लखनऊ, 7 जुलाई (आईएएनएस)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी शुक्रवार को गोरखपुर और काशी के दो दिवसीय दौरे पर हैं। पहले दिन गोरखपुर में मोदी करीब दो घंटे गुजारेंगे। वहीं काशी में वह रात्रि विश्राम भी करेंगे। काशी में पीएम लोकसभा चुनाव 2024 की तैयारियों का भी जायजा लेंगे और कार्यकर्ताओं से मुलाकात करेंगे।
प्रधानमंत्री के जारी कार्यक्रम के अनुसार मोदी गोरखपुर में गीता प्रेस जाएंगे और ऐतिहासिक प्रिंटिंग प्रेस के शताब्दी समारोह के समापन समारोह में भाग लेंगे। इस दौरान वह चित्रमय शिव पुराण ग्रंथ का विमोचन करेंगे। प्रधानमंत्री गीता प्रेस में लीला चित्र मंदिर भी जाएंगे।
पीएम गोरखपुर रेलवे स्टेशन से दो वंदे भारत ट्रेनों को हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे। दो ट्रेनें हैं गोरखपुर-लखनऊ वंदे भारत एक्सप्रेस और जोधपुर-अहमदाबाद (साबरमती) वंदे भारत एक्सप्रेस। गोरखपुर-लखनऊ वंदे भारत एक्सप्रेस अयोध्या से होकर गुजरेगी और राज्य के महत्वपूर्ण शहरों की परिवहन सुविधा में सुधार करेगी तथा पर्यटन को भी बढ़ावा देगी।
जोधपुर-साबरमती वंदे भारत एक्सप्रेस जोधपुर, आबू रोड, अहमदाबाद जैसे प्रसिद्ध स्थानों के परिवहन सम्पर्क में सुधार करेगी और क्षेत्र में सामाजिक आर्थिक विकास को बढ़ावा देगी।
प्रधानमंत्री गोरखपुर रेलवे स्टेशन पुनर्विकास की आधारशिला भी रखेंगे। लगभग 498 करोड़ रुपये की लागत से स्टेशन का पुनर्विकास किया जाएगा, जो विश्व स्तरीय यात्री सुविधाएं प्रदान करेगा।
इसके आलावा मोदी वाराणसी में सार्वजनिक कार्यक्रम के दौरान 12,100 करोड़ रुपये से अधिक की विभिन्न विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे। वह पंडित दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन-सोन नगर रेलवे लाइन के बीच समर्पित फ्रेट कॉरिडोर का लोकार्पण करेंगे। कुल 6,760 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से निर्मित, नई लाइन वस्तुओं की तीव्र और कुशल आवाजाही की सुविधा प्रदान करेगी।
पीएम मोदी तीन रेलवे लाइनों का भी लोकार्पण करेंगे, जिनका विद्युतीकरण या दोहरीकरण 990 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से पूरा किया गया है। इनमें शामिल हैं – ग़ाज़ीपुर शहर-औंरिहार रेल लाइन, औंरिहार-जौनपुर रेल लाइन और भटनी-औंरिहार रेल लाइन। इनके साथ ही उत्तर प्रदेश में रेलवे लाइनों का पूरी तरह विद्युतीकरण का काम पूरा हो जाएगा।
प्रधानमंत्री एनएच-56 के वाराणसी-जौनपुर खंड की चार-लेन वाली सड़क का भी लोकार्पण करेंगे, जिसे 2,750 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से पूरा किया गया है। इससे वाराणसी से लखनऊ के बीच यात्रा आसान और तेज हो जाएगी। वह वाराणसी में जिन विभिन्न परियोजनाओं का उद्घाटन करेंगे उनमें शामिल हैं – 18 पीडब्ल्यूडी सड़कों का निर्माण और नवीनीकरण; बीएचयू परिसर में अंतर्राष्ट्रीय गर्ल्स हॉस्टल भवन का निर्माण; ग्राम करसरा में केंद्रीय पेट्रोरसायन अभियांत्रिकी और प्रौद्योगिकी संस्थान (सिपेट) व्यावसायिक प्रशिक्षण केंद्र; पुलिस स्टेशन सिंधौरा, पीएसी भुल्लनपुर, फायर स्टेशन पिंडरा और सरकारी आवासीय विद्यालय तरसदा में आवासीय भवन और सुविधाएं; आर्थिक अपराध अनुसंधान संगठन भवन मोहन कटरा से कोनिया घाट तक सीवर लाइन और रमना गांव में आधुनिक सेप्टेज प्रबंधन प्रणाली; 30 दो तरफ वाले बैकलिट एलईडी स्तम्भ; एनडीडीबी मिल्क प्लांट, रामनगर में गाय के गोबर पर आधारित बायो-गैस संयंत्र; और दशाश्वमेध घाट पर एक अनूठा तैरता हुआ चेंजिंग रूम जेटी, जो भक्तों को गंगा नदी में स्नान करने की सुविधा प्रदान करेगी।
प्रधानमंत्री चौखंडी, कादीपुर और हरदत्तपुर रेलवे स्टेशनों के पास दो-लेन वाले तीन रेल ओवर ब्रिज (आरओबी) का निर्माण; व्यासनगर का निर्माण; पंडित दीन दयाल उपाध्याय जंक्शन रेल फ्लाईओवर का निर्माण; और 15 पीडब्ल्यूडी सड़कों के निर्माण और नवीनीकरण से जुड़ी परियोजनाओं की आधारशिला रखेंगे। इन परियोजनाओं को लगभग 780 करोड़ रुपये की कुल लागत से विकसित किया जाएगा।
प्रधानमंत्री जल जीवन मिशन के तहत 550 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से बनने वाली 192 ग्रामीण पेयजल योजनाओं का भी शिलान्यास करेंगे। इनसे 192 गांवों के सात लाख लोगों को शुद्ध पेयजल प्राप्त होगा। मोदी मणिकर्णिका और हरिश्चंद्र घाट के फिर से डिजाइन तैयार करने और इनके पुनर्विकास की आधारशिला भी रखेंगे। पुनर्विकास किए जाने वाले घाटों में सार्वजनिक सुविधाएं, प्रतीक्षा क्षेत्र, लकड़ी भंडारण, अपशिष्ट निपटान और पर्यावरण के अनुकूल दाह संस्कार की व्यवस्था होगी।
कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री उत्तर प्रदेश के लाभार्थियों को पीएम स्वनिधि के ऋण, पीएमएवाई (ग्रामीण) घरों की चाबियां और आयुष्मान भारत कार्ड भी वितरित करेंगे।
–आईएएनएस
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