हैदराबाद, 26 फरवरी (आईएएनएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को सिकंदराबाद स्थित जोनल रेलवे प्रशिक्षण संस्थान के परिसर में 200 साल पुराने विरासती कुएं (स्टेप-वेल) के जीर्णोद्धार के प्रयास की सराहना की।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रेल मंत्रालय के ट्वीट का जवाब देते हुए लिखा, यह एक सराहनीय प्रयास है। रिपोर्ट के अनुसार, जोनल रेलवे ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट (जेडआरटीआई) ने जल संरक्षण की सुविधा के लिए कुएं के चारों ओर वर्षा जल संचयन गड्ढे भी बनाए हैं।
यह परियोजना लगभग 6 लाख रुपये की लागत से शुरू की गई थी और इससे प्रति माह लगभग 5 लाख रुपये की पर्याप्त बचत होने की उम्मीद है। दक्षिण मध्य रेलवे (एससीआर) के अधिकारियों के अनुसार, पांच दशकों से अधिक समय से यह कुआं जेडआरटीआई की पानी की जरूरतों को पूरा कर रहा है।
लगभग 50 फीट की गहराई वाला हेरिटेज कुआं क्षेत्र में जेडआरटीआई, पर्यवेक्षक प्रशिक्षण केंद्र (एसटीसी) और प्रादेशिक शिविर (टीए) कार्यालय की जल आपूर्ति आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए प्रति दिन एक लाख लीटर पानी का उत्पादन कर रहा है।
आस-पास के क्षेत्रों में वर्षा जल संचयन गड्ढे भी उपलब्ध कराए गए हैं जो वर्षाजल अपवाह को कम करने और जल संरक्षण की सुविधा प्रदान करने में मदद करेंगे।
अधिकारियों ने आगे कहा कि इसके अलावा, कुएं को नायलॉन की जाली से ढक दिया गया है जो पत्तियों या अन्य सामग्रियों को पानी में गिरने से रोककर पानी को साफ रखने में मदद करता है। पानी को पंप करते समय, साफ पानी की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए मैन्युअल क्लोरीनीकरण का भी उपयोग किया जा रहा है। कुएं का रखरखाव और साफ-सफाई नियमित रूप से की जा रही है। हेरिटेज वेल का सौंदर्यीकरण ताजा पेंटिंग और सजावटी एलईडी लाइटिंग के साथ किया गया है।
दक्षिण मध्य रेलवे के महाप्रबंधक अरुण कुमार जैन ने कुएं के जीर्णोद्धार के लिए हैदराबाद डिवीजन और जेडआरटीआई द्वारा की गई पहल की सराहना की। उन्होंने कहा कि दक्षिण मध्य रेलवे पर्यावरण संरक्षण के प्रति प्रतिबद्ध है और इस संबंध में कई हरित पहलों और पर्यावरण के अनुकूल कार्य योजनाओं को लगातार लागू कर रहा है।
निजाम के शासन के दौरान कुआं खोदा गया था। सर मीर तुरब अली खान ने आम के बागों की सिंचाई के लिए कुएं का इस्तेमाल किया था।
–आईएएनएस
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