नई दिल्ली, 5 अप्रैल (आईएएनएस)। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बुधवार को कहा कि उसने पीएमएलए मामले में हैदराबाद की एक कंपनी मल्टीजेट ट्रेड प्राइवेट लिमिटेड, उसके प्रमोटर डायरेक्टर टेकुला मुक्तिराज और अन्य के 18 बैंक खातों में जमा 18.79 करोड़ रुपये फ्रीज कर दिए हैं।
ईडी ने मल्टीजेट ट्रेड प्राइवेट लिमिटेड, टेकुला मुक्तिराज और अन्य के खिलाफ धोखाधड़ी बहु-स्तरीय विपणन और निवेश योजनाओं में शामिल होने के लिए केंद्रीय अपराध स्टेशन, हैदराबाद द्वारा दर्ज प्राथमिकी के आधार पर पीएमएलए के तहत जांच शुरू की।
ईडी ने कहा, पीएमएलए के तहत जांच से पता चला है कि मल्टीजेट ट्रेड प्राइवेट लिमिटेड, टेकुला मुक्तिराज और अन्य ने निवेश योजना की आड़ में आम जनता को ठगा है। इसके लिए डब्ल्यूडब्ल्यूडब्ल्यू डॉट मल्टीजेटट्रेड डॉट कॉम नाम से एक वेबसाइट बनाई गई थी, जिस पर यह आभास देने के लिए कि वे कमोडिटी ट्रेडिंग से मुनाफा कमा रहे थे, पीड़ितों को उनके वर्चुअल खाते दिखाए गए थे। इस तरह, मल्टीजेट ट्रेड प्राइवेट लिमिटेड ने पोंजी स्कीम में अगस्त 2022 और नवंबर 2022 के बीच 3-4 महीने की छोटी सी अवधि में आम जनता से 100 करोड़ रुपये से अधिक एकत्र किए।
शुरुआत में, मल्टीजेट ट्रेड प्राइवेट लिमिटेड ने जनता द्वारा निवेश किए गए धन पर रिटर्न प्रदान किया। हालांकि, समय के साथ उन्होंने निवेशकों को जवाब देना बंद कर दिया और अंतत: अपना परिचालन बंद कर दिया। टेकुला मुक्तिराज ने अपने सहयोगियों की मिलीभगत से अपने और अपनी पत्नी के बैंक खातों के साथ-साथ टीएमआर इंफ्रा एंड डेवलपर्स, रियल लाइफ इंफ्रा एंड डेवलपर्स और राधे राधे कृष्णा इंफ्रा एंड डेवलपर्स द्वारा नियंत्रित फर्मो के बैंक खातों में अपराध की कमाई को ठिकाने लगाया।
मामले में आगे की जांच जारी है।
–आईएएनएस
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