्राधिकरण के तहत यह गतिविधि कर रहा था।

पेटीएम पेमेंट्स बैंक के प्रवक्ता ने बताया, हमारी दृष्टि उपयोगकर्ताओं को डिजिटल सेवाओं तक अधिक पहुंच प्रदान करके वित्तीय समावेशन को बढ़ावा देना है। इस मंजूरी के साथ, हम मर्चेट बिलर्स द्वारा डिजिटल भुगतान को अपनाने में और वृद्धि करेंगे और उन्हें सुरक्षित, तेज और सुविधाजनक लेनदेन के लिए सक्षम बनाएंगे। पेटीएम ऐप के माध्यम से, उपयोगकर्ता अपने बिलों के लिए सुविधाजनक भुगतान कर सकते हैं और स्वचालित भुगतान और रिमाइंडर सेवाओं का लाभ उठा सकते हैं।

एक अधिकृत परिचालन इकाई होने के नाते, पीपीबीएल भारत बिल पेमेंट सेंट्रल यूनिट (बीबीपीसीयू), यानी एनपीसीआई भारत बिलपे लिमिटेड (एनबीबीएल) द्वारा निर्धारित मानकों के पालन में काम करता है।

आरबीआई के मार्गदर्शन में, पीपीबीएल अपनी वेबसाइट पर शामिल सभी एजेंट संस्थानों को प्रदर्शित करेगा और बीबीपीएस प्लेटफॉर्म पर अनुमोदित श्रेणियों में अधिक बिलर्स को ऑनबोर्ड करने के लिए ठोस प्रयास करेगा। यह अनुमोदन बैंक को सभी भुगतान चैनलों- डिजिटल और भौतिक पर सभी बिलर्स के लिए सिंगल प्वाइंट पहुंच बनने में सक्षम बनाता है।

पीपीबीएल दिसंबर 2022 में 1,727 मिलियन से अधिक लेनदेन के साथ लगातार 19 महीनों तक सबसे बड़ा यूपीआई लाभार्थी बैंक बना रहा, जो देश के सभी प्रमुख बैंकों से आगे रहा।

386.5 मिलियन रजिस्टर्ड लेनदेन के साथ, एनपीसीआई की लेटेस्ट रिपोर्ट के अनुसार बैंक यूपीआई लेनदेन के लिए शीर्ष 10 प्रेषक बैंकों में से एक है।

पीपीबीएल नेशनल इलेक्ट्रॉनिक्स टोल कलेक्शन (एनईटीसी) फास्टैग के लिए अग्रणी जारीकर्ता और अधिग्रहणकर्ता बैंकों में से एक है।

एक जारीकर्ता बैंक के रूप में, पीपीबीएल ने 57.13 मिलियन लेनदेन पंजीकृत किए और एक अधिग्रहणकर्ता के रूप में, इसने नवंबर 2022 में 47.9 मिलियन लेनदेन दर्ज किए।

–आईएएनएस

एसकेके/एएनएम

ADVERTISEMENT

नई दिल्ली, 16 जनवरी (आईएएनएस)। घरेलू पेटीएम पेमेंट्स बैंक लिमिटेड (पीपीबीएल) को भुगतान और निपटान प्रणाली अधिनियम, 2007 के तहत भारत बिल पेमेंट ऑपरेटिंग यूनिट (बीबीपीओयू) के रूप में काम करने के लिए भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) से अंतिम मंजूरी मिल गई है। कंपनी ने सोमवार को यह जानकारी दी है।

भारत बिल भुगतान प्रणाली (बीबीपीएस) के तहत एक इकाई के रूप में, पीपीबीएल को बीबीपीओयू के रूप में बिल भुगतान और एग्रिगेशन बिजनेस करने के लिए अंतिम प्राधिकरण मिला है।

पीपीबीएल अब तक आरबीआई से सैद्धांतिक प्राधिकरण के तहत यह गतिविधि कर रहा था।

पेटीएम पेमेंट्स बैंक के प्रवक्ता ने बताया, हमारी दृष्टि उपयोगकर्ताओं को डिजिटल सेवाओं तक अधिक पहुंच प्रदान करके वित्तीय समावेशन को बढ़ावा देना है। इस मंजूरी के साथ, हम मर्चेट बिलर्स द्वारा डिजिटल भुगतान को अपनाने में और वृद्धि करेंगे और उन्हें सुरक्षित, तेज और सुविधाजनक लेनदेन के लिए सक्षम बनाएंगे। पेटीएम ऐप के माध्यम से, उपयोगकर्ता अपने बिलों के लिए सुविधाजनक भुगतान कर सकते हैं और स्वचालित भुगतान और रिमाइंडर सेवाओं का लाभ उठा सकते हैं।

एक अधिकृत परिचालन इकाई होने के नाते, पीपीबीएल भारत बिल पेमेंट सेंट्रल यूनिट (बीबीपीसीयू), यानी एनपीसीआई भारत बिलपे लिमिटेड (एनबीबीएल) द्वारा निर्धारित मानकों के पालन में काम करता है।

आरबीआई के मार्गदर्शन में, पीपीबीएल अपनी वेबसाइट पर शामिल सभी एजेंट संस्थानों को प्रदर्शित करेगा और बीबीपीएस प्लेटफॉर्म पर अनुमोदित श्रेणियों में अधिक बिलर्स को ऑनबोर्ड करने के लिए ठोस प्रयास करेगा। यह अनुमोदन बैंक को सभी भुगतान चैनलों- डिजिटल और भौतिक पर सभी बिलर्स के लिए सिंगल प्वाइंट पहुंच बनने में सक्षम बनाता है।

पीपीबीएल दिसंबर 2022 में 1,727 मिलियन से अधिक लेनदेन के साथ लगातार 19 महीनों तक सबसे बड़ा यूपीआई लाभार्थी बैंक बना रहा, जो देश के सभी प्रमुख बैंकों से आगे रहा।

386.5 मिलियन रजिस्टर्ड लेनदेन के साथ, एनपीसीआई की लेटेस्ट रिपोर्ट के अनुसार बैंक यूपीआई लेनदेन के लिए शीर्ष 10 प्रेषक बैंकों में से एक है।

पीपीबीएल नेशनल इलेक्ट्रॉनिक्स टोल कलेक्शन (एनईटीसी) फास्टैग के लिए अग्रणी जारीकर्ता और अधिग्रहणकर्ता बैंकों में से एक है।

एक जारीकर्ता बैंक के रूप में, पीपीबीएल ने 57.13 मिलियन लेनदेन पंजीकृत किए और एक अधिग्रहणकर्ता के रूप में, इसने नवंबर 2022 में 47.9 मिलियन लेनदेन दर्ज किए।

–आईएएनएस

एसकेके/एएनएम

नई दिल्ली, 16 जनवरी (आईएएनएस)। घरेलू पेटीएम पेमेंट्स बैंक लिमिटेड (पीपीबीएल) को भुगतान और निपटान प्रणाली अधिनियम, 2007 के तहत भारत बिल पेमेंट ऑपरेटिंग यूनिट (बीबीपीओयू) के रूप में काम करने के लिए भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) से अंतिम मंजूरी मिल गई है। कंपनी ने सोमवार को यह जानकारी दी है।

भारत बिल भुगतान प्रणाली (बीबीपीएस) के तहत एक इकाई के रूप में, पीपीबीएल को बीबीपीओयू के रूप में बिल भुगतान और एग्रिगेशन बिजनेस करने के लिए अंतिम प्राधिकरण मिला है।

पीपीबीएल अब तक आरबीआई से सैद्धांतिक प्राधिकरण के तहत यह गतिविधि कर रहा था।

पेटीएम पेमेंट्स बैंक के प्रवक्ता ने बताया, हमारी दृष्टि उपयोगकर्ताओं को डिजिटल सेवाओं तक अधिक पहुंच प्रदान करके वित्तीय समावेशन को बढ़ावा देना है। इस मंजूरी के साथ, हम मर्चेट बिलर्स द्वारा डिजिटल भुगतान को अपनाने में और वृद्धि करेंगे और उन्हें सुरक्षित, तेज और सुविधाजनक लेनदेन के लिए सक्षम बनाएंगे। पेटीएम ऐप के माध्यम से, उपयोगकर्ता अपने बिलों के लिए सुविधाजनक भुगतान कर सकते हैं और स्वचालित भुगतान और रिमाइंडर सेवाओं का लाभ उठा सकते हैं।

एक अधिकृत परिचालन इकाई होने के नाते, पीपीबीएल भारत बिल पेमेंट सेंट्रल यूनिट (बीबीपीसीयू), यानी एनपीसीआई भारत बिलपे लिमिटेड (एनबीबीएल) द्वारा निर्धारित मानकों के पालन में काम करता है।

आरबीआई के मार्गदर्शन में, पीपीबीएल अपनी वेबसाइट पर शामिल सभी एजेंट संस्थानों को प्रदर्शित करेगा और बीबीपीएस प्लेटफॉर्म पर अनुमोदित श्रेणियों में अधिक बिलर्स को ऑनबोर्ड करने के लिए ठोस प्रयास करेगा। यह अनुमोदन बैंक को सभी भुगतान चैनलों- डिजिटल और भौतिक पर सभी बिलर्स के लिए सिंगल प्वाइंट पहुंच बनने में सक्षम बनाता है।

पीपीबीएल दिसंबर 2022 में 1,727 मिलियन से अधिक लेनदेन के साथ लगातार 19 महीनों तक सबसे बड़ा यूपीआई लाभार्थी बैंक बना रहा, जो देश के सभी प्रमुख बैंकों से आगे रहा।

386.5 मिलियन रजिस्टर्ड लेनदेन के साथ, एनपीसीआई की लेटेस्ट रिपोर्ट के अनुसार बैंक यूपीआई लेनदेन के लिए शीर्ष 10 प्रेषक बैंकों में से एक है।

पीपीबीएल नेशनल इलेक्ट्रॉनिक्स टोल कलेक्शन (एनईटीसी) फास्टैग के लिए अग्रणी जारीकर्ता और अधिग्रहणकर्ता बैंकों में से एक है।

एक जारीकर्ता बैंक के रूप में, पीपीबीएल ने 57.13 मिलियन लेनदेन पंजीकृत किए और एक अधिग्रहणकर्ता के रूप में, इसने नवंबर 2022 में 47.9 मिलियन लेनदेन दर्ज किए।

–आईएएनएस

एसकेके/एएनएम

ADVERTISEMENT

नई दिल्ली, 16 जनवरी (आईएएनएस)। घरेलू पेटीएम पेमेंट्स बैंक लिमिटेड (पीपीबीएल) को भुगतान और निपटान प्रणाली अधिनियम, 2007 के तहत भारत बिल पेमेंट ऑपरेटिंग यूनिट (बीबीपीओयू) के रूप में काम करने के लिए भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) से अंतिम मंजूरी मिल गई है। कंपनी ने सोमवार को यह जानकारी दी है।

भारत बिल भुगतान प्रणाली (बीबीपीएस) के तहत एक इकाई के रूप में, पीपीबीएल को बीबीपीओयू के रूप में बिल भुगतान और एग्रिगेशन बिजनेस करने के लिए अंतिम प्राधिकरण मिला है।

पीपीबीएल अब तक आरबीआई से सैद्धांतिक प्राधिकरण के तहत यह गतिविधि कर रहा था।

पेटीएम पेमेंट्स बैंक के प्रवक्ता ने बताया, हमारी दृष्टि उपयोगकर्ताओं को डिजिटल सेवाओं तक अधिक पहुंच प्रदान करके वित्तीय समावेशन को बढ़ावा देना है। इस मंजूरी के साथ, हम मर्चेट बिलर्स द्वारा डिजिटल भुगतान को अपनाने में और वृद्धि करेंगे और उन्हें सुरक्षित, तेज और सुविधाजनक लेनदेन के लिए सक्षम बनाएंगे। पेटीएम ऐप के माध्यम से, उपयोगकर्ता अपने बिलों के लिए सुविधाजनक भुगतान कर सकते हैं और स्वचालित भुगतान और रिमाइंडर सेवाओं का लाभ उठा सकते हैं।

एक अधिकृत परिचालन इकाई होने के नाते, पीपीबीएल भारत बिल पेमेंट सेंट्रल यूनिट (बीबीपीसीयू), यानी एनपीसीआई भारत बिलपे लिमिटेड (एनबीबीएल) द्वारा निर्धारित मानकों के पालन में काम करता है।

आरबीआई के मार्गदर्शन में, पीपीबीएल अपनी वेबसाइट पर शामिल सभी एजेंट संस्थानों को प्रदर्शित करेगा और बीबीपीएस प्लेटफॉर्म पर अनुमोदित श्रेणियों में अधिक बिलर्स को ऑनबोर्ड करने के लिए ठोस प्रयास करेगा। यह अनुमोदन बैंक को सभी भुगतान चैनलों- डिजिटल और भौतिक पर सभी बिलर्स के लिए सिंगल प्वाइंट पहुंच बनने में सक्षम बनाता है।

पीपीबीएल दिसंबर 2022 में 1,727 मिलियन से अधिक लेनदेन के साथ लगातार 19 महीनों तक सबसे बड़ा यूपीआई लाभार्थी बैंक बना रहा, जो देश के सभी प्रमुख बैंकों से आगे रहा।

386.5 मिलियन रजिस्टर्ड लेनदेन के साथ, एनपीसीआई की लेटेस्ट रिपोर्ट के अनुसार बैंक यूपीआई लेनदेन के लिए शीर्ष 10 प्रेषक बैंकों में से एक है।

पीपीबीएल नेशनल इलेक्ट्रॉनिक्स टोल कलेक्शन (एनईटीसी) फास्टैग के लिए अग्रणी जारीकर्ता और अधिग्रहणकर्ता बैंकों में से एक है।

एक जारीकर्ता बैंक के रूप में, पीपीबीएल ने 57.13 मिलियन लेनदेन पंजीकृत किए और एक अधिग्रहणकर्ता के रूप में, इसने नवंबर 2022 में 47.9 मिलियन लेनदेन दर्ज किए।

–आईएएनएस

एसकेके/एएनएम

ADVERTISEMENT

नई दिल्ली, 16 जनवरी (आईएएनएस)। घरेलू पेटीएम पेमेंट्स बैंक लिमिटेड (पीपीबीएल) को भुगतान और निपटान प्रणाली अधिनियम, 2007 के तहत भारत बिल पेमेंट ऑपरेटिंग यूनिट (बीबीपीओयू) के रूप में काम करने के लिए भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) से अंतिम मंजूरी मिल गई है। कंपनी ने सोमवार को यह जानकारी दी है।

भारत बिल भुगतान प्रणाली (बीबीपीएस) के तहत एक इकाई के रूप में, पीपीबीएल को बीबीपीओयू के रूप में बिल भुगतान और एग्रिगेशन बिजनेस करने के लिए अंतिम प्राधिकरण मिला है।

पीपीबीएल अब तक आरबीआई से सैद्धांतिक प्राधिकरण के तहत यह गतिविधि कर रहा था।

पेटीएम पेमेंट्स बैंक के प्रवक्ता ने बताया, हमारी दृष्टि उपयोगकर्ताओं को डिजिटल सेवाओं तक अधिक पहुंच प्रदान करके वित्तीय समावेशन को बढ़ावा देना है। इस मंजूरी के साथ, हम मर्चेट बिलर्स द्वारा डिजिटल भुगतान को अपनाने में और वृद्धि करेंगे और उन्हें सुरक्षित, तेज और सुविधाजनक लेनदेन के लिए सक्षम बनाएंगे। पेटीएम ऐप के माध्यम से, उपयोगकर्ता अपने बिलों के लिए सुविधाजनक भुगतान कर सकते हैं और स्वचालित भुगतान और रिमाइंडर सेवाओं का लाभ उठा सकते हैं।

एक अधिकृत परिचालन इकाई होने के नाते, पीपीबीएल भारत बिल पेमेंट सेंट्रल यूनिट (बीबीपीसीयू), यानी एनपीसीआई भारत बिलपे लिमिटेड (एनबीबीएल) द्वारा निर्धारित मानकों के पालन में काम करता है।

आरबीआई के मार्गदर्शन में, पीपीबीएल अपनी वेबसाइट पर शामिल सभी एजेंट संस्थानों को प्रदर्शित करेगा और बीबीपीएस प्लेटफॉर्म पर अनुमोदित श्रेणियों में अधिक बिलर्स को ऑनबोर्ड करने के लिए ठोस प्रयास करेगा। यह अनुमोदन बैंक को सभी भुगतान चैनलों- डिजिटल और भौतिक पर सभी बिलर्स के लिए सिंगल प्वाइंट पहुंच बनने में सक्षम बनाता है।

पीपीबीएल दिसंबर 2022 में 1,727 मिलियन से अधिक लेनदेन के साथ लगातार 19 महीनों तक सबसे बड़ा यूपीआई लाभार्थी बैंक बना रहा, जो देश के सभी प्रमुख बैंकों से आगे रहा।

386.5 मिलियन रजिस्टर्ड लेनदेन के साथ, एनपीसीआई की लेटेस्ट रिपोर्ट के अनुसार बैंक यूपीआई लेनदेन के लिए शीर्ष 10 प्रेषक बैंकों में से एक है।

पीपीबीएल नेशनल इलेक्ट्रॉनिक्स टोल कलेक्शन (एनईटीसी) फास्टैग के लिए अग्रणी जारीकर्ता और अधिग्रहणकर्ता बैंकों में से एक है।

एक जारीकर्ता बैंक के रूप में, पीपीबीएल ने 57.13 मिलियन लेनदेन पंजीकृत किए और एक अधिग्रहणकर्ता के रूप में, इसने नवंबर 2022 में 47.9 मिलियन लेनदेन दर्ज किए।

–आईएएनएस

एसकेके/एएनएम

ADVERTISEMENT

नई दिल्ली, 16 जनवरी (आईएएनएस)। घरेलू पेटीएम पेमेंट्स बैंक लिमिटेड (पीपीबीएल) को भुगतान और निपटान प्रणाली अधिनियम, 2007 के तहत भारत बिल पेमेंट ऑपरेटिंग यूनिट (बीबीपीओयू) के रूप में काम करने के लिए भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) से अंतिम मंजूरी मिल गई है। कंपनी ने सोमवार को यह जानकारी दी है।

भारत बिल भुगतान प्रणाली (बीबीपीएस) के तहत एक इकाई के रूप में, पीपीबीएल को बीबीपीओयू के रूप में बिल भुगतान और एग्रिगेशन बिजनेस करने के लिए अंतिम प्राधिकरण मिला है।

पीपीबीएल अब तक आरबीआई से सैद्धांतिक प्राधिकरण के तहत यह गतिविधि कर रहा था।

पेटीएम पेमेंट्स बैंक के प्रवक्ता ने बताया, हमारी दृष्टि उपयोगकर्ताओं को डिजिटल सेवाओं तक अधिक पहुंच प्रदान करके वित्तीय समावेशन को बढ़ावा देना है। इस मंजूरी के साथ, हम मर्चेट बिलर्स द्वारा डिजिटल भुगतान को अपनाने में और वृद्धि करेंगे और उन्हें सुरक्षित, तेज और सुविधाजनक लेनदेन के लिए सक्षम बनाएंगे। पेटीएम ऐप के माध्यम से, उपयोगकर्ता अपने बिलों के लिए सुविधाजनक भुगतान कर सकते हैं और स्वचालित भुगतान और रिमाइंडर सेवाओं का लाभ उठा सकते हैं।

एक अधिकृत परिचालन इकाई होने के नाते, पीपीबीएल भारत बिल पेमेंट सेंट्रल यूनिट (बीबीपीसीयू), यानी एनपीसीआई भारत बिलपे लिमिटेड (एनबीबीएल) द्वारा निर्धारित मानकों के पालन में काम करता है।

आरबीआई के मार्गदर्शन में, पीपीबीएल अपनी वेबसाइट पर शामिल सभी एजेंट संस्थानों को प्रदर्शित करेगा और बीबीपीएस प्लेटफॉर्म पर अनुमोदित श्रेणियों में अधिक बिलर्स को ऑनबोर्ड करने के लिए ठोस प्रयास करेगा। यह अनुमोदन बैंक को सभी भुगतान चैनलों- डिजिटल और भौतिक पर सभी बिलर्स के लिए सिंगल प्वाइंट पहुंच बनने में सक्षम बनाता है।

पीपीबीएल दिसंबर 2022 में 1,727 मिलियन से अधिक लेनदेन के साथ लगातार 19 महीनों तक सबसे बड़ा यूपीआई लाभार्थी बैंक बना रहा, जो देश के सभी प्रमुख बैंकों से आगे रहा।

386.5 मिलियन रजिस्टर्ड लेनदेन के साथ, एनपीसीआई की लेटेस्ट रिपोर्ट के अनुसार बैंक यूपीआई लेनदेन के लिए शीर्ष 10 प्रेषक बैंकों में से एक है।

पीपीबीएल नेशनल इलेक्ट्रॉनिक्स टोल कलेक्शन (एनईटीसी) फास्टैग के लिए अग्रणी जारीकर्ता और अधिग्रहणकर्ता बैंकों में से एक है।

एक जारीकर्ता बैंक के रूप में, पीपीबीएल ने 57.13 मिलियन लेनदेन पंजीकृत किए और एक अधिग्रहणकर्ता के रूप में, इसने नवंबर 2022 में 47.9 मिलियन लेनदेन दर्ज किए।

–आईएएनएस

एसकेके/एएनएम

ADVERTISEMENT

नई दिल्ली, 16 जनवरी (आईएएनएस)। घरेलू पेटीएम पेमेंट्स बैंक लिमिटेड (पीपीबीएल) को भुगतान और निपटान प्रणाली अधिनियम, 2007 के तहत भारत बिल पेमेंट ऑपरेटिंग यूनिट (बीबीपीओयू) के रूप में काम करने के लिए भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) से अंतिम मंजूरी मिल गई है। कंपनी ने सोमवार को यह जानकारी दी है।

भारत बिल भुगतान प्रणाली (बीबीपीएस) के तहत एक इकाई के रूप में, पीपीबीएल को बीबीपीओयू के रूप में बिल भुगतान और एग्रिगेशन बिजनेस करने के लिए अंतिम प्राधिकरण मिला है।

पीपीबीएल अब तक आरबीआई से सैद्धांतिक प्राधिकरण के तहत यह गतिविधि कर रहा था।

पेटीएम पेमेंट्स बैंक के प्रवक्ता ने बताया, हमारी दृष्टि उपयोगकर्ताओं को डिजिटल सेवाओं तक अधिक पहुंच प्रदान करके वित्तीय समावेशन को बढ़ावा देना है। इस मंजूरी के साथ, हम मर्चेट बिलर्स द्वारा डिजिटल भुगतान को अपनाने में और वृद्धि करेंगे और उन्हें सुरक्षित, तेज और सुविधाजनक लेनदेन के लिए सक्षम बनाएंगे। पेटीएम ऐप के माध्यम से, उपयोगकर्ता अपने बिलों के लिए सुविधाजनक भुगतान कर सकते हैं और स्वचालित भुगतान और रिमाइंडर सेवाओं का लाभ उठा सकते हैं।

एक अधिकृत परिचालन इकाई होने के नाते, पीपीबीएल भारत बिल पेमेंट सेंट्रल यूनिट (बीबीपीसीयू), यानी एनपीसीआई भारत बिलपे लिमिटेड (एनबीबीएल) द्वारा निर्धारित मानकों के पालन में काम करता है।

आरबीआई के मार्गदर्शन में, पीपीबीएल अपनी वेबसाइट पर शामिल सभी एजेंट संस्थानों को प्रदर्शित करेगा और बीबीपीएस प्लेटफॉर्म पर अनुमोदित श्रेणियों में अधिक बिलर्स को ऑनबोर्ड करने के लिए ठोस प्रयास करेगा। यह अनुमोदन बैंक को सभी भुगतान चैनलों- डिजिटल और भौतिक पर सभी बिलर्स के लिए सिंगल प्वाइंट पहुंच बनने में सक्षम बनाता है।

पीपीबीएल दिसंबर 2022 में 1,727 मिलियन से अधिक लेनदेन के साथ लगातार 19 महीनों तक सबसे बड़ा यूपीआई लाभार्थी बैंक बना रहा, जो देश के सभी प्रमुख बैंकों से आगे रहा।

386.5 मिलियन रजिस्टर्ड लेनदेन के साथ, एनपीसीआई की लेटेस्ट रिपोर्ट के अनुसार बैंक यूपीआई लेनदेन के लिए शीर्ष 10 प्रेषक बैंकों में से एक है।

पीपीबीएल नेशनल इलेक्ट्रॉनिक्स टोल कलेक्शन (एनईटीसी) फास्टैग के लिए अग्रणी जारीकर्ता और अधिग्रहणकर्ता बैंकों में से एक है।

एक जारीकर्ता बैंक के रूप में, पीपीबीएल ने 57.13 मिलियन लेनदेन पंजीकृत किए और एक अधिग्रहणकर्ता के रूप में, इसने नवंबर 2022 में 47.9 मिलियन लेनदेन दर्ज किए।

–आईएएनएस

एसकेके/एएनएम

ADVERTISEMENT

नई दिल्ली, 16 जनवरी (आईएएनएस)। घरेलू पेटीएम पेमेंट्स बैंक लिमिटेड (पीपीबीएल) को भुगतान और निपटान प्रणाली अधिनियम, 2007 के तहत भारत बिल पेमेंट ऑपरेटिंग यूनिट (बीबीपीओयू) के रूप में काम करने के लिए भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) से अंतिम मंजूरी मिल गई है। कंपनी ने सोमवार को यह जानकारी दी है।

भारत बिल भुगतान प्रणाली (बीबीपीएस) के तहत एक इकाई के रूप में, पीपीबीएल को बीबीपीओयू के रूप में बिल भुगतान और एग्रिगेशन बिजनेस करने के लिए अंतिम प्राधिकरण मिला है।

पीपीबीएल अब तक आरबीआई से सैद्धांतिक प्राधिकरण के तहत यह गतिविधि कर रहा था।

पेटीएम पेमेंट्स बैंक के प्रवक्ता ने बताया, हमारी दृष्टि उपयोगकर्ताओं को डिजिटल सेवाओं तक अधिक पहुंच प्रदान करके वित्तीय समावेशन को बढ़ावा देना है। इस मंजूरी के साथ, हम मर्चेट बिलर्स द्वारा डिजिटल भुगतान को अपनाने में और वृद्धि करेंगे और उन्हें सुरक्षित, तेज और सुविधाजनक लेनदेन के लिए सक्षम बनाएंगे। पेटीएम ऐप के माध्यम से, उपयोगकर्ता अपने बिलों के लिए सुविधाजनक भुगतान कर सकते हैं और स्वचालित भुगतान और रिमाइंडर सेवाओं का लाभ उठा सकते हैं।

एक अधिकृत परिचालन इकाई होने के नाते, पीपीबीएल भारत बिल पेमेंट सेंट्रल यूनिट (बीबीपीसीयू), यानी एनपीसीआई भारत बिलपे लिमिटेड (एनबीबीएल) द्वारा निर्धारित मानकों के पालन में काम करता है।

आरबीआई के मार्गदर्शन में, पीपीबीएल अपनी वेबसाइट पर शामिल सभी एजेंट संस्थानों को प्रदर्शित करेगा और बीबीपीएस प्लेटफॉर्म पर अनुमोदित श्रेणियों में अधिक बिलर्स को ऑनबोर्ड करने के लिए ठोस प्रयास करेगा। यह अनुमोदन बैंक को सभी भुगतान चैनलों- डिजिटल और भौतिक पर सभी बिलर्स के लिए सिंगल प्वाइंट पहुंच बनने में सक्षम बनाता है।

पीपीबीएल दिसंबर 2022 में 1,727 मिलियन से अधिक लेनदेन के साथ लगातार 19 महीनों तक सबसे बड़ा यूपीआई लाभार्थी बैंक बना रहा, जो देश के सभी प्रमुख बैंकों से आगे रहा।

386.5 मिलियन रजिस्टर्ड लेनदेन के साथ, एनपीसीआई की लेटेस्ट रिपोर्ट के अनुसार बैंक यूपीआई लेनदेन के लिए शीर्ष 10 प्रेषक बैंकों में से एक है।

पीपीबीएल नेशनल इलेक्ट्रॉनिक्स टोल कलेक्शन (एनईटीसी) फास्टैग के लिए अग्रणी जारीकर्ता और अधिग्रहणकर्ता बैंकों में से एक है।

एक जारीकर्ता बैंक के रूप में, पीपीबीएल ने 57.13 मिलियन लेनदेन पंजीकृत किए और एक अधिग्रहणकर्ता के रूप में, इसने नवंबर 2022 में 47.9 मिलियन लेनदेन दर्ज किए।

–आईएएनएस

एसकेके/एएनएम

ADVERTISEMENT

नई दिल्ली, 16 जनवरी (आईएएनएस)। घरेलू पेटीएम पेमेंट्स बैंक लिमिटेड (पीपीबीएल) को भुगतान और निपटान प्रणाली अधिनियम, 2007 के तहत भारत बिल पेमेंट ऑपरेटिंग यूनिट (बीबीपीओयू) के रूप में काम करने के लिए भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) से अंतिम मंजूरी मिल गई है। कंपनी ने सोमवार को यह जानकारी दी है।

भारत बिल भुगतान प्रणाली (बीबीपीएस) के तहत एक इकाई के रूप में, पीपीबीएल को बीबीपीओयू के रूप में बिल भुगतान और एग्रिगेशन बिजनेस करने के लिए अंतिम प्राधिकरण मिला है।

पीपीबीएल अब तक आरबीआई से सैद्धांतिक प्राधिकरण के तहत यह गतिविधि कर रहा था।

पेटीएम पेमेंट्स बैंक के प्रवक्ता ने बताया, हमारी दृष्टि उपयोगकर्ताओं को डिजिटल सेवाओं तक अधिक पहुंच प्रदान करके वित्तीय समावेशन को बढ़ावा देना है। इस मंजूरी के साथ, हम मर्चेट बिलर्स द्वारा डिजिटल भुगतान को अपनाने में और वृद्धि करेंगे और उन्हें सुरक्षित, तेज और सुविधाजनक लेनदेन के लिए सक्षम बनाएंगे। पेटीएम ऐप के माध्यम से, उपयोगकर्ता अपने बिलों के लिए सुविधाजनक भुगतान कर सकते हैं और स्वचालित भुगतान और रिमाइंडर सेवाओं का लाभ उठा सकते हैं।

एक अधिकृत परिचालन इकाई होने के नाते, पीपीबीएल भारत बिल पेमेंट सेंट्रल यूनिट (बीबीपीसीयू), यानी एनपीसीआई भारत बिलपे लिमिटेड (एनबीबीएल) द्वारा निर्धारित मानकों के पालन में काम करता है।

आरबीआई के मार्गदर्शन में, पीपीबीएल अपनी वेबसाइट पर शामिल सभी एजेंट संस्थानों को प्रदर्शित करेगा और बीबीपीएस प्लेटफॉर्म पर अनुमोदित श्रेणियों में अधिक बिलर्स को ऑनबोर्ड करने के लिए ठोस प्रयास करेगा। यह अनुमोदन बैंक को सभी भुगतान चैनलों- डिजिटल और भौतिक पर सभी बिलर्स के लिए सिंगल प्वाइंट पहुंच बनने में सक्षम बनाता है।

पीपीबीएल दिसंबर 2022 में 1,727 मिलियन से अधिक लेनदेन के साथ लगातार 19 महीनों तक सबसे बड़ा यूपीआई लाभार्थी बैंक बना रहा, जो देश के सभी प्रमुख बैंकों से आगे रहा।

386.5 मिलियन रजिस्टर्ड लेनदेन के साथ, एनपीसीआई की लेटेस्ट रिपोर्ट के अनुसार बैंक यूपीआई लेनदेन के लिए शीर्ष 10 प्रेषक बैंकों में से एक है।

पीपीबीएल नेशनल इलेक्ट्रॉनिक्स टोल कलेक्शन (एनईटीसी) फास्टैग के लिए अग्रणी जारीकर्ता और अधिग्रहणकर्ता बैंकों में से एक है।

एक जारीकर्ता बैंक के रूप में, पीपीबीएल ने 57.13 मिलियन लेनदेन पंजीकृत किए और एक अधिग्रहणकर्ता के रूप में, इसने नवंबर 2022 में 47.9 मिलियन लेनदेन दर्ज किए।

–आईएएनएस

एसकेके/एएनएम

ADVERTISEMENT

नई दिल्ली, 16 जनवरी (आईएएनएस)। घरेलू पेटीएम पेमेंट्स बैंक लिमिटेड (पीपीबीएल) को भुगतान और निपटान प्रणाली अधिनियम, 2007 के तहत भारत बिल पेमेंट ऑपरेटिंग यूनिट (बीबीपीओयू) के रूप में काम करने के लिए भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) से अंतिम मंजूरी मिल गई है। कंपनी ने सोमवार को यह जानकारी दी है।

भारत बिल भुगतान प्रणाली (बीबीपीएस) के तहत एक इकाई के रूप में, पीपीबीएल को बीबीपीओयू के रूप में बिल भुगतान और एग्रिगेशन बिजनेस करने के लिए अंतिम प्राधिकरण मिला है।

पीपीबीएल अब तक आरबीआई से सैद्धांतिक प्राधिकरण के तहत यह गतिविधि कर रहा था।

पेटीएम पेमेंट्स बैंक के प्रवक्ता ने बताया, हमारी दृष्टि उपयोगकर्ताओं को डिजिटल सेवाओं तक अधिक पहुंच प्रदान करके वित्तीय समावेशन को बढ़ावा देना है। इस मंजूरी के साथ, हम मर्चेट बिलर्स द्वारा डिजिटल भुगतान को अपनाने में और वृद्धि करेंगे और उन्हें सुरक्षित, तेज और सुविधाजनक लेनदेन के लिए सक्षम बनाएंगे। पेटीएम ऐप के माध्यम से, उपयोगकर्ता अपने बिलों के लिए सुविधाजनक भुगतान कर सकते हैं और स्वचालित भुगतान और रिमाइंडर सेवाओं का लाभ उठा सकते हैं।

एक अधिकृत परिचालन इकाई होने के नाते, पीपीबीएल भारत बिल पेमेंट सेंट्रल यूनिट (बीबीपीसीयू), यानी एनपीसीआई भारत बिलपे लिमिटेड (एनबीबीएल) द्वारा निर्धारित मानकों के पालन में काम करता है।

आरबीआई के मार्गदर्शन में, पीपीबीएल अपनी वेबसाइट पर शामिल सभी एजेंट संस्थानों को प्रदर्शित करेगा और बीबीपीएस प्लेटफॉर्म पर अनुमोदित श्रेणियों में अधिक बिलर्स को ऑनबोर्ड करने के लिए ठोस प्रयास करेगा। यह अनुमोदन बैंक को सभी भुगतान चैनलों- डिजिटल और भौतिक पर सभी बिलर्स के लिए सिंगल प्वाइंट पहुंच बनने में सक्षम बनाता है।

पीपीबीएल दिसंबर 2022 में 1,727 मिलियन से अधिक लेनदेन के साथ लगातार 19 महीनों तक सबसे बड़ा यूपीआई लाभार्थी बैंक बना रहा, जो देश के सभी प्रमुख बैंकों से आगे रहा।

386.5 मिलियन रजिस्टर्ड लेनदेन के साथ, एनपीसीआई की लेटेस्ट रिपोर्ट के अनुसार बैंक यूपीआई लेनदेन के लिए शीर्ष 10 प्रेषक बैंकों में से एक है।

पीपीबीएल नेशनल इलेक्ट्रॉनिक्स टोल कलेक्शन (एनईटीसी) फास्टैग के लिए अग्रणी जारीकर्ता और अधिग्रहणकर्ता बैंकों में से एक है।

एक जारीकर्ता बैंक के रूप में, पीपीबीएल ने 57.13 मिलियन लेनदेन पंजीकृत किए और एक अधिग्रहणकर्ता के रूप में, इसने नवंबर 2022 में 47.9 मिलियन लेनदेन दर्ज किए।

–आईएएनएस

एसकेके/एएनएम

Related Posts

ब्लॉग

एफडीए ने दी चेतावनी – कुछ एलर्जी की दवाओं से हो सकती है गंभीर खुजली

May 25, 2025
ब्लॉग

भारत में आईफोन मैन्युफैक्चरिंग का विस्तार देश के विनिर्माण पर एप्पल के भरोसे को दर्शाता है : राजीव चंद्रशेखर

May 25, 2025
ब्लॉग

भारत ने भू-राजनीतिक प्रतिकूलताओं के बावजूद ऊर्जा के क्षेत्र में अच्छा काम किया: केंद्रीय मंत्री

May 25, 2025
ब्लॉग

भारत में एफपीआई प्रवाह के लिए लॉन्ग-टर्म आउटलुक सकारात्मक : विश्लेषक

May 25, 2025
ब्लॉग

इस सप्ताह भारतीय शेयर बाजार का प्रदर्शन मिलाजुला रहा

May 25, 2025
ब्लॉग

जब हर राज्य विकसित होगा तभी भारत भी विकसित होगा : पीएम मोदी

May 25, 2025
Next Post
सिर्फ अभिनय ही नहीं, जतिन अरोड़ा ने अपनी गायन क्षमता की वजह से हासिल किए कई शोज

सिर्फ अभिनय ही नहीं, जतिन अरोड़ा ने अपनी गायन क्षमता की वजह से हासिल किए कई शोज

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

POPULAR NEWS

बंदा प्रकाश तेलंगाना विधान परिषद के उप सभापति चुने गए

बंदा प्रकाश तेलंगाना विधान परिषद के उप सभापति चुने गए

February 12, 2023
बीएसएफ ने मेघालय में 40 मवेशियों को छुड़ाया, 3 तस्कर गिरफ्तार

बीएसएफ ने मेघालय में 40 मवेशियों को छुड़ाया, 3 तस्कर गिरफ्तार

February 12, 2023
चीनी शताब्दी की दूर-दूर तक संभावना नहीं

चीनी शताब्दी की दूर-दूर तक संभावना नहीं

February 12, 2023

बंगाल के जलपाईगुड़ी में बाढ़ जैसे हालात, शहर में घुसने लगा नदी का पानी

August 26, 2023
राधिका खेड़ा ने छोड़ा कांग्रेस का दामन, प्राथमिक सदस्यता से दिया इस्तीफा

राधिका खेड़ा ने छोड़ा कांग्रेस का दामन, प्राथमिक सदस्यता से दिया इस्तीफा

May 5, 2024

EDITOR'S PICK

जीत की पटरी पर लौटने उतरेंगे राजस्थान और कोलकाता (प्रीव्यू)

जीत की पटरी पर लौटने उतरेंगे राजस्थान और कोलकाता (प्रीव्यू)

March 25, 2025

बेंगलुरु ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला किया

April 26, 2023
हाइफा बंदरगाह को लैंडमार्क में बदलने के लिए अडानी गैडोट तैयार: गौतम अडानी

हाइफा बंदरगाह को लैंडमार्क में बदलने के लिए अडानी गैडोट तैयार: गौतम अडानी

January 31, 2023

मणिपुर वीडियो का एनसीडब्ल्यू ने लिया संज्ञान, ट्विटर को नोटिस जारी

July 20, 2023
ADVERTISEMENT

Contact us

Address

Deshbandhu Complex, Naudra Bridge Jabalpur 482001

Mail

deshbandhump@gmail.com

Mobile

9425156056

Important links

  • राशि-भविष्य
  • वर्गीकृत विज्ञापन
  • लाइफ स्टाइल
  • मनोरंजन
  • ब्लॉग

Important links

  • देशबन्धु जनमत
  • पाठक प्रतिक्रियाएं
  • हमें जानें
  • विज्ञापन दरें
  • ई पेपर

Related Links

  • Mayaram Surjan
  • Swayamsiddha
  • Deshbandhu

Social Links

082427
Total views : 5880273
Powered By WPS Visitor Counter

Published by Abhas Surjan on behalf of Patrakar Prakashan Pvt.Ltd., Deshbandhu Complex, Naudra Bridge, Jabalpur – 482001 |T:+91 761 4006577 |M: +91 9425156056 Disclaimer, Privacy Policy & Other Terms & Conditions The contents of this website is for reading only. Any unauthorised attempt to temper / edit / change the contents of this website comes under cyber crime and is punishable.

Copyright @ 2022 Deshbandhu. All rights are reserved.

  • Disclaimer, Privacy Policy & Other Terms & Conditions
No Result
View All Result
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर

Copyright @ 2022 Deshbandhu-MP All rights are reserved.

Welcome Back!

Login to your account below

Forgotten Password? Sign Up

Create New Account!

Fill the forms below to register

All fields are required. Log In

Retrieve your password

Please enter your username or email address to reset your password.

Log In

Notifications