लंदन, 24 जुलाई (आईएएनएस)। केंद्रीय वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने गुरुवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ब्रिटेन यात्रा को आने वाले वर्षों तक याद रखा जाएगा। उन्होंने कहा कि थोड़े समय में ही प्रधानमंत्री मोदी और ब्रिटिश प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर के बीच महत्वपूर्ण चर्चा हुई।
पीयूष गोयल ने आईएएनएस से बात करते हुए कहा कि इस बैठक में कई विषयों पर चर्चा हुई, चाहे वह व्यापार हो, निवेश हो, निर्यात नियंत्रण हो, रक्षा सहयोग हो या फिर हम कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) में कैसे सहयोग कर सकते हैं।
भारत-ब्रिटेन के ऐतिहासिक फ्री ट्रेड एग्रीमेंट (एफटीए) पर केंद्रीय मंत्री ने कहा, “इसे लागू होने में कुछ महीने लगेंगे, लेकिन अब व्यवसायों को इस बात का पूरा भरोसा है कि यह जरूर होगा।”
मंत्री ने बताया, “इसके आधार पर वे अपनी आपूर्ति श्रृंखलाओं में भारत को शामिल करना शुरू करेंगे, उत्पाद विकसित करेंगे, ऑर्डर देंगे और गुणवत्ता सुनिश्चित करेंगे। ये सभी गतिविधियां अब शुरू होंगी। इस निश्चितता के कारण निवेश भी आना शुरू हो जाएगा।”
पारंपरिक क्षेत्रों के अलावा, इस समझौते से इंजीनियरिंग सामान, इलेक्ट्रॉनिक्स, फार्मा, रसायन, प्लास्टिक और खाद्य प्रसंस्करण उद्योगों को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है, जो भारत के विनिर्माण भविष्य के लिए महत्वपूर्ण हैं। यह उच्च गुणवत्ता वाले ब्रिटिश सामान को भारतीय उपभोक्ताओं के लिए और भी किफायती बना देगा।
भारत की आर्थिक महाशक्तियों में से एक, सर्विस सेक्टर को आईटी, वित्त, शिक्षा और कानूनी सेवाओं के क्षेत्र में ब्रिटिश बाजारों तक बेहतर पहुंच से लाभ होगा। ट
गोयल ने कहा कि सरल वीजा नियम और उदार प्रवेश मानदंड भारतीय रसोइयों, योग प्रशिक्षकों, संगीतकारों, व्यावसायिक आगंतुकों और विभिन्न क्षेत्रों के पेशेवरों के लिए रास्ता आसान बनाएंगे।
एक अन्य प्रमुख विशेषता दोहरा योगदान समझौता है, जो भारतीय पेशेवरों और उनके नियोक्ताओं को तीन वर्षों के लिए यूके में सामाजिक सुरक्षा अंशदान देने से छूट देता है।
गोयल ने इसे एक ‘महत्वपूर्ण सफलता’ बताया, जो विदेशों में भारतीय प्रतिभाओं की लागत प्रतिस्पर्धात्मकता को बढ़ाती है। यह समझौता भारतीय स्टार्टअप्स के लिए भी द्वार खोलता है, उन्हें यूके के निवेशकों और नवाचार केंद्रों तक पहुंच प्रदान करता है, जिससे उनकी वैश्विक उपस्थिति का विस्तार होता है।
–आईएएनएसी
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